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Bharuch (Gujarat): History & Places to Visit in Hindi

Byvashi Gujarat
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भरूच (Bharuch) भारत के गुजरात राज्य में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। पुराने समय में भृगुकच्छ (Bhrugukachchha) के नाम से जाना जाता था।

Bharuch: History & Tourist Places in Hindi | Wiki

राज्यगुजरात
क्षेत्रफल5246 वर्ग किमी.
भाषागुजराती, हिंदी और इंग्लिश
पर्यटन स्थलअंकलेश्वर, झगडिया तीर्थ, जम्बूसर, सुकलातीर्थ, अलियाबेतप्रमुख दर्शनीय स्थल, भरूच किला, भृगु मंदिर आदि।
विशेषगुजरात का चौथा सबसे बड़ा कपास उत्पादक जिला है।
कब जाएनवम्बर से फरवरी।

9038 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैले इस जिले को गुजरात का सबसे प्राचीन नगर माना जाता है। नर्मदा नदी के मुहाने पर स्थित इस नगर का इतिहास 2000 साल पुराना है। यहां के भृगु ऋषि के मंदिर के कारण इस जिले का भरूच नाम पड़ा है।

17वीं शताब्दी में अंग्रेजों और डचों ने यहां फैक्ट्रियां स्थापित की थीं। यह जिला अपनी टैक्सटाइल मिलों और कपास के लिए प्रसिद्ध है। अंकलेश्वर, झगडिया तीर्थ, जम्बूसर, सुकलातीर्थ, अलियाबेत और दहेज बंदरगाह यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं। साथ ही भरूच किला और भृगु मंदिर यहां का मुख्य आकर्षण हैं।

गोल्डन ब्रिज (Golden Bridge)

अंकलेश्वर और भरूच को जोड़ने वाला यह ब्रिज 125 साल पुराना है। अंग्रेजों ने इसे 1881 ई. में बनवाया था। इसी पुल ने उन्हें प्रशासन और व्यापार के लिए नर्मदा नदी पार करने और मुंबई पहुंचने में मदद की थी। यह पुल अनेक बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं का गवाह रहा है। पुल के निकट ही रेलवे ट्रैक भी है।

भरूच किला (Bharuch fort)

नर्मदा नदी के निकट एक पहाड़ी के शिखर पर यह शानदार किला बना हुआ है। किले के तल पर जामा मस्जिद है जिसे एक जैन मंदिर के अवशेषों से बनवाया गया था। किले के भीतर ही कलेक्टर का कार्यालय, सिविल कोर्ट, एक प्राचीन डच फैक्ट्री, विक्टोरिया घंटाघर और अन्य इमारतें देखी जा सकती हैं।

भरूच तीर्थ (Bharuch Tirth)

भरूच तीर्थ जैन मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर जैन भगवान मुनिसुवरत स्वामी को समर्पित है। मंदिर की संगमरमर की दीवारों पर भक्तामर स्त्रोत्र पवित्र जैन पुस्तक की सूक्तियां मुद्रित हैं। इस प्रकार की सूक्तियों से मुद्रित यह भारत का प्रथम जैन मंदिर है।

जगादिया तीर्थ (Jhagadia Tirth)

यह जैन तीर्थस्थल भरूच से 32 किमी. दूर जगादिया में स्थित है। यहां के मंदिर में भगवान आदिनाथ की 104 सेमी. ऊंची सफेद संगमरमर से बनी प्रतिमा स्थापित है।

प्रथम जैन र्तीथकर की यह प्रतिमा पदमासन मुद्रा में स्थापित है। प्रतिमा में खुदे अभिलेखों से सिद्ध होता है कि यह 1200 विक्रम काल का हैं। इस प्रतिमा को सर्वप्रथम राजा श्री गंभीरसिंहजी ने स्थापित करवाया था।

भृगु ऋषि मंदिर (Bhrigu Rishi Temple)

नर्मदा नदी के किनारे बना यह मंदिर गुजरात के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में एक है। भरूच शहर का नाम भी इसी मंदिर के कारण पड़ा है। इस मंदिर का निर्माण 1675 से 1686 के बीच मराठों द्वारा किया गया था।

पौराणिक ऋषि भृगु को समर्पित यह मंदिर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। 14वीं शताब्दी में बनी जामा मस्जिद मंदिर के निकट ही स्थित है।

दहेज बंदरगाह (Dahej Port)

यह बंदरगाह भारत के पश्चिमी तट पर गुलजरिया और बान क्रीक के जंक्शन पर स्थित है। बड़े-बड़े पानी के जहाजों का यहां से आवागमन होता रहता है। बंदरगाह को औद्योगिक जहाजों के लिए विकसित किया गया है। ट्रांजिट शेड्स और जेट्टी यहां उपलब्ध हैं।

अंकलेश्वर (Ankleshwar)

नर्मदा नदी तट पर स्थित अंकलेश्वर को पश्चिम भारत के ऑयल सिटी के रूप में जाना जाता है। पिछले 25 सालों में यह शहर औद्योगिक रूप में काफी विकसित हुआ है। यह शहर वडोदरा से 79 किमी. दूर सूरत और वडोदरा रेललाइन के मध्य स्थित है।

जम्बूसर (Jambusar)

भरूच जिले का यह ताल्लुक मुख्यालय बोतल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। इस नगर के पूर्वी हिस्से से विश्वमित्री नदी बहती है। श्री कवि तीर्थ यहां का प्रमुख आकर्षण है और यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। श्री गंधार तीर्थ और श्री भरूच तीर्थ भी यहां के दर्शनीय स्थल हैं।

झगडिया (Jhagadia)

भरूच-राजपिंपाला रोड पर स्थित झगडिया भरूच से 33 किमी. और राजपिंपाला से 55 किमी. की दूरी पर स्थित है। गुजरात औद्योगिक विकास निगम ने इस को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई है।

श्री झगडियाजी तीर्थ यहां का प्रमुख आकर्षण है जो श्री आदिनाथ भगवान का समर्पित है। इस तीर्थस्थल ही देखकर श्री जैन रिखबदेव महाराज की पेठी ट्रस्ट द्वारा की जाती है।

कायावरोहन (Kayavarohan)

यह स्थान भगवान शिव का समर्पित लकुलिश मंदिर के लिए लोकप्रिय है। माना जाता है कि चारों युगों में इस स्थान का अस्तित्व रहा है। दूसरी शताब्दी की अनेक मूर्तिया और चिह्न इस ऐतिहासिक स्थल में प्राप्त हुए हैं। भगवान कार्तिकेय और उमा महेश्वर की प्रतिमा यहां से प्राप्त हुई हैं।

भरूच कैंसे पहुंचे (How to Reach Bharuch)

वायु मार्ग– वडोदरा में यहां का नजदीकी एयरपोर्ट है जो देश के अनेक हिस्सों घरेलू उडानों द्वारा जुड़ा हुआ है।

रेल मार्ग– भरूच रेलवे स्टेशन पश्चिम रेलवे का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन इसे देश के बहुत से हिस्सों से जोड़ता है।

सड़क मार्ग– राष्ट्रीय राजमार्ग 8 भरूच को राज्य और देश के विविन्न शहरों को सड़क मार्ग से जोड़ता है। राज्य परिवहन निगम की नियमित बसें यहां के लिए चलती रहती हैं।

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Post Tags: #Bharuch#Gujarat#Gujarat Tourism

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