Bhind (M.P): History & Tourist Places in Hindi
Bhind (M.P): भिंड (Bhind) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के भिंड ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। भिंड मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है जो कि अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है.
भिंड: तंग घाटि, उपजाऊ भूमि, घने जंगल के लिए प्रसिद्ध
राज्य | मध्य प्रदेश |
भाषा | हिंदी |
तापमान | 29 से 40 डिग्री सेल्सियस (गर्मी), 8 से 25 डिग्री (सर्दी) |
संबंधित लेख | मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल |
उपयुक्त समय | अक्तूबर से फरवरी |
उत्तरी मध्य प्रदेश में स्थित भिंड जिला अपनी तंग घाटियों, उपजाऊ भूमि और घने जंगलों के लिए जाना जाता है। चंबल और सिंद घाटी में स्थित यह जिला कुंवारी और पाहुज नदी के मध्य बसा है।
भिंड नाम क्यों पड़ा? भिंडी ऋषि के नाम पर इस जिले का नाम पड़ा है। नंवबर 1956 में इस जिले को मध्य प्रदेश में शामिल किया गया था। प्रारंभ में यह चार तहसीलों में विभक्त था जबकि वर्तमान में यह जिला सात तहसीलों में बंटा हुआ है।
शुंग, मौर्य, नंद, कुषाण, गुप्त, हूण, गुर्जर, प्रतिहार, कच्छवाह, सूर, मुगल आदि शासकों का यहां शासन रहा है। भिंड जिले के किले, मंदिर और घाटियों पर्यटकों को खासे आकर्षित करते हैं, जिन्हें देखने की लालसा में उनका यहां निरंतर आवागमन होता रहता है।
भिंड के प्रमुख पर्यटन स्थल (Places to Visit in Bhind)
ऐतिहासिक महत्व: भिंड एक प्राचीन शहर है जो इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। यह मौर्य शासक सम्राट अशोक के समय से लेकर मुगल साम्राज्य तक कई शासकों के शासनकाल में रहा है।
सांस्कृतिक विरासत: भिंड एक संस्कृतिक विरासत है जिसमें प्राचीन मंदिर, मस्जिद, गुम्बद आदि शामिल हैं। भिंड के कुछ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत निम्न है..
- वनखण्डेश्वर मन्दिर
- भिंडत्रयम्बकेश्वर महादेव मंदिर भिंड
- बटेश्वर महादेव मंदिरभिंडी ऋषि का मंदिर भिंड
- माँ रेणुका मंदिर जमदारा
- गहियर धाम देबगढ
- डिडी हनुमान जी मंदिर
- गौरी सरोवर पार्क भिंड
- नरसिंह भगवान मन्दिर सायना(मेहगांव)
- भिण्ड का किला(भदौरिया राजाओं का)
- अटेर का किला(भदौरिया राजाओं की राजधानी)
- श्री नरसिंह भगवान मंदिर मौ
- दंदरौआ मंदिर मौ
- जागा सरकार हनुमान मंदिर लौहरपुरा(मौ)
- जामना वाले हनुमानजी
- पावई वाली शारदा माता
- श्री सीताराम बाबा रतवा(मौ)
- श्री मस्तराम बाबा रसनोल(मौ)
- कचनाव खुर्द (गोरमी से 9 कि.मी.दूर उत्तर दिशा) में प्राचीन शिव मंदिर जिसे काई बाले शंकर जी के नाम से जाना जाता है ।
भिंड में शिव के मंदिरों की श्रृंखला में 100 से अधिक मंदिर है। गौरी सरोवर की नौका विहार अत्यंत मनोरम है यहाँ राष्ट्रीय नौका प्रतियोगिता का आयोजन होता है।
अटेर का किला (Ater Fort, Bhind)
यह किला भदौरिया राजा बदन सिंह, महा सिंह और बखत सिंह ने 1664 से 1668 के बीच बनवाया था। भदौरिया राजाओं के नाम पर ही इस क्षेत्र को बधवार कहा जाता था। गहरी चंबल घाटी में स्थित यह किला भिंड जिले से 35 किमी. पश्चिम में स्थित है। खूनी दरवाजा, बदन सिंह का महल, हथियापोर, राजा का बंगला, रानी का बंगला और बारह खंबा महल किले के मुख्य आकर्षण हैं।
वनखंडेश्वर मंदिर (Vankhandeshwar Mandir, Bhind)
भिंड नगर में स्थित इस शिव मंदिर का निर्माण राजा पृथ्वीराज चौहान ने 1175 ई. में करवाया था। माना जाता है कि मंदिर में एक ज्योति उस समय से आज तक जल रही है।
जैन मंदिर (Jain Temple Bhind)
भिंड-ग्वालियर रोड पर स्थित यह जैन मंदिर भिंड से 5 किमी. दक्षिण में स्थित है। माना जाता है कि इन जैन मंदिरों का निर्माण भगवान महावीर स्वामी के यहां आने के बाद हुआ था। तांगा या निजी वाहन के माध्यम से ही मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
माता रेणुका मंदिर (Mata Renuka Ji Temple Bhind)
यह मंदिर मऊ के निकट गोहड तहसील में स्थित है। माना जाता है यहीं महर्षि परशुराम का जन्म हुआ था। मान्यता है कि परशुराम ने अपने पिता के आदेश पर अपनी माता का सिर काट दिया था। मंदिर में माता रेणुका की प्रतिमा स्थापित है जिसमें उनका सिर धड़ से अलग है।
गोहड का किला (Gohad Fort, Bhind)
यह किला जाट राजा महा सिंह ने 16 वीं शताब्दी में बनवाया था। हालांकि किला क्षतिग्रस्त अवस्था में है लेकिन उसके एक महल में अनेक सरकारी कार्यालय हैं। महल में की गईं शानदार नक्कासियां बेहद आकर्षक हैं। किले का कछरी महल ईरानी कला का एक बेहतरीन नमूना है।
भिंड कैसे पहुंचे (How To Reach Bhind)
वायु मार्ग- ग्वालियर भिंड जिले का नजदीकी एयरपोर्ट है जो देश और राज्य के अनेक बड़े शहरों से वायु मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग- भिंड रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अनेक शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग- भिंड के बस स्टैंड के लिए पडोसी राज्यों और शहरों से राज्य परिवहन निगम की नियमित बसें चलती रहती हैं।
कहां ठहरें: भिंड में ठहरने के लिए होटलों की उचित व्यवस्था है। आप चाहे तो भिंड के पडोसी जिले ग्वालियर में भी ठहर सकते है।