मुस्लिम तंत्र : Best Books on Islami Tantra With PDFs & Reviews in Hindi
Islami Tantra: मुस्लिम तंत्र, इस्लामी परंपराओं और धार्मिक नियमों पर आधारित एक प्रणाली है। अगर आप इस रहस्यमयी ज्ञान को गहराई से समझना चाहते हैं, तो मुस्लिम तंत्र की प्रामाणिक और प्रभावशाली पुस्तकों का अध्ययन करना आवश्यक है। इस लेख में, हम आपको मुस्लिम तंत्र की कुछ बेहतरीन पुस्तकों के बारे में बताएंगे, जो इस प्राचीन विद्या के रहस्यों को उजागर करती हैं।
Best Islami Tantra Books (Muslim Tantra) PDF & Review
Best Islamic Tantra Book: मुस्लिम तंत्र, जिसे इस्लामिक तंत्र के नाम में भी जाना जाता है, इस्लामी संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह विद्या कुरान, हदीस और इस्लामिक परंपराओं पर आधारित है, जिसमें वजीफा, दुआ, तावीज़, और अमलीयात जैसे तरीके शामिल हैं। (और पढ़ें: इस्लाम धर्म की मूलभूत बातें
सामान्यतः इस्लामिक तंत्र की पुस्तके उर्दू, अरबी और फारसी भाषा में लिखी होती है। लेकिन, यहां केवल हिंदी में लिखी पुस्तकों की सूची दी जा रही है।
मुस्लिम तंत्र (तांत्रिक बहल)
Name | Mulsim Tantra |
Author | तान्त्रिक बहल (Tantrik Bahal) |
Publisher | Randhir Prakashan, Haridwar |
Language | Hindi |
Pages | 186 |
Size | 26MB |
Category | Tantra Mantra |
Download Status | Available |
पुस्तक का अंश: यह एक आम विश्वास है कि वैदिक मन्त्र कीलित हैं, इसलिए इन्हें प्रयोग में लाने से पूर्व इनका उत्कीलन आवश्यक होता है। लेकिन इस्लामी मन्त्र कीलित नहीं हैं, इसलिए इनके उत्कीलन की बिल्कुल आवश्यकता नहीं होती है।
इस्लामी मन्त्र की प्रमुख भाषा अरबी अथवा फारसी होती है। यह भाषा उच्चारण में तो क्लिष्ट हो सकती है, लेकिन इसका प्रयोगात्मक रूप एकदम सरल और शीघ्र प्रभावी है। रोजमर्रा की जिन्दगी में आप भी इस तन्त्र से लाभ उठायें। इसी उद्देश्य को लेकर यह पुस्तक आपके लिए प्रस्तुत की है।
वशीकरण शाबर मन्त्र
“अल्लाह बीच हथेली के मुहम्मद बीच कपार, उसका नाम मोहिनी मोहे जग संसार। मुझे करे मार मार उसे बाँचे कदम तरे डार, जो न माने मुहम्मद की आन, उस पर पड़े वज्र का बान, बहक्क लाइलाह अल्लाह है मुहम्मद मेरा रसूलिल्लाह।”
विधि: किसी भी कृष्ण पक्ष के शनिवार से आरम्भ करके तीसरे शनिवार तक प्रतिदिन 2002 बार उपरोक्त मन्त्र का जप करें। जप करते समय चिराग तथा मिठाई पास रखें तथा लोबान की धूनी दें। प्रयोग के समय स्त्री के बाँये पाँव की मिट्टी लाकर, उसे इस मन्त्र द्वारा २१ बार अभिमन्त्रित करके सिर पर डाल देने से वह स्त्री वशीभूत हो जाती है।
स्त्री वशीकरण
“इन्ना आत्वेना शताना मेरी शिकल बन ‘अमुक’ के पास जाना, उसे पास लाना, न लावे तो तेरी बहन भानजी पर तीन सौ तीन तलाक ।”
विधि: चारपाई के किनारे खड़े होकर, हाथों से गुड़ की एक डली लेकर, उस डली पर उक्त मन्त्र को 1121 बार पढ़ कर फूँके, इसके बाद गुड़ की डली को खाट के नीचे रखकर सो जाएँ। प्रातः काल वह गुड़ बांट दे। इस प्रकार 7 दिन तक करें, तो मनचाही स्त्री वशीभूत हो जाती है।
सर्प भय से रक्षा के हेतु
“गोरख चले परदेश कुत्तक मन में भावे बांध बाँधू बधाइन बांध आंध के सातो बच्चा बाँधू सोंपा चोरा बाँधू दांत बंधाऊ बाट बांधि दऊ दुहाई गुरु गोरखनाथ की।”
प्रयोग से पूर्व इसकी सिद्धि आवश्यक है जो 108 मन्त्र के जप से मंगलवार को होती है। फिर मार्ग में जहाँ भी सर्प या व्याघ्र मिले,
ततैया के काटने पर
“आन ततैया मान ततैया कोदन की दुहाई ततैया हनुमान ने कही मेरी आन मेरे गुरु ईश्वर गौरा गोरखनाथ महादेव की दुहाई।” लोहे की कील से ३१ बार झाड़ा देवें तो ठीक होय।
विधि: लोहे की कील से 31 बार झाड़ा देवें तो ठीक होय।
इस्लामी तन्त्र शास्त्र: Islami Tantra Shastra By Rajesh Dixit Book PDF
Title | Islami Tantra Shastra |
Publisher | Deep Publications, Agra |
Author | आचार्य पं. राजेश दीक्षित |
Language | Hindi |
Edition | 2010 |
Pages | 216 |
Size | 56MB |
Download Status | Available |
पुस्तक का अंश: मुस्लिम तंत्र को इस्लामी रहस्यमयी और आध्यात्मिक पद्धतियों के समुच्चय के रूप में देखा जा सकता है। यह कुरान और हदीस में वर्णित अल्लाह की शक्ति और रहमत पर आधारित है। इसमें जिक्र, वज़ीफे, और इबादत के विशेष तरीकों का प्रयोग किया जाता है, जो मन, शरीर, और आत्मा को शुद्ध करने में सहायक होते हैं।
मुस्लिम तंत्र इस्लामिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो व्यक्ति के जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ने में मदद करता है। इसका उपयोग ईमानदारी और विश्वास के साथ किया जाए, तो यह अल्लाह की रहमत और सहायता प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम बन सकता है।
राज सभा-मोहन प्रयोग
पहले एक बार पूरी ‘विस्मिल्लाह’ पढ़कर, फिर नीचे लिखे मन्त्र को अपने दोनों हाथों की हथेलियों पर बार पढ़ने के बाद, दोनों हथेलियों को अपने मुँह पर फेरकर, जिस राज सभा में पहुँचा जायेगा वही सफलता प्राप्त होगी तथा सब लोग मोहित (प्रसन्न) हो जायेंगे । इस मन्त्र के आरम्भ में एक बार ‘बिस्मिल्लाह’ तथा अन्त मे ७ बार ‘दरूद’ पढ़ना आवश्यक है। मन्त्र इस प्रकार है-
मन्त्रः- “सलामुन कौलुनमिनरविर्रहीम तनजीकुल अजीजुर्रहीम ।’
राज्य-कर्मचारी वशीकरण प्रयोग
मन्त्रः – “बिस्मिल्लाह दाना कुल्हू अल्लाह यगाना दिलह सख्त तुम हो दाना हमारे बीच फत्ताने को करो दिवाना ।”
उक्त मन्त्र में जहां ‘फलाना’ शब्द आया है, वहां जिस राज्य-कर्म- चारी को वश में करना हो, उसके नाम का उच्चारण करना चाहिए ।
प्रयोग विधिः इकतालीस बिनौले लाकर आधी रात के समय उनमें से एक-एक बिनौले को इकतालीस-इकतालीस वार अभिमंत्रित करके अग्नि में डालता जाय । इस क्रिया को निरन्तर तोन दिनों तक करते रहने से इच्छित राज्य-कर्मचारी वशीभूत हो जाता है।
साघन-विधिः-कार्य-साधन से पूर्व 21 दिनों तक उक्त मन्त्र को 21 बिनौलों पर 21 बार पढ़कर अग्नि में आहुति देने से मन्त्र सिद्ध होता है। मन्त्र के सिद्ध हो जाने के बाद ही इसे प्रयोग में लाना चाहिए।
इस्माईल जोगी का इस्लामी शाबर तन्त्र (Islamic Shabar Tantra of Ismail Jogi)
Title | इस्माईल जोगी का इस्लामी शाबर तन्त्र |
Author | Latif Khan |
Publisher | Anjuman-E-Pur Asrar, Bengal |
Language: | Hindi |
Pages: | 352 |
Cover | PAPERBACK |
Download Status | Avilable Soon |
इस्माईल जोगी का इस्लामी शाबर तन्त्र अनेक वर्षों से इस्लाम धर्म के तंत्र स्वरूप से रूबरू होने के पश्चात् उसके अथाह सागर से कुछ मोती चुनकर इस पुस्तक को प्रस्तुत किया गया है। इसमें दिये गये एक-एक मन्त्र के एक-एक अलफाज़ में अनोखी ताकत भरी हुई है। इसमें कुरान-ए-पाक की आयत-ए-शरीफ और कलमें आदि भी दिये गये हैं। कुछ ऐसे इस्लामिक शाबर इसमें हैं जिनमें अनेक बीमारियों, बलाओं और आसेब (भूत-प्रेत) से छुटकारा पाने की अज़ीम ताकत है।
अनुभवी मौलवियों का कहना है जब सारी हिकमतें और दवायें नासाज हो जाती हैं, तब इन इस्लामी शाबर में की गई दुहाई कारसाज सिद्ध होती है। इन शाबर मन्त्रों को पढ़ने वाले की हिफाजत खुदा खुद करता है। यह इस्माईल जोगी की सौगात है। इस नेमत से अनगिनत पाठकों को फायदा हुआ है।
इन शाबर मन्त्र और अमल की सफलता के लिए जरूरी है मानसिक और शारीरिक शुद्धता इस्माईल जोगी के इस तन्त्र से अनेक शक्तियों और सिद्धियों को सरलता से प्राप्त किया जा सकता है।
पीर-पैगम्बर बुलाने का मन्त्र
ॐ बिस्मिल्ला हिर्रहमानिर्रहीम, या जिब्राईल, या तत काफलया, अज्राईल, या मेखाईल बहक, या बन्धु हयन-छ्वयन, ईस्मन-ईस्मन, बहक लाइल्लाहो इल्ला हो, मोहम्मद रसूलल्लाहों खतुमां सलेमान बिंदाउद अले सलाम हजरकाब्द, हजरकाब्द।
यह एक अत्यन्त चमत्कारी मन्त्र प्रयोग है। प्रतिदिन रात्रि में सोते समय धूप-लोबान करके चालीस दिनों तक नित्य प्रति रात्रि में १०८ दफा इस मन्त्र का पाठ करते रहें। प्रयोग समाप्ति के पश्चात् पीर-पैगम्बर अथवा कोई पवित्र रूह सफेद वस्त्र धारण किये हुए साधक के समक्ष प्रकट होकर उसे मुँह माँगा वरदान देने को कहेगी। साधक को ऐसे में चाहिए कि वह तुरन्त ही कोई अच्छी मुराद माँग ले यदि उसने कोई वरदान नहीं माँगा तो वह रूह साधक पर नाराज होकर उसका अनिष्ट भी कर सकती है। इस प्रयोग का विशेष सावधानी के साथ किसी आमिल के निर्देशन में ही करना चाहिए।
पान वशीकरण मन्त्र
ॐ श्री रामनागरबेली अकनकबीरी, सुनिये नारी बात हमारी, एक पान रंग मंगाय, एक पान से जसो लावै, एक पान मुख बुलावै, हमको छोड़ि और को देखें, तो तेरा कलेजा मोहम्मदा पीर छक्खै।
इस मन्त्र के द्वारा अभिमन्त्रित पान जिस किसी भी स्त्री को खिलाया जाएगा तो निश्चित ही वह स्त्री साधक के वशीभूत हो जाती है।
इस प्रयोग के तहत तीन नागरबेल के पान लेकर उक्त मन्त्र को इक्कीस दफा पढ़कर उन पानों को दम करके उनमे से एक पान अथवा तीनों ही पान जिस किसी स्त्री को खिलावें तो वह वशीभूत हो जायेगी। ध्यान रखें कि इस साधना का दुरुपयोग न करें; अन्यथा हानि भी हो सकती है। इस यन्त्र को पानी में घोलकर रोगी-व्यक्ति को पिलाने से उसका रोग दूर हो जाता है।
मुस्लिम तन्त्र एवं नक्श-ए-सुलेमानी: Muslim Tantra and Naqsh-e-Sulaimani (Pramod Sagar)
Titke | मुस्लिम तन्त्र एवं नक्श-ए-सुलेमानी |
Author | Pramod Sagar |
Publisher | SRI SARASWATI PRAKASHAN, AJMER |
Language: | Hindi |
Pages | 304 |
Category | Tantra Mantra |
Download Status | Available Soon |
वशीकरण हेतु मंत्र
“अल्लाह बीच हथेली, मुहम्मद बीच कपार, उसका नाम मोहिनी मोहे जग संसार । मजे करे मार मार, उसे मेरे बाएं कदम तरे डार, जो न माने मुहम्मद की आन, उस पर पड़े वज्र का बान, बहक़्के लाइलाह अल्लाह, है मुहम्मद मेरा रसूललिल्लाह ।”
विधि: किसी भी रविवार से आरम्भ करके आगामी शनिवार तक प्रतिदिन 1101 की संख्या में उपरोक्त मंत्र का जाप एक निश्चित समय पर करें। जाप करते समय लोबान की धूनी देवें, अगरबत्ती जलाकर रखें तथा अपने पास मिठाई रखें। इस प्रयोग से मंत्र सिद्ध हो जाएगा ।
इसके पश्चात् जब कभी भी आवश्यकता पड़े तो किसी भी खाने की वस्तु पर सात दफा उपरोक्त मंत्र पढ़कर अभिमंत्रित कर लें और वह वस्तु जिसे भी खिला देंगे वह शख़्स सदैव तुम्हारे वशीभूत रहेगा ।
भयनाशक अमल
हसबियल्लाहु व नेमल वकील.
यदि किसी नालिम से यातना पहुंचने का डर हो तो यह क़लिमा पढ़ने चाहिए। किसी प्रकार की तकलीफ नहीं पहुंचेगी-
दुख-दर्द निवारक अमल
ला हवला वलाकुव्वता इल्ला बिल्लाहिल अलिय्यिल अज़ीम० या हय्यु या क्रय्यूमु या फ़रदु या ख़ातिरू या अ-ह-दु या स-म-दु।
जो आदमी बहुत अधिक दुख-दर्द का शिकार हो या उसका किसी ऐसी मुहिम से सामना हो जिसका सुधार उसकी ताकत से बाहर हो तो उसे चाहिए कि सुबह की नमाज पढ़कर एक सौ बार यह पढ़े-इंशा अल्लाह हर प्रकार के दुखों से नजात पा जाएगा।
गरीबी दूर करने का अमल
व मा क्राइमिल इज्ज़ वलमुल्का पल बनाई या जुल जलाली वल जवदि वल फ़ज़ली वल अताया व जुल आर्शिल हीदु या फ़जालु ललिमा युरीद.
जो आदमी अपनी गरीबी से तंग आ गया हो, उसे चाहिए कि अधिकांश समय में यह दुआ पढ़ता रहे। खुदा के हुक्म से उसकी तंगी आसानी से खत्म हो जाएगी और उसकी गरीबी मालदारी में बदल जाएगी।
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