बिलासपुर (Himachal): History & Best Places To Visit in Hindi
बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश का एक नगर है। यह हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के पश्चिमोत्तर में एक कृत्रिम झील गोविंदसागर के समीप स्थित है। बिलासपुर, को ‘कहलूर’ भी कहा जाता है।
Bilaspur: Everything You Need to Know
राज्य | हिमाचल (Himachal) |
जिला | बिलासपुर (Bilaspur) |
क्षेत्रफल | 1,167 वर्ग कि०मी० |
भाषा | कहलूरी, हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | नैनादेवी मंदिर, भांखड़ा बांध, बहादुरपुर किला, व्यास गुफा, मार्कण्डेय मंदिर आदि। |
कब जाएं | जुलाई से सितम्बर |
सतलुज नदी के दक्षिण पूर्वी हिस्से में स्थित बिलासपुर समुद्र तल से 670 मीटर की ऊंचाई पर है। यह नगर धार्मिक पर्यटन में रूचि रखने वाले लोगों को काफी रास आता है। न्यू बिलासपुर टाउनशिप को देश का सबसे प्रथम नियोजित हिल टाउन के रूप में प्रतिष्ठित किया जाता है।
बिलासपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल | Best Places To Visit in Bilaspur, Himachal Pradesh
Bilaspur Tourist Places: बिलासपुर शहर धार्मिक पर्यटन, प्राकृतिक सौंदर्य और इतिहास से भरपूर र्शनीय स्थलों के लिए जाना जाता है। यहां के नैना देवी का मंदिर निकट और दूर दराज के लोगों के बीच आकर्षण का केन्द्र रहता है। यहां बना भांखडा बांध भी अपनी ग्रेविटी के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है यहां आने वाले सैलानियों का अनुभव अन्य स्थानों से एकदम अलग होता है। बिलासपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों निम्न है।
नैना देवी मंदिर | Naina Devi Te ole
श्री नैना देवी मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर बना है। रोपड़ के पवित्र नगर आनंदपुर साहिब से इस मंदिर की ऊंचाई 915 मीटर है। पहाड़ी पर बने इस मंदिर तक पहुंचने के लिए पत्थर की सीढि़यों का इस्तेमाल किया जाता है। मंदिर तक पहुंचने के लिए केबल कार की भी व्यवस्था है। मंदिर के निकट एक छोटा सा बाजार भी लगता है। (और पढ़ें: नैना देवी मंदिर, शिमला
व्यास गुफा | Vyas Cave
यह गुफा न्यू टाउनशिप के तल पर स्थित है। कहा जाता है कि इस गुफा में ऋषि व्यास ने तपस्या की थी। व्यासपुर गांव के नाम की उत्पत्ति भी इसी गुफा के कारण मानी जाती है। महाभारत से संबंध रखने वाले व्यास ऋषि एक महान दार्शनिक थे,जो सतलुज नदी के बांए तट पर बनी इस गुफा में ध्यान लगाया करते थे। इस गुफा को एक पवित्र तीर्थस्थल माना जाता है। (और पढ़ें: महाभारत के प्रमुख पात्र
भांखड़ा बांध | Bhakra Dam
बिलासपुर के भांखड़ा गांव में स्थित यह बांध नांगल टाउनशिप से 13 किमी.दूर है। यह बांध विश्व का सबसे ऊंचा ग्रेविटी बांध है। बांध पर बनी झील लगभग 90 किमी. लंबी है। यह बांध लगभग 168 वर्ग किमी.के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह बांध बिलासपुर का 90 प्रतिशत और ऊना जिले का 10 प्रतिशत हिस्सा घेरता है। इस बांध को 20 नवंबर 1963 को पंडित जवाहर लाल नेहरू ने राष्ट्र को समर्पित किया था। बांध से आसपास के क्षेत्र का नजारा देखा जा सकता है।
बहादुरपुर किला | Badadurpur Fort
बहादुरपुर नामक एक पहाड़ी की चोटी पर बना यह किला 1980 मीटर की ऊंचाई पर है। इसे जिले को सबसे ऊंचा प्वाइंट माना जाता है। परगना बहादुरपुर के तेपरा गांव के निकट बना यह किला बिलासपुर से 40 किमी. दूर है। देवदार और बान के सुंदर जंगलों ने इस स्थान को चारों तरफ से घेर रखा है। इस किले से फतेहपुर, नैना देवी की पहाडी़, रोपड़ के मैदान और शिमला की पर्वत श्रृंखलाएं देखी जा सकती हैं। यह किला 1835 में बनवाया गया था जो अब काफी क्षतिग्रस्त हो चुका है।
स्वारघाट | Swarghat
बिलासपुर से 40 किमी. दूर बिलासपुर-चंडीगढ़ रोड पर स्वारघाट स्थित है। समुद्रतल से 1220 मीटर ऊंचे स्वारघट से आसानी से नैना देवी मंदिर और भांखड़ा बांध पहुंचा जा सकता है। स्वारघट में लक्ष्मी नारायण को समर्पित एक मंदिर बना हुआ है। कुछ दिन शांति से गुजारने के लिए यह एक आदर्श स्थान है। हाल ही में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने यहां एक आठ कमरों को होटल बनवाया है।
महर्षि मार्कंडेय मंदिर | Maharishi Markandey Mandir
यह लोकप्रिय मंदिर बिलासपुर से 20 किमी. दूर तहसील सदर में स्थित है। पहले इस मंदिर में ऋषि मार्कंडेय रहते थे और अपने आराध्य की आराधना करते थे। इसी कारण इस मंदिर को मार्कंडेय कहा जाता है। यहां एक प्राचीन पानी का झरना भी है, जहां बैसाखी की रात्रि में एक वार्षिक पर्व आयोजित किया जाता है।
कंदरूर ब्रिज | Kandrour Bridge
सतलुज नदी पर बना यह शानदार ब्रिज राष्ट्रीय राजमार्ग 88 पर बना हुआ है। इस ब्रिज का निर्माण कार्य अप्रैल 1959 में शुरू हुआ जो 1965 में जाकर पूरा हुआ। यह ब्रिज 280 मीटर लंबा और 7 मीटर चौड़ा है। नदी के तल से 80 मीटर ऊंचे इस पुल का विश्व के सबसे ऊंचे पुलों में माना जाता है। ऊंचाई के मामले में यह ब्रिज एशिया मे प्रथम स्थान रखता है। इस पुल का शिलान्यास परिवहन मंत्री श्री राज बहादुर ने 1965 में किया था।
बिलासपुर कैसे जाएं | How To Reach Bilaspur, Himachal
वायु मार्ग– बिलासपुर का निकटतम एयरपोर्ट चंडीगढ़ और भुंटार में है। चंडीगढ़ बिलासपुर से 135 और भुंटार 131 किमी. की दूरी पर है।
रेल मार्ग– कीरतपुर बिलासपुर का नजदीकी रेलवे स्टेशन है,जो बिलासपुर से 60 किमी.की दूर है।
सड़क मार्ग– राष्ट्रीय राजमार्ग 21 बिलासपुर को सड़क मार्ग से जोड़ता है। चंडीगढ़ से बिलासपुर के लिए नियमित डीलक्स और साधारण बसें चलती हैं। शिमला से दरलाघाट होते हुए भी बिलासपुर पहुंचा जा सकता हैं।