Cancer Zodiac Sign: जानिए, कर्क राशि का फलदेश
Cancer Zodiac Sign: कर्क राशि का स्वामी चन्द्रमा है। इस राशि का तत्व जल है। कर्क राशि वाले निश्चय ही चन्द्र से प्रभावित व्यक्ति होते है। चन्द्रमा एक शीतल, सौम्य एवं शुभ यह होता है चंद्रमा का सबसे ज्यादा असर मन स्थिति पर देखा जाता है कर्क राशि में जन्मे लोग प्रायः गोरे प्रकृति देह किन्तु यह की स्थिति लग्न में होने के कारण अपवाद रूप में श्यामल रंग के भी हो सकते है।
सामान्यता कर्क राशि में उत्पन्न लोग शांत प्रवृति के होते है. यह अपने क्रिया कलापों को दृढ़तापूर्वक संपन्न करते है।
आपकी संवेदशीलता, भावुकता व मधुरता से लोग फायदा उठाते है. शारीरिक शक्ति की अपेक्षा, मानसिक शक्ति में सुदृढ़ व परिवर्तन इच्छुक, अस्थिर मन-मस्तिष्क के हो जाते है। जिस उत्साह से कार्य शुरू करते है. कार्य पूर्ति तक वही उत्साह नहीं बना रहता है। एक कार्य छोड़, दूसरा, तीसरा कार्य आप आरम्भ कर लेते है। यह दोष सबसे प्रमुख इनमे होता है। धर्म के प्रति आपकी श्रद्धा रहती है। धार्मिक क्रिया कलापों में भी संलग्न रहते है। संगीत एवं कला के प्रति भी आपका आकर्षण रहता है। मित्रों के मध्य आप सम्माननीय रहेंगे. तथा उनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग की भी प्राप्ति होती है। मीटर आपके गुणवान वशिक्षित होते है।
घर प्रेमी, कुटुम्ब प्रेमी व्यक्ति आप है. सुख सुविधाओं की लालसा बनी रहती है. सजना संवारना डेकोरेशन आपको अति प्रिय है. स्त्रीवर्ग का सम्मान करने वाले होते है. परन्तु प्रेम प्रणय के मामले मेंअसफलता मिलती है.
आप एक अच्छे लेखक, सुन्दर कवि, महान दार्शनिक, व साहित्यकार व भविष्यवक्ता भी हो सकते है. आप सीमेंट कारखाने, भवन निर्माण के कार्य, बड़े बड़े ठेके के कार्य, आयात-निर्यात, कपड़ा संबंधी व्यापार, खेती के कार्य व यांत्रिक मशीनरी, सरकारी अधिष्ठानों में जल संबंधी कार्यों में दक्ष पाए जाते है, इस तरह के व्यापार में आप सुख समृद्धि, धन तथा प्रतिष्ठा अर्जित कर सकते है।
इस राशि के कई लोग उच्च श्रेणी के डॉक्टर, वैद्य अनुसंधानकर्ता भी होते है. आप प्रायः घर से भी दूर रह सकते है। आपका वैवाहिकजीवन भी अधिक सुखमय नहीं रहता है। आपके गृहस्थ जीवन में नई नई समस्या नित आती रहती है। शंकालु स्वभाव भी आपकीप्रवृत्ति है। शीतजन्य रोगों का प्रभाव आप पर अधिक रहता है। सर्दी, जुकाम, नजला, गठिया, कफ आदि कई बार ऐसे व्यक्ति उदारके रोगों से भी पीड़ित होते है।
प्रिय आपके बहुत है। परन्तु खुदगर्ज, स्वार्थी लोगो से सावधान रहें। आपको अपना भाग्य वहां आजमाना चाहिए जहां जलतटीयशहर हों, समुन्द्र किनारे तटीय शहर खूब लाभ दे सकते है।
- भाग्य उदय वर्ष: 22वें वर्ष में होता है. वैसे इनके जीवन में 22, 31, 40, 49, 58, 67 एवं 86वें वर्ष लाभदायक रहते है।
- मित्र राशियां: वृश्चिक, मीन, तुला
- शत्रु राशियां:- मेष, सिंह, धनु, मिथुन, मकर व कुम्भ
- अनुकूल रत्न:- मोती, मूंगा
- अनुकूल रंग: सफेद, क्रीम,
- शुभ दिन- सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार
- अनुकूल देवता: शिवजी, गौरी,
- अनुकूल अंक: 2,
- अनुकूल तारीख 2, 11, 20, 29,
- व्रत-उपवास:- सोमवार, बृहस्पतिवार
- व्यक्तित्व:- अध्ययनप्रिय, जलप्रिय, भावुक, कुशल प्रबंधक
- सकारात्मक तथ्य: कल्पनाशील, योजनाएं बनाने वाला, वफादार,
- नकारात्मक तथ्यः सदा कोई न कोई रोग, आलस्य, अक्षमशील द्वेषी,
- प्रकृति स्वभाव: सौम्य स्वभाव, कफ प्रकृति,
- दिशा : उत्तर,
- नाम अक्षर:- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
इस राशि के लोग अपनी मित्र राशियों से सामजस्य करके तथा अपनी राशि का शुभ रत्न पहन कर जीवन को सुखमय वशान्तिपूर्वक बिता सकते है। शुभमस्तु !!