Chanderi (M.P): History & Tourist Places in Hindi
चंदेरी (Chanderi) भारत कर मध्य प्रदेश राज्य का एक छोटा सा शहर है। बुंदेलखंड और मालवा की सीमाओं पर स्थित यह शहर मध्य अशोकनगर जिले के अंतर्गत आता है।
Chanderi: History, Facts & Tourist Places | Wiki
राज्य | मध्यप्रदेश |
क्षेत्रफल | 10.7 km² |
भाषा | हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | चन्देरी किला, कोशक महल, परमेश्वर ताल, ईसागढ़ आदि। |
संबंधित लेख | मध्य प्रदेश के प्रमुख दर्शनीय स्थल |
कब जाएं | नवम्बर से फरवरी। |
मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले में स्थित चंदेरी एक छोटा लेकिन ऐतिहासिक नगर है। यह नगर शिवपुरी से 127 किमी. और ललितपुर से 37 किमी. की दूरी पर है। बेतवा नदी के किनार बसा चंदेरी पहाड़ी, झीलों और वनों से घिरा एक शांत नगर है। चंदेरी साड़ियों और ऐतिहासिक स्मारकों के लिए अविश्वसनीय रूप से प्रसिद्ध है।
चंदेरी का उल्लेख महाभारत में मिलता है। शिशुपाल महाभारत काल का राजा था। 11वीं शताब्दी में यह नगर एक महत्वपूर्ण सैनिक केंद्र था और प्रमुख व्यापारिक मार्ग भी यहीं से होकर जाते थे। बुन्देल राजपूतों और मालवा के सुल्तानों द्वारा बनवाई गई अनेक इमारतें यहां देखी जा सकती है। इस ऐतिहासिक नगर का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है। (और पढ़ें: महाभारत के प्रमुख पात्र
चन्देरी के प्रमुख दर्शनीय स्थल (Best Places To visit in Chanderi)
चन्देरी किला- यह किला चन्देरी का मुख्य आकर्षण है। मुगलों द्वारा बनवाया गया यह विशाल किला उनकी स्थापत्य कला की जीवंत मिशाल है। यह किला पहाड़ी की एक चोटी पर बना हुआ है। यह पहाड़ी की चोटी नगर से 71 मीटर ऊपर है।
कोशक महल- इस महल को 1445 ई. में मालवा के महमूद खिलजी ने बनवाया था। महल के हर खंड में बॉलकनी, खिड़कियों की कतारें और छत की गई शानदार नक्कासियां हैं।
परमेश्वर ताल- चन्देरी नगर के उत्तर पश्चिम में लगभग आधे मील की दूरी पर यह ताल स्थित है। इस खूबसूरत ताल को बुन्देल राजपूत राजाओं ने बनवाया था। इसके आसपास का वातावरण रमणीय है। तालाब के किनारे भगवान लक्ष्मण को समर्पित एक मंदिर है।
ईसागढ़- ईसागढ़ तहसील के कडवाया गांव में अनेक खूबसूरत मंदिर बने हुए हैं। इन मंदिरों में एक मंदिर दसवीं शताब्दी में कच्चापगहटा शैली में बना है। मंदिर का गर्भगृह, अंतराल और मंडप मुख्य आकर्षण है। चंदल मठ यहां का अन्य लोकप्रिय और प्राचीन मंदिर है।
बूढ़ी चन्देरी- ओल्ड चन्देरी सिटी को बूढ़ी नाम से जाना जाता है। 9वीं और 10वीं शताब्दी में बने जैन मंदिर यहां के मुख्य आकर्षण हैं। जिन्हें देखने हेतु हर साल बड़ी संख्या में जैन धर्म के अनुयायी आते हैं।
शहजादी का रोजा- यह स्मारक कुछ अनजान राजकुमारियों को समर्पित है। स्मारक के अंदरूनी हिस्से में शानदार सजावट की गई है। स्मारक की संरचना ज्यामिती से प्रभावित है।
जामा मस्जिद- चन्देरी में बनी जामा मस्जिद मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी मस्जिदों में एक है। मस्जिद के उठे हुए गुंबद और लंबी वीथिका काफी सुंदर हैं।
देवगढ़ किला- देवगढ़ किला चन्देरी से 25 किमी. दूर दक्षिण पूर्व में स्थित है। विकास खंड मोहखेड़ के अंतर्गत देवगढ़ ग्राम में 650 मीटर ऊंची एक पहाड़ी पर इस किले का निर्माण किया गया है जिसे देवगढ़ किले के नाम से जानते है।
यह छिंदवाड़ा जिले का एक मात्र ऐतिहासिक और गवरान्वित करने वाले किला है। किले के भीतर 9वीं और 10 वीं शताब्दी में बने जैन मंदिरों का समूह है जिसमें प्राचीन काल की कुछ मूर्तियां देखी जा सकती हैं। किले के निकट ही 5वीं शताब्दी का विष्णु दशावतार मंदिर बना हुआ है।
चंदेरी कैंसे पहुंचे (How To Reach Chanderi)
वायु मार्ग- ग्वालियर चन्देरी का निकटतम एयरपोर्ट है, जो लगभग 227 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चन्देरी पहुंचने के लिए यहां से बसों और टैक्सियों की व्यवस्था है।
रेल मार्ग- ग्वालियर में ही चन्देरी का निकटतम रेलवे स्टेशन है। यहां से नियमित अंतराल में बसें चन्देरी के लिए चलती हैं।
सड़क मार्ग- राज्य के अधिकांश हिस्सों से सड़क मार्ग के द्वारा चन्देरी पहुंचा जा सकता है। झांसी, ग्वालियर, टीकमगढ़ आदि शहरों से नियमित बसों की सुविधा चन्देरी के लिए उपलब्ध है।