Bathinda (Punjab): History & Places to visit in Hindi
बठिंडा (Bathinda) भारत के पंजाब राज्य के बठिन्डा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।
Bathinda History & Tourist Places in Hindi
राज्य | पंजाब |
क्षेत्रफल | 3385 वर्ग किमी. |
भाषा | पंजाबी, हिंदी और इंग्लिश। |
दर्शनीय स्थल | किला मुबारक, बाहिया किला, लाखी, रोज गार्डन, चिड़ियाघर, गुरूद्वारा दमदमा साहिब आदि। |
कब जाएं | अक्टूबर के मार्च। |
भटिंडा भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है। यह जगह उत्तर भारत के सबसे बड़े फूड ग्रे और सूती कपड़े के बाजार के लिए भी काफी प्रसिद्ध है।
पाकिस्तान सीमा से भटिंडा लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है। यहीं पर एशिया की सबसे बड़ी सैनिक छावनी है। भटिंडा भारत के सबसे पुराने ऐतिहासिक शहरों में से एक है।
1. किला मुबारक (Qila Mubarak)
यह ईट का बना सबसे पुराना और ऊंचा स्मारक है। इसका इतिहास थोड़ा अद्भुत है। राजा बीनपाल जो कि भाटी राजपूत थे, इस किले का निर्माण लगभग 1800 साल पहले करवाया था। इसी किले में पहली महिला शासिका रजिया सुलतान को 1239 ईसवीं में कैद कर लिया गया था। रजिया सुलतान को उसके गर्वनर अल्तूनिया ने कैद किया था।
दसवें सिख गुरू, गुरू गोविन्द सिंह इस किले मे 1705 के जून माह में आए थे और इस जगह की सलामती और खुशहाली के लिए प्रार्थना की थी। पटियाला राज्य के महाराजा आला सिंह ने इस किले को 1754 में अपनी अधीन कर लिया था। और इस किले का नाम गोविन्दघर कर दिया गया। लेकिन जल्द ही इस जगह को बकरामघर के नाम से बुलाने जाने लगा।
इस किले के सबसे ऊपर गुरूद्वारे का निर्माण करवाया गया है। इस गुरूद्वारे का निर्माण पटियाला के महाराजा करम सिंह ने करवाया था।
2. बाहिया किला (Hotel Bahia Fort Bathinda)
बाहिया किले का निर्माण एस. बलवन्त सिंह सिद्धू ने सन 1930 में मुख्य किले के सामने करवाया था। इसके अलावा यहां पटियाला राज्य के महाराजा भूपेन्द्र सिंह की सेना का स्थानीय कार्यालय था। लेकिन अब यह चार सितारा होटल में बदल चुका है।
3. लाखी जंगल (Lakhi Jungle)
यह भटिंडा से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस जंगल में पुराना गुरूद्वारा है। इस गुरूद्वारे में गुरू नानक देव जी ने श्री जापूजी साहिब के एक लाख पवित्र मार्गो का वर्णन किया था। इसके बाद से ही इस जगह को लाखी जंगल के नाम से जाना जाता है। सिखों के दसवें गुरू, गुरू गोविन्द सिंह भी इस पर घूमने के लिए आए थे।
4. रोज गार्डन (Rose Garden)
गुलाब का बगीचा रोज़ गार्डन 10 एकड़ का बगीचा है। इस बगीचे में गुलाबों की कई किस्में हैं। काफी संख्या में लोग यहां पर आते हैं। यह जगह थर्मल प्लांट के काफी करीब है। यहां गुलाबों की कई किस्में देखी जा सकती है। यह जगह पिकनिक स्पॉट के रूप में भी जाना जाता है।
5. जू (Mini Zoo and Dear Safari Bir Talab)
यह बठिंडा से लगभग 6 किमी दूर वन विभाग द्वारा चलाई जाने वाली पौधों की नर्सरी है। यह जगह पिकनिक स्पॉट के रूप में भी जानी जाती है। यहां एक छोटा सा चिड़ियाघर भी है।
6. गुरूद्वारा दमदमा साहिब (Gurudwara Damdama Sahib, Bathinda)
यह एक ऐतिहासिक जगह है। इस जगह का संबंध सिखों के इतिहास से जुड़ा हुआ है। तालवंडी तहसील, दमदमा साहिब के नाम से भी प्रसिद्ध है। भटिंडा के दक्षिण दिशा से इस स्थान की दूरी 18 किलोमीटर है।
यह प्रसिद्ध गुरूद्वारा पांच तख्तों में से एक है। हर साल बैसाखी के अवसर पर यहां बहुत बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। गुरू गोविन्द साहिब यहां पर नौ महीने और नौ दिनों तक रहे थे।
7. मेसर खाना (Maiser Khana, Bathinda)
मेसर खाना मंदिर भटिंडा से 29 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हर साल, यहां पर दो मेले लगते हैं। इस मेले में ज्वाला जी के दर्शन के लिए हर साल लाखों की संख्या में भक्तगण यहां आते हैं।
बठिंडा कैंसे पहुंचे (How to Reach Bathinda)
बठिंडा में समे पूरी तरह से स्थापित हवाई, रेल और सड़क का एक अच्छी तरह से विकसित बुनियादी ढांचा है, जो इसे देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ता है। इसलिए, शहर तक पहुँचने में कोई समस्या नहीं है। आइए विस्तार से जानें कि बठिंडा कैसे पहुंचे।
हवा यात्रा- बठिंडा का अपना घरेलू हवाई अड्डा है जो बठिंडा से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित है। बठिंडा पहुंचने के लिए कोई नई दिल्ली या जम्मू से उड़ान भर सकता है।
रेल मार्ग- बठिंडा उत्तर रेलवे का एक बड़ा रेलवे जंक्शन है, जो अंबाला-बठिंडा शाखा लाइन पर स्थित है। देश के लगभग हर हर बड़े रेलवेस्टेशन से यहां के लिए डॉयरेक्ट ट्रेन है।
सड़क मार्ग- सड़कों का एक विस्तृत नेटवर्क बठिंडा को भारत के मुख्य शहरों जैसे दिल्ली, लुधियाना, जयपुर, जम्मू, चंडीगढ़ आदि से जोड़ता है। इन शहरों के बीच की दूरी तय करने के लिए आपको बस और टैक्सी आसानी से मिल सकती है।