Amritsar Tourism: अमृतसर के प्रमुख पर्यटन स्थल
Amritsar Tourism: अमृतसर (Amritsar) पर्यटन के लिहाज से पंजाब का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र शहर माना जाता है। पवित्र इसलिए माना जाता है क्योंकि सिखों का सबसे बडा गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) अमृतसर में ही है। भारत मे ताजमहल के बाद सबसे ज्यादा पर्यटक अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को ही देखने आते हैं।
Best Places to Visit in Amritasar (with Photos & Reviews)
अमृतसर (Amritsar) लगभग साढ़े चार सौ वर्ष से अस्तित्व में है। सबसे पहले गुरू रामदास ने सन 1577 में 500 बीघा में गुरूद्वारे (हरमिंदर साहिब) की नींव रखी थी। इसलिए अमृतसर पर सिक्ख धर्म के इतिहास की झलक देखने को मिलती है।
अमृतसर अनेक दर्दनाक घटनाओं का भी गवाह रहा है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बडा नरसंहार अमृतसर के जलियांवाला बाग में ही हुआ था।
#1 स्वर्ण मंदिर, अमृतसर (Golden Temple, Amritsar)
स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) या हरमिंदर साहिब मंदिर को अमृतसर का दिल माना जाता है। अमृतसर का नाम उस सरोवर के नाम पर रखा गया, जिसका निर्माण स्वयं गुरु राम दास जी ने किया था। इसी सरोवर के बीच में स्वर्ण मंदिर स्थित है।
स्वर्ण मंदिर सिक्खों के लिए बहुत ही महत्वपुर्ण है। यह गुरू रामदास का डेरा हुआ करता था। पूरा स्वर्ण मंदिर सफेद पत्थरों से बना हुआ है और इसकी दिवारों पर सोने की पत्तियों से नक्काशी की गई है। स्वर्ण मंदिर दिखने में बहुत ही खूबसूरत है।
हरमंदिर साहब परिसर में दो बडे़ और कई छोटे-छोटे तीर्थस्थल हैं। ये सारे तीर्थस्थल जलाशय के चारों तरफ फैले हुए हैं। इस जलाशय को अमृतसर और अमृत झील के नाम से जाना जाता है।
सिक्खों के अलावा भी बहुत से श्रद्धालु यहां आते हैं। यहां पर दुनिया का सबसे बड़ा लंगर लगता है। एक अनुमान के मुताबिक, स्वर्ण मंदिर में रोजाना करीब 1 लाख लोग लंगर खाते हैं। और पढ़ें: सिख धर्म प्रश्नोत्तरी (FAQs)
#2 दुर्गियाना मंदिर (Durgiana Temple)
दुर्गियाना मंदिर, स्वर्ण मंदिर से करीब 1.5 किलोमीटर दूर स्थित है। देवी दुर्गा को समर्पित इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1921 में हरसई मल कपूर ने करवाया था। और पंडित मदन मोहन मालवीय ने उद्घाटन भाषण दिया था। इस मंदिर में मां दुर्गा के अलावा लक्ष्मी-नारायण, शीतला माता और हनुमान जी की भी मूर्तियां हैं।
ये मंदिर बाहर से देखने में स्वर्ण मंदिर की ही तरह दिखता है। दुर्गीयाना मंदिर के बिल्कुल पीछे हनुमान मंदिर है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यही वह स्थान है जहां श्री राम की सेना अश्वमेध यज्ञ के घोडे को लव-कुश से वापस लेने आए थे और उन दोनों ने राम की सेना को परास्त कर दिया था। और पढ़ें: रामायण के प्रमुख पात्र
#3 जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh)
जलियांवाला बाग कांड इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक माना जाता है। क्रांतिकारी और बलिदानी वीरों का यह तीर्थ स्थल स्वर्ण मंदिर से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
13 अप्रैल 1919 को इस बाग में एक सभा का आयोजन किया गया था। यह सभा ब्रिटिश सरकार के विरूद्ध थी। इस सभा को बीच में ही रोकने के लिए जनरल डायर ने बाग के एकमात्र रास्ते को अपने सैनिकों के साथ घेर लिया और भीड़ पर 10 मिनट तक 1650 राउण्ड गोलियाँ चलाई गई।
गोलियों से बचने के लिए कई लोग वहां मौजूद एक कुएं में कूद गए थे। इस गोलीबारी में बच्चों, बुढ़ों और महिलाओं समेत लगभग 331 लोगों की जान गई और 1000 से ज्यादा घायल हुए। इन मरने वालों में 212 हिन्दू, 59 मुस्लिम, 90 सिख तथा 2 सिख महिलाएँ शहीद हुए। लेकिन माना जाता है कि मरने वालों की संख्या 700 से 800 तक हो सकती है।
अब इस स्थान को एक सुन्दर पार्क में बदल दिया गया है। यहां पर सुन्दर पेड लगाए गए हैं। इसमें दो स्मारक बनाए गए हैं। जिसमें एक स्मारक रोती हुई मूर्ति का है और दुसरा स्मारक अमर ज्योति है। यहां पर एक संग्राहलय का निर्माण भी किया गया है।
आज भी अमृतसर आने वाला हर शख्स इस जगह पर जाकर मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देना नहीं भूलता। जगदंबा प्रसाद मिश्र “हितैषी” ने सही ही कहा है-
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा।
#4 गुरुद्वारा संतोख्सर साहिब (Gurudwara Santokhsar Sahib)
अमृतसर की दक्षिण दिशा में संतोखसर साहब और बिबेसर साहब गुरूद्वार है। इनमें से संतोखसर गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर से भी बड़ा है। गुरू अर्जुन देव जी द्वारा बनवाए गए पांच पवित्र तालाबों में से एक तालाब यहां स्थित है। इस तालाब की खुदाई गुरू रामदास जी ने तत्कालीन सिक्ख गुरू और अपने ससुर गुरू अमर दास जी के निर्देश पर शुरू की थी।
गुरू अर्जुन देव जी ने बाबा बुड्ढा की मदद से 1587 से 1589 के बीच इस तालाब की खुदाई पूरी की थी। ऐसा कहा जाता है कि खुदाई के दौरान यहां पर एक ज्ञानी मिला जो ध्यान कर रहा था। उसी के नाम पर गुरू रामदास जी ने इस तालाब का नाम संतोखसर साहिब रखा।
#5 गुरुद्वारा बाबा अटल (Gurdwara Baba Atal Rai Sahib Ji)
गुरुद्वारा बाबा अटल (Gurudwara Baba Atal) स्वर्ण मंदिर के दक्षिण में स्थित है। यह गुरुद्वारा मूल रूप से गुरू हरगोविंद जी के बेटे बाबा अटल राय की शहादत स्थल है। इनका निधन 1628 में हुआ था। इस गुरुद्वारा में एक 40 मीटर ऊंचा अष्टभुजीय स्तंभ है। इसमें 9 तल्ले हैं, जो बाबा अटल राय के 9 साल के संक्षिप्त जीवन को दर्शाते हैं।
#6 गोबिंदगढ़ किला (Gobindgarh Fort)
गोबिंदगढ़ किला एक ऐतिहासिक सैन्य किला हैं यह अमृतसर शहर के बीच में स्थित है। इस किले का निर्माण सन 1700 शताब्दी के आसपास हुआ था। महाराज रणजीत सिंह ने इस किले का नाम गुरु गोबिंद सिंह के नाम पर ‘गोबिंदगढ़’ रखा था। इस किले का निर्माण ईंट और चूने से किया गया है।
जनरल डायर ने इसी किले से जलियांवाला बाग जाकर खूनी खेल खेला था। कहा जाता है कि इस किले के खूनी दरवाजे के पास एक भूमिगत सुरंग है, जो लाहौर तक जाती है।
#7 वाघा बॉर्डर (Wagha Border)
वाघा बॉर्डर भारत के अमृतसर, तथा पाकिस्तान के लाहौर के बीच ग्रैंड ट्रंक रोड पर स्थित गाँव है जहाँ से दोनों देशों की सीमा गुजरती है। यह स्थान अमृतसर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस बॉर्डर को नियमित रूप से पर्यटकों के लिए खोला जाता है। यहां होने वाली बीटिंग रिट्रीट को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
#8 खैर उद्दीन मस्जिद (Khair Uddin Mosque)
खैर उद्दीन मस्जिद (Khair Uddin Mosque) अमृतसर के गांधी गेट के नजदीक हॉल बाजार में स्थित है। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में इस मस्जिद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वर्ष 1876 में मोहम्मद खैरुद्दीन द्वारा बनवाए गए इस मस्जिद से ही शाह अताउल्लाह बुखारी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज उठाई थी।
यह मस्जिद इस्लामी भवन निर्माण कला की जीती जागती तस्वीर पेश करती है। यह बात ध्यान देने योग्य है कि जलियांवाला बाग सभा के मुख्य वक्ता डॉ सैफउद्दीन किचलू और डॉ सत्यपाल इसी मस्जिद से ही सभा को संबोधित कर रहे थे।
अमृतसर कैसे पहुंचे और कहा रुकें? (How to Reach and where to stay)
अमृतसर देश के ज्यादातर हिस्सों से वायु, रेल और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। अमृतसर शहर से 13 किलोमीटर की दूरी पर एयरपोर्ट है जो गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है। अमृतसर में लो-बजट से लेकर हाई-बजट के होटल उपलब्ध हैं जिन्हें आप अपनी सुविधानुसार ले सकते है।
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