Assam Tourism: असम के प्रमुख पर्यटन स्थल
असम (Assam) भारत के प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों में से एक है। असम को प्रकृति ने अप्रतिम सौंदर्य और असीमित पर्यटन स्थलों से नवाजा है। एक तरफ असम में ख़ूबसूरत झरने, नदी, द्वीप, पहाड़ और वन्य प्रदेश शामिल हैं। वहीँ दूसरी ओर कई मानवनिर्मित इमारतें, उद्यान, मंदिर और प्राचीन कला स्थल भी मौजूद है।
#1 कामाख्या मंदिर (Kamakhya Temple)

कामाख्या मंदिर (Kamakhya Temple) भारत के असम राज्य के गुवाहाटी शहर से 8 किलोमीटर दूर स्थित कामाख्या क्षेत्र के नीलाचल पर्वत पर स्थित है। नीलांचल अथवा नीलशैल पर्वतमालाओं पर स्थित मां भगवती कामाख्या का सिद्ध शक्तिपीठ सती के इक्यावन शक्तिपीठों में सर्वोच्च स्थान रखता है। यह पवित्र धाम तंत्र-मंत्र की साधना के लिए भी जाना जाता है। और पढ़ें: कामाख्या मंदिर
#2 काजीरंगा नेशनल पार्क (Kaziranga National Park)
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम राज्य के कार्बी आंगलोंग जिले में गोलाघाट एवं नौगांव में स्थित है और लगभग 430 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह गुवाहाटी से 250 किलोमीटर पूर्व और जोरहट से 97 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक सींग का गैंडा (Rhinoceros) के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
#3 मानस नेशनल पार्क (Manas National Park)
मानस वन्यजीव अभयारण्य (Manas National Park) असम, भारत में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान हैं। यह भूटान की तराई में बोडो क्षेत्रीय परिषद की देखरेख में 950 वर्ग किलोमीटर से भी बड़े इलाके में फैला हुआ है।
इस पार्क का नाम मानस नदी पर रखा गया है। यह पार्क अपने दुर्लभ और लुप्तप्राय स्थानिक वन्यजीव के लिए जाना जाता है जैसे असम छत वाले कछुए, हेपीड खरगोश, गोल्डन लंगुर और पैगी हॉग। यहाँ एक सींग का गैंडा (भारतीय गेंडा) और बारहसिंघा भी विशेष रूप से पाये जाते है।
#4 भैरवी मंदिर, तेजपुर (Bhairavi Temple)
भैरबी मंदिर, असम के सोनितपुर जिले के तेजपुर के बाहरी इलाके में स्थित है। यहां देवी भैरवी की पूजा की जाती है। भैरवी, माँ दुर्गा के 10 महाविद्याओं में से एक हैं। यह असम का एक महत्वपूर्ण शक्तिपीठ भी है। मंदिर स्थल को स्थानीय रूप से ‘भैरबी देवालय’ कहते है। किंवदंती है कि उषा (असुर राज बाणासुर की बेटी) नियमित रूप से देवी की पूजा के लिए यहां आती थीं।
मंदिर से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर बामुनी पहाड़ियाँ हैं जहाँ कई सदियों पहले खड़े महल के खंडहरों को देखा जा सकता है।पत्थर की नक्काशी पर कला का काम जो संरचना के भीतर इस्तेमाल किया गया था वह 9वीं शताब्दी से है। और पढ़ें: माँ त्रिपुर भैरवी (महाविद्या 6)
#5 शिवडोल (Sivadol)
शिवडोल, असम के शिवसागर जिले के शिवसागर नगर के मध्य स्थित तीन मन्दिरों का एक समूह है। असमिया में ‘दौल’ का अर्थ मन्दिर होता है। यहाँ स्थित तीन मन्दिरों में एक शिव का, एक विष्णु का और एक दुर्गा का है।
यह मंदिर ‘शिवसागर’ नामक तालाब के किनारे स्थित है जिसे ‘बरपुखुरी’ कहते हैं। तालाब का निर्माण 1731 और 1738 के बीच हुआ था जबकि मन्दिरों का निर्माण 1734 में हुआ।
#6 तिलिंगा मंदिर (Tilinga Mandir)
भगवान शिव को समर्पित तिलिंगा मंदिर असम के तिनसुकिया जिले के एक बहुत छोटे शहर ‘बोर्दुबी’ में स्थित है। इस मंदिर में हजारों विभिन्न आकार की घंटी विभिन्न धातुओं जैसे पीतल, तांबे, एल्यूमीनिय व कांसे से बने हैं, जो एक विशाल बरगद के पेड़ की शाखाओं पर बंधी हुई हैं। इसलिए इस मंदिर को घण्टियों का मंदिर (Bell Temple) भी कहा जाता है।
#7 माजुली (विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप)
माजुली, असम के ब्रह्मपुत्र नदी के मध्य में बसा एक बड़ा नदी द्वीप है। माजुली प्राकृतिक और मानवजनित कारणों से दिन प्रतिदिन सिकुड़ रहा है। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी के ए.जे. मिफेट मिल्स के सर्वेक्षण अनुसार 1853 में इसका कुल क्षेत्रफल 1246 वर्ग किमी (483 वर्ग मील) था, परन्तु प्रतिवर्ष बाढ़ और भूकटाव के चलते यह सिमट कर (2001 के सर्वे के अनुसार) मात्र 421.65 वर्ग किमी (163 वर्ग मील) रह गया है।
माजुली को विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप के रूप में दर्शाया जाता रहा है। परंतुयह सत्य नहीं है। ब्राज़ील और कई अन्य जगहों के कई नदी द्वीप काफी बड़े आकार के हैं और उनमे सबसे बड़ा है बनानाल द्वीप जो लगभग 19000 वर्ग किमी बड़ा है।
#8 चंदुबी झील (पिकनिक स्थल)
असम के कामरूप जिले में गुवाहाटी से लगभग 64 किमी दूर, स्थित एक बहुत ही रमणीय प्राकृतिक झील है। यहा मछली पकड़ने, नौका विहार और तैराकी का पूरा आनंद उठाया जा सकता है। इस तरह की सुंदरता और गतिविधियों के साथ यह गुवाहाटी के पास एक आदर्श पर्यटन स्थल है।
#9 उमानंद द्वीप (Peacock Island)
उमानंद द्वीप ब्रह्मपुत्र नदी के बीच में सबसे छोटा बसा हुआ नदी द्वीप है , जो पूर्वोत्तर भारत के एक राज्य असम के गुवाहाटी शहर से होकर बहती है। इसका नाम ‘उमा’ से लिया गया है, जो पार्वती का दूसरा नाम है; और आनंद। इस द्वीप की आकृति मयूर के समान मानकर इसे मयूर द्वीप (Peacock Island) भी कहा जाता है।