Chandel (Manipur): History & Tourist Places in Hindi
चन्देल (Chandel) भारत के मणिपुर राज्य का एक ज़िला है। चन्देल ज़िले का मुख्यालय है।
राज्य | मणिपुर |
क्षेत्रफल | 3313 वर्ग कि.मी. |
भाषा | मणिपुरी |
दर्शनीय स्थल | तेंगनौपाल, चरन कुम्बरीयन |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
शहीदों की धरती चंदेल मणिपुर में स्थित है। चरा निकोलस मेयोन, एस. गेमीथांग और एन.ली. बेनैंग्वीर मेयोन ऐसे नाम हैं जो चंदेल में पैदा हुए और करगिल के युद्ध मे वीरगति को प्राप्त हुए। इन शहीदों के अलावा चंदेल को आदिवासी जातियों, प्राकृतिक सुन्दरता, बेहतरीन पर्यटक स्थलों और शानदार उत्सवों के लिए भी जाना जाता है।
चंदेल में लगभग 20 जातियों के आदिवासी रहते हैं। जिनमें अनल, लामकांग, कुकीज, मोयोन और मोनसांग जातियां प्रमुख हैं। यहां रहने वाले आदिवासी काफी हंसमुख और मिलनसार हैं जो अपने यहां आने वाले पर्यटकों का स्वागत बड़ी गर्मजोशी से करते हैं।
तेंगनौपाल: चंदेल से 20 कि.मी. की दूरी पर तेंगनौपाल चोटी स्थित है। आस-पास के क्षेत्र में यह चोटी सबसे ऊंची है और इस चोटी से पूरी मणिपुर घाटी के शानदार दृश्य देखे जा सकते हैं। तेंगनौपाल चोटी इतनी ऊंची है कि जब इसके सबसे ऊंचे शिखर पर पहुंचते हैं तो बादल नीचे रह जाते हैं। इसके अलावा मोरह घूमने भी जाया जा सकता है जो इसके काफी पास है।
चरन कुम्बरीयन: मणिपुर के चंदेल में अनेक जातियों के आदिवासी रहते हैं। इन आदिवासियों का मुख्य काम-धंधा कृषि है और वह बुवाई-कटाई के अवसर पर कई रंगारंग उत्सवों का आयोजन करते हैं। इन उत्सवों में चरन कुम्बरीयन प्रमुख है। यह उत्सव कटाई के बाद आयोजित किया जाता है। इस उत्सव को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य भगवान को अच्छी फसल के लिए धन्यवाद देना होता है।
योंगौपोकपी-लोकचाओ वन्य जीव अभ्यारण्य: योंगौपोकपी-लोकचाओ वन्य जीव अभ्यारण्य की स्थापना 1989 ई. में की गई थी। यह अभ्यारण्य लगभग 185 वर्ग कि.मी. में फैला हुआ है और बहुत खूबसूरत है।
इसकी सैर करना पर्यटकों को बहुत पसंद आता है क्योंकि वह यहां पर 86 प्रजातियों की मछलियां, 6 प्रजातियों के उभयचर जीव, 29 प्रजातियों के सरीसर्प, 74 प्रजातियों के पक्षी और 42 प्रजातियों के स्तनपायी जानवर देख सकते हैं।
चंदेल कैसे पहुंचे (How To Reach Chandel)
वायु मार्ग: इम्फाल में हवाई अड्डे का निर्माण किया गया है। इस हवाई अड्डे से आसानी से चंदेल तक पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग: चंदेल के आस-पास कई रेलवे स्टेशन से हैं जिनसे कई प्रमुख रेलगाड़ियां होकर गुजरती हैं। इन रेलगाड़ियों से चंदेल पहुंचना काफी आसान है।
सड़क मार्ग: राष्ट्रीय राजमार्ग 39 से बसों और निजी वाहनों द्वारा आसानी से चंदेल तक पहुंचा जा सकता है।