Hindu Temples: भारत के प्रसिद्ध मंदिर, तीर्थ और धाम
Hindu Temples: एक कहावत है- “जहां मंदिर नही, वहां रहना नही।” शास्त्रों में तीर्थ यात्रा को भवसागर से पार करने का सबसे सरल साधन बताया गया है। जो व्यक्ति भक्ति, जाप, साधना और ध्यान नही कर सकता। उसके लिए तीर्थ यात्रा ही मुक्ति का सरल मार्ग है।
यू भारत में अनेक प्रसिद्ध मंदिर, तीर्थ और धाम हैं जो धर्म, संस्कृति और परंपराओं को दर्शाते हैं। यहां कुछ प्रमुख मंदिर, तीर्थ और धाम दिए गए हैं।
गणेश जी के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Ganesh Temples of India in Hindi)
भगवान गणेश, बुद्धि और विद्या के देवता हैं। इन्हे विघ्नहर्ता भी कहा जाता है, क्योंकि उनकी पूजा से सभी विघ्नों एवं बाधाओं से मुक्ति मिलती है। गणेश जी समस्त देवताओं में प्रथम पूज्य देवता है।
प्रायः देखा जाता है, कि लगभग सभी मंदिरों में भगवान गणेश का विग्रह रूप स्थापित है और वह सभी देवताओं के साथ पूजे जाते हैं, परंतु संपूर्ण भारत में ऐसे भी मंदिर हैं, जो केवल भगवान गणपति के ही हैं। ऐसे ही कुछ प्रसिद्ध मंदिरों का उल्लेख नीचे दिया जा रहा है।
अष्टविनायक मंदिर (पुणे): ये मंदिर महाराष्ट्र के पुणे में स्थित है। अष्टविनायक का अर्थ आठ गणपति होता है। ये अष्टविनायक मंदिर- जेडमोरगांव में मयूरेश्वर, सिद्धटेक में सिद्धिविनायक, पाली में बल्ललेश्वर, लेन्याद्री में गिरिजात्मक, थुर में चिंतामणि, ओझर में विग्नेश्वर, रंजनगांव में महागणपति और अंत में महाद में वरद विनायक हैं।
ये सभी मंदिर बेहद प्राचीन और स्वयंभू हैं, मान्यता है कि इन स्थानों में भगवान गणेश स्वयं प्रकट हुए हैं। इस मंदिर में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं। गणेश चतुर्थी के दौरान यहां भगवान गणेश के दर्शन और पूजा करने को बेहद शुभ माना जाता है।
चिंतामण गणेश (उज्जैन): यह मंदिर महाकाल की नगरी उज्जैन में है। यहां गर्भगृह में प्रवेश करते ही गणपति की तीन प्रतिमाएं दिखती हैं। पहली चिंतामण, दूसरी इच्छामन और तीसरी सिद्धिविनायक गणेश।
खजराना गणेश मंदिर (मध्य प्रदेश): यह गणेश मंदिर मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में है. मान्यता है कि इस मंदिर में गणेश प्रतिमा स्वयंभू है। यहां देश के कोने-कोने से भक्त गणेश जी का दर्शन करने आते हैं।
रणथंबौर गणेश मंदिर (राजस्थान): यह गणेश मंदिर राजस्थान के रणथंबौर में है। यहां भगवान गणेश के त्रिनेत्र स्वरुप के दर्शन होते हैं। यह मंदिर करीब 1000 साल पुराना बताया जाता है।
डोडा गणपति मंदिर (कर्नाटक): डोटा गणपति मंदिर कर्नाटक में बेंगलुरु के पास बसावनगुड़ी में मौजूद है। डोडा का मतलब बड़ा होता है। डोडा गणपति यानि बड़े गणपति।
यहां की प्रतिमा तकरीबन 18 फीट ऊंची और 16 फीट चौड़ी। ये प्रतिमा काले ग्रेनाइट की एक ही चट्टान पर उकेर कर बनाई गई है।
गणेश जी के बारे में अनेक कथाएं हैं जो उनकी महिमा को बताती हैं। उनकी विशेषताओं में हाथी का सिर, एक दंत, शक्ति, बुद्धि एवं वाहन के रूप में मूषक का उल्लेख मिलता है। (और पढ़ें: जानिए, गणेश का रहस्य
माता के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Godesess Dugra Temples of India in Hindi)
दुर्गा या आदिशक्ति हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं, इन्हे शक्ति, आदिमाया, भगवती, माता रानी, जग्दम्बा आदि नामों से भी जाना जाता हैं। शक्ति साम्प्रदाय में भगवती दुर्गा को ही दुनिया की पराशक्ति और सर्वोच्च माना जाता है। मुख्य रूप उनका “गौरी” है, अर्थात शान्तमय, सुन्दर और गोरा रूप। जबकि सबसे भयानक रूप “काली” है।
इन्हे नवदुर्गा या शक्ति की नौ रूपों में भी जाना जाता है, जो सभी नौ दिनों के दौरान नवरात्रि में पूजे जाते हैं। हिन्दू ग्रन्थों में दुर्गा शिव की पत्नी के रूप में वर्णित हैं। भारत में माता के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
वैष्णो देवी मंदिर (जम्मू कश्मीर): यह मंदिर भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के त्रिकूट पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर भारत में सबसे ज्यादा भ्रमण किए जाने वाली धार्मिक स्थलों में से एक है। यहाँ पर माँ वैष्णो देवी की त्रिमूर्ति रूप में पूजा की जाती हैं जो शक्ति, लक्ष्मी और सरस्वती का प्रतीक होती हैं।
कामख्या मंदिर (असम): कामख्या मंदिर भारत के उत्तर पूर्वी राज्य असम में स्थित है। यह मंदिर हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है जो मां कामाख्या को समर्पित है।
मंदिर परिसर में कुछ और मंदिर भी हैं जो मां कामाख्या के चार रूपों “काली, तारा, लक्ष्मी और षोडशी” को समर्पित हैं। मंदिर के पास एक प्राचीन वृक्ष है जो कामख्या देवी के साथ जुड़ा हुआ है। (और पढ़ें: कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी
कालीघाट मंदिर (कोलकाता): कालीघाट मंदिर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के कोलकाता शहर में स्थित है। यह मन्दिर हिंदुओ के पवित्र 51 शक्तिपीठों में से एक है। यहां पर माता सती के पैर का अंगूठा गिरा था। यह मंदिर नवीन बंगाली वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और इसे 18 वीं शताब्दी में बनाया गया था। (और पढ़ें: काली घाट मंदिर
पीतांबर पीठ (दतिया): पीतांबर पीठ एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो मध्य प्रदेश के दतिया शहर में स्थित है। यह माँ बंगलामुखी के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। इस मंदिर की स्थापना सिद्ध संत ‘स्वामीजी महाराज’ ने सन 1935 में दतिया के तात्कालिक राजा ‘शत्रुजीत सिंह बुन्देला’ के सहयोग से की थी। (और पढ़ें: पीतांबरा पीठ का रहस्य
51 शक्ति पीठ: मान्यता अनुसार जिस स्थान पर देवी सती के शरीर के अंग गिरे थे, उसे शक्तिपीठ कहा जाता है। यह शक्तिपीठ अत्यंत पवित्र है, जो पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला हुआ है।
देवी भागवत पुराण में 108, कालिका पुराण में छब्बीस, शिवचरित्र में 51, दुर्गा सप्तशती और तंत्रचूड़ामणि में शक्ति पीठों की संख्या 52 बताई गई है। साधारत: 51 शक्ति पीठ ही मान्य हैं। (और पढ़ें: शक्तिपीठ का रहस्य
शिव जी के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Lord shiva Temples of India in Hindi)
भगवान शिव, त्रिदेव (शिव, विष्णु, ब्रह्मा) में से एक हैं। उनकी पत्नी देवी पार्वती है, जो उनकी शक्ति को दर्शाती हैं। उनके दो पुत्र होते हैं जिनके नाम कार्तिकेय और गणेश हैं। शिव जी के कुछ मुख्य और प्रसिद्ध मंदिरों के नाम निम्नलिखित हैं:
केदारनाथ मंदिर ( उत्तराखंड): यह मंदिर हिमालय पर्वत श्रृंखला के केदारनाथ नामक स्थान पर स्थित है। यह मंदिर हिंदुओ के पवित्र चार धामों में से एक है। (और पढ़ें: केदारनाथ धाम, उत्तराखंड
अमरनाथ मंदिर (जम्मू और कश्मीर): अमरनाथ मंदिर भारत में सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिरों में से एक है। यहीं पर भगवान शिव ने माँ पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। यहाँ की प्रमुख विशेषता पवित्र गुफा में बर्फ से प्राकृतिक शिवलिंग का निर्मित होना है। प्राकृतिक हिम से निर्मित होने के कारण इसे स्वयंभू हिमानी शिवलिंग भी कहते हैं।
महाकालेश्वर मंदिर (मध्य प्रदेश): महाकालेश्वर मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन शहर में स्थित है। यह मंदिर शिव को समर्पित है और इसे मध्य प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है। (और पढ़ें: महाकालेश्वर मन्दिर
सोमनाथ मंदिर (गुजरात): सोमनाथ मंदिर भारत के गुजरात राज्य के सौराष्ट्र में स्थित है। यह मंदिर शिव को समर्पित है और यह सौराष्ट्र के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। (और पढ़ें: सोमनाथ मंदिर, गुजरात
काशी विश्वनाथ मंदिर (उत्तर प्रदेश): काशी विश्वनाथ मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में स्थित है और यह शिव जी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। (और पढ़ें: काशी विश्वनाथ, वाराणसी
भीमशंकर मंदिर (महाराष्ट्र): भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे जिले में सह्याद्रि पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर के विषय में मान्यता है कि श्रद्धा से जो भक्त इस मंदिर के प्रतिदिन सूर्य निकलने के बाद सुबह दर्शन करता है, उसके सात जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं। (और पढ़ें: भीमाशंकर ज्योर्तिलिंग
श्रीकृष्ण जी के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Lord Krishna Temples of India in Hindi
श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं। श्रीकृष्ण को माखन चोर, गोपाल, मुरलीधर, नंदलाल और यशोदा नंदन आदि नामों से भी जाना जाता है। कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को भगवद गीता का उपदेश दिया था जो वर्तमान समय में एक महत्वपूर्ण धर्मग्रंथ है। श्रीकृष्ण जी के कुछ प्रमुख मंदिरों के नाम निम्नलिखित हैं:
श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर (मथुरा): यह मंदिर मथुरा में स्थित है और यह श्रीकृष्ण जी के जन्म स्थान के रूप में जाना जाता है। इस मंदिर में श्रीकृष्ण जी की विग्रह भी स्थापित है। (और पढ़ें: मथुरा, भगवान श्री कृष्ण जी जन्मस्थली
बनके बिहारी मंदिर (वृंदावन): यह मंदिर वृंदावन में स्थित है और यह श्रीकृष्ण जी के दूसरे अवतार, मुरलीधर के रूप में जाना जाता है। इस मंदिर में श्रीकृष्ण जी की विग्रह के अलावा, उनके प्रिय शिष्य श्री स्वामी हरिदास की भी विग्रह स्थापित है।
प्रेम मंदिर (वृंदावन): यह मंदिर वृंदावन में स्थित है और इसे श्रीकृष्ण जी और उनकी प्रिय गोपियों के प्रेम और रासलीला को समर्पित किया गया है।
द्वारकाधीश मंदिर (गुजरात): यह मंदिर गुजरात के द्वारका शहर में स्थित है। यह सप्त पुरी (भारत के सात पवित्र शहर) में से एक है। ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने भाई बलराम तथा यादववंशियों के साथ मिलकर द्वारकापुरी का निर्माण विश्वकर्मा से करवाया था।
- खाटू धाम (राजस्थान)
- विट्ठल मंदिर (महाराष्ट्र)
- इस्कॉन मंदिर (देश में कई मंदिर)
भारत में भगवान राम से जुड़े प्रमुख तीर्थ व मंदिर (Famous Lord Ram Temples of India in Hindi)
भगवान राम हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम, भगवान विष्णु के सातवे अवतार है। इन्होंने सूर्य वंशी राजा दशरथ और माता कौशल्या के पुत्र के रूप अवतार में लिया था। इनकी पत्नी का नाम सीता था, जो माता लक्ष्मी की अवतार थी। भारत में भगवान राम से जुड़े कुछ प्रमुख तीर्थ निम्नलिखित हैं:
राम जन्म भूमि (अयोध्या): अयोध्या उत्तर प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है जहाँ भगवान राम का जन्म हुआ था। अयोध्या में जन्मभूमि मंदिर और हनुमान गढ़ी मंदिर देखने लायक हैं।
रामेश्वरम (तमिलनाड): रामेश्वरम तमिलनाडु में स्थित है और यह भगवान राम के एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यहां पर स्थित ज्योतिर्लिंग की स्थापना स्वयं भगवान् श्रीराम ने की थी। भगवान् राम के द्वारा स्थापित होने के कारण ही इसका नाम रामेश्वर पड़ा।
हनुमान जी के प्रसिद्ध मंदिर (Most Famous Temples of Lord Hanuman in India)
हनुमान, रुद्र (शिव) के अवतार है। इन्होंने वानर राज केशरी और अन्जना के पुत्र के रूप मे अवतार लिया था। हनुमान, भक्ति और समर्पण का प्रतीक हैं।
हनुमान बल, साहस, और विवेक के देवता है। हनुमान सदैव अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करते है। इसलिए इन्हे संकटमोचन भी कहते है। हनुमान के कुछ प्रमुख मंदिर नीचे दिया जा रहा है।
सालासर बालाजी (राजस्थान): सालासर बालाजी राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है। भारत में यह एकमात्र बालाजी का मंदिर है जिसमे बालाजी के दाढ़ी और मूँछ है। इस मंदिर की स्थापना मोहनदास महाराज ने विक्रम संवत 1811 में श्रावण शुक्ल नवमी को की थी।
मेंहदीपुर बालाजी (राजस्थान): मेंहदीपुर बालाजी मन्दिर राजस्थान के तहसील सिकराय में स्थित है। यहाँ तीन देवों की प्रधानता है- श्री बालाजी महाराज, श्री प्रेतराज सरकार और श्री भैरव कोतवाल। यह स्थान दो पहाड़ियों के बीच बसा हुआ बहुत आकर्षक दिखाई देता है।
हनुमान मंदिर (दिल्ली): नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में श्री हनुमान जी का एक प्राचीन मंदिर है। बताया जाता है कि महाभारत काल में पांडवों ने दिल्ली में पांच मंदिरों की स्थापना की थी। उन्हीं पांच मंदिरों में से एक यह प्राचीन हनुमान मंदिर है।
श्री हनुमान मंदिर (जयपुर): यह मंदिर राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित है और उत्सवी महौल के साथ एक आकर्षक स्थान है। जब यह स्थान निर्जन था तब पहाड़ों की खोह से यहां बरसात का पानी खोले के रूप बहता था। इसीलिए मंदिर का नाम खोले के हनुमानजी पड़ा।
संकट मोचन हनुमान मंदिर (वाराणसी): – वाराणसी में स्थित यह मंदिर शहर के उत्तरी किनारे पर स्थित है और श्रद्धालुओं के बीच बहुत लोकप्रिय है। मान्यता है कि मंदिर की स्थापना गोस्वामी तुलसीदासजी ने कराई थी।
हनुमान गढ़ी मंदिर (अयोध्या): अयोध्या में स्थित यह मंदिर भगवान राम के जन्मस्थल के निकट स्थित है और भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है। कहा जाता है, कि जब रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम अयोध्या लौटे, तो हनुमानजी यहां रहने लगे। इसीलिए इसका नाम हनुमानगढ़ या हनुमान कोट रखा गया। यहीं से हनुमानजी रामकोट की रक्षा करते थे।
जाखू मंदिर (शिमला): शिमला के जाखू में स्थित हनुमान मंदिर एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। मान्यता है कि लक्षण के मूर्छित हो पर संजीवनी बूटी लेने के लिए हिमालय की ओर जाते हुए हनुमान जी की नजर यहां तपस्या कर रहे यक्ष ऋषि पर पड़ी।
हनुमान जी विश्राम करने और संजीवनी बूटी का परिचय प्राप्त करने के लिए जाखू पर्वत के जिस स्थान पर उतरे, वहां आज भी उनके पद चिह्नों को संगमरमर से बनवा कर रखा गया है।
सिद्धबली धाम (कोटद्वार): सिद्धबली मंदिर, भारत के उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार शहर में अवस्थित हैं। सिद्धबली मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और साल भर हजारों श्रद्धालुओ द्वारा इसका दौरा किया जाता है। (और पढ़ें: सिद्धबली धाम, कोटद्वार
श्री हनुमान मंदिर (जालंधर): यह पंजाब के जालंधर शहर में स्थित है। मंदिर का इतिहास 200 वर्ष पुराना है।
ब्रह्मा जी का प्रसिद्ध मंदिर (Lord Brahma Temple in India)
ब्रह्मा, हिंदू धर्म के त्रिमूर्ति (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) में से एक हैं। ब्रह्मा देव को संसार के निर्माता और संरक्षक के रूप में भी जाना जाता है। इनकी पत्नी का नाम सरस्वती हैं जो विद्या और कला की देवी हैं। ब्रह्मा जी का एकमात्र मंदिर राजस्थान के पुष्कर शहर में स्थित है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।
ब्रह्मा मंदिर (पुष्कर): पुष्कर में स्थित ब्रह्मा मंदिर भारत में ब्रह्मा जी का एकमात्र मंदिर होने के कारण खास महत्ता रखता है। यह मंदिर हिंदू कला एवं शिल्प के उत्कृष्ट उदाहरणों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण सन् 14 वीं शताब्दी में हुआ था। (और पढ़ें: पुष्कर का पवित्र ब्रह्मा मंदिर
इस मंदिर में श्रद्धालुओं को ब्रह्मा जी की मूर्ति को देखने और पूजन करने की अनुमति है। इस मंदिर के आस-पास कई छोटे और बड़े कुंड हैं जो श्रद्धालुओं के लिए पवित्र माने जाते हैं। (ओर पढ़ें: ब्रह्कादेव का रहस्य
सूर्यदेव के प्रसिद्ध मंदिर (Most Famous Temples of Lord Surya Dev in India)
सूर्य देव हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं जिन्हें समस्त जीवन का संचालन करने वाला माना जाता है। सूर्य देव सूर्य के रूप में प्रसिद्ध हैं जो हमारे सौर मंडल का मुख्य तारा है। वे ज्ञान, शक्ति, ऊर्जा, नयनता और तपस्या के प्रतीक हैं।
सूर्य देव की उपासना करने से जीवन में समृद्धि, आरोग्य, सफलता, उत्तरदायित्व और सामंजस्य प्राप्त होता है। सूर्यदेव दुनिया के विभिन्न हिस्सों में उपासित होते हुए, कई मंदिरों के रूप में पूजे जाते हैं। कुछ प्रसिद्ध सूर्य मंदिर निम्नलिखित हैं:
कोणार्क सूर्य मंदिर (ओडिशा): यह भारत के एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो सूर्यदेव को समर्पित है। इस मंदिर की विशेषता इसके विस्तृत स्कुलप्चर से है जो मंदिर के भीतर और बाहर दोनों होते हैं।
ब्रहमन्य देव मंदिर (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के उन्नाव में स्थित यह सूर्य मंदिर काफी चर्चित है। दूर-दूरे से लोग सूर्य देव के दर्शन करने यहां आते हैं। इस मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएं हैं। बताते हैं कि किसी भी तरह का चर्म रोग हो। इस मंदिर में आने के बाद सब दूर हो जाता है। इसीलिए यहां भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है।
मोढेरा सूर्य मंदिर (गुजरात): मोढेरा सूर्य मंदिर गुजरात के मेहसाना जिले के “मोढेरा” नामक गाँव में स्थित है। यह सूर्य मंदिर भारतवर्ष में विलक्षण स्थापत्य एवम् शिल्प-कला का बेजोड़ उदाहरण है। इसका निर्माण सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम द्वारा सन् 11वी सदी में किया गया था। वर्तमान समय में यह भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है।
उना सूर्य मंदिर (हिमाचल प्रदेश): यह मंदिर भारत के सबसे पुराने सूर्य मंदिरों में से एक है जो 7वीं से 8वीं सदी के बीच बना था। इस मंदिर का मुख्य द्वार पश्चिम में होता है जिससे सूर्योदय का दृश्य देखा जा सकता हैं।
असम के सूर्य प्रहर में स्थित यह मंदिर पॉपुलर हिल स्टेशन भी है। यहां पर बना सूर्य मंदिर दर्शकों को काफी आकर्षित करता है। यहां पर सूर्य देव के अलग-अलग आकृति देखने को मिलती है।
रणकपुर सूर्य मंदिर (राजस्थान): रणकपुर नामक स्थान में अवस्थित यह सूर्य मंदिर, नागर शैली मे सफेद संगमरमर से बना है। भारतीय वास्तुकला का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता यह सूर्य मंदिर जैनियों के द्वारा बनवाया गया था जो उदयपुर से करीब 98 किलोमीटर दूर स्थित है।
रांची सूर्य मंदिर (झारखंड): रांची से 39 किलोमीटर की दूरी पर रांची टाटा रोड़ पर स्थित यह सूर्य मंदिर बुंडू के समीप है 7 संगमरमर से निर्मित इस मंदिर का निर्माण 18 पहियों और 7 घोड़ों के रथ पर विद्यमान भगवान सूर्य के रूप में किया गया है। 25 जनवरी को हर साल यहां विशेष मेले का आयोजन होता है।
औंगारी सूर्य मंदिर (बिहार): यह मन्दिर बिहार के नालन्दा जिले के औंगारी नामक स्थान पर स्थित है। ऐसी मान्यता है कि यहां के सूर्य तालाब में स्नान कर मंदिर में पूजा करने से असाध्य व्याधियों से मुक्ति मिलती है। छठ पर्व के अवसर पर देश भर के श्रद्धालु यहां आते हैं।
झालरापाटन सूर्य मंदिर (राजस्थान): शहर में मध्य स्थित सूर्य मंदिर झालरापाटन का प्रमुख दर्शनीय स्थल है। वास्तुकला की दृष्टि से भी यह मंदिर अहम है। इसे पद्मनाभ मंदिर भी कहा जाता है। इसका निर्माण दसवीं शताब्दी में मालवा के परमार वंशीय राजाओं ने करवाया था। मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की प्रतिमा विराजमान है।
मार्तंड सूर्य मंदिर (जम्मू काश्मीर): यह जम्मूकश्मीर राज्य के पहलगाम से निकट अनंतनाग में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण मध्यकालीन युग में 7वीं से 8वीं शताब्दी के दौरान हुआ था। बर्फ से ढंके हुए पहाड़ों की पृष्ठभूमि के साथ केंद्र में यह मंदिर करिश्मा ही कहा जाएगा। इस मंदिर से कश्मीर घाटी का मनोरम दृश्य भी देखा जा सकता है।
महालक्ष्मी जी के प्रसिद्ध मंदिर (Most Famous Temples of Goddess Laxmi in India
महालक्ष्मी जी हिंदू धर्म में धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी मानी जाती हैं। उन्हें लक्ष्मी देवी भी कहा जाता है। विभिन्न भागों में भारत में कई महालक्ष्मी मंदिर हैं, जो अपनी आकर्षक स्थापत्य शैली और विशेष महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं। कुछ प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिरों में निम्न हैं:
महालक्ष्मी मंदिर (मुंबई): महालक्ष्मी मंदिर मुंबई का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है और वहां सैकड़ों लोग प्रतिदिन दर्शन करने आते हैं। यह मंदिर समुद्र तट के पास स्थित है और लक्ष्मी देवी के साथ उनके सहपति विष्णु को भी पूजा जाता है।
महालक्ष्मी मंदिर (कोल्हापुर): कोल्हापुर में स्थित यह मंदिर महाराष्ट्र के प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी में किया गया था और यह मंदिर लक्ष्मी देवी को समर्पित है।
श्रीपुर मंदिर (तमिलनाडु): यह मंदिर तमिलनाडु में वेल्लोर में अवस्थित है। 100 एकड़ के क्षेत्र में फैला ये मंदिर सोने से निर्मित है और इसमें लगभग 15000 किलोग्राम शुद्ध सोने का प्रयोग हुआ है। रात को रोशनी में जगमगाते इस मंदिर को देखना अदभुद अनुभव होता है।
मां सरस्वती जी का प्रसिद्ध मंदिर (Most Famous Temples of Goddess Saraswati in India)
मां सरस्वती को सफेद वस्त्र, स्वर्ण अलंकार और हंस वाहन के साथ चित्रित किया जाता है। मां सरस्वती, ज्ञान, कला, संगीत, विद्या, बुद्धि, वाणी और वाक से संबंधित हैं।
इनकी पूजा विशेषतः ज्ञान और विद्या प्राप्ति के लिए की जाती है। सरस्वती संसार की सभी विद्याओं की देवी हैं। मां सरस्वती जी का मंदिर भारत के विभिन्न हिस्सों में हैं। इनमें से कुछ प्रमुख मंदिर निम्नलिखित हैं।
श्री ज्ञान सरस्वती मंदिर (आंध्र प्रदेश): महाभारत के युद्ध विराम के बाद इसी जगह वेदव्यास ने देवी सरस्वती की तपस्या करी थी। जिससे खुश होकर माता सरस्वती ने उन्हें प्रकट होकर दर्शन दिए थे।
मूकाम्बिका मंदिर (केरल): दक्षिण मूकाम्बिका के नाम से प्रसिद्ध केरल का प्रसिद्ध मंदिर देवी सरस्वती को समर्पित है। एरनाकुलम जिले में स्थित इस मंंदिर में मुख्य देवी सरस्वती के अलावा भगवान गणेश, विष्णु, हनुमा की की प्रतिमा स्थित है।
सरस्वती उद्गम मंदिर माणा गांव (उत्तराखंड): उत्तराखंड में बदरीनाथ धाम से 3 किलोमीटर की दूरी पर मां सरस्वती का एक छोटा सा मंदिर है। मान्यता है कि सृष्टि में पहली बार इसी स्थान पर देवी सरस्वती का प्राकट्य हुआ था।
- शारदाम्बा मंदिर श्रृंगेरी (कर्नाटक)
- मैहर का शारदा मंदिर (मध्यप्रदेश)
- पुष्कर स्थित सरस्वती मंदिर (राजस्थान)
- भोजशाला सरस्वती मंदिर (मध्य प्रदेश)
- बाली सरस्वती मंदिर (इंडोनेशिया)