Chandrapur (Maharahstra): History & Tourist Places in Hindi
चंद्रपुर (Chandrapur), जिसका भूतपूर्व नाम चांदा (Chanda) था, भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। चन्द्रपुर पर्यटकों के देखने लायक यहां अनेक ऐतिहासिक स्मारक और मंदिर हैं।
Chandrapur: History & Tourist Places in Hindi
राज्य | महाराष्ट्र |
क्षेत्रफल | 10417 वर्ग किमी. |
भाषा | मराठी, हिन्दी, अंगेजी |
तापमान | अधिकतम 47 डिग्री से., न्यूनतम 7 डिग्री से. |
दर्शनीय स्थल | भद्रावती तीर्थ, मरकड महादेव मंदिर, नंगरगोटा, गणेश मंदिर, चपराला वन्यजीव अभ्यारण्य, तरोबा राष्ट्रीय उद्यान, आनंदवन आश्रम आदि। |
यात्रा समय | नवम्बर से मार्च। |
महाराष्ट्र का चन्द्रपुर जिला बिटिश शासन के दौरान चांद नाम से जाना जाता था। यह भी माना जाता है कि इस स्थान का प्राचीन नाम लोकपुरा था, जो आगे चलकर इन्दूर और उसके बाद चन्द्रपुर के नाम से जाना गया। वैरंगढ, कोसल, भद्रावती और मरकड इस जिले के प्राचीन स्थल हैं।
चन्द्रपुर पर काफी लंबे समय तक हिन्दू और बौद्ध राजाओं का शासन रहा है। बाद में गोंड राजाओं ने इस पर अधिकार कर लिया जिन्होंनें 1751 तक यहां शासन किया। बाद में इसे ब्रिटिश शासन में मिला लिया गया।
चंद्रपुर के दर्शनीय स्थल (Places to Visit in Chandrapur)
Chandrapur Tourist places: पर्यटकों के देखने लायक यहां अनेक ऐतिहासिक स्मारक और मंदिर हैं। साथ ही यहां के वन्यजीव अभ्यारण्य भी यहां आने वाले सैलानियों के आकर्षण का केंद्र होते हैं।
श्री भद्रावती तीर्थ (Bhadravati tirth)
चन्द्रपुर के भद्रावती में स्थित श्री भद्रवती तीर्थ के जैन मंदिर पूरे जिले में प्रसिद्ध हैं। भगवान केसरियाजी पार्श्वनाथ इन मंदिरों के मुख्य आराध्य देव हैं। उनकी काले रंग की प्रतिमा काफी आकर्षक है। मूर्ति अर्धपदमासन मुद्रा में स्थापित है।
इसकी ऊंचाई 152 सेमी. के करीब है। भद्रवती गांव के निकट एक खूबसूरत बगीचे में स्थित इस दोमंजिला मंदिर की मुख्य विशेषता चतुर्मुख मूर्ति है।
मरकड महादेव मंदिर Markanda Mahadev Temple
12वीं शताब्दी में बना यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर का गर्भगृह सात रथ की आकृति से सुसज्जित है। इस मंदिर का वास्तुशिल्प खजुराहो के मंदिरों से मिलता-जुलता है। मरकड गए़चिरौली से 47 और नागपुर से करीब 177 किमी. की दूरी पर स्थित है। नागपुर से मरकड के लिए बसें चलती हैं।
नंगरगोटा (Nangargota)
नंगरगोटा एक खूबसूरत पिकनिक स्थल है जो पहाड़ी को काटकर बनाई गई गुफाओं के लिए चर्चित है। गुफा में किसी प्रकार की कोई तस्वीर या चित्र नहीं हैं। लोग इस गुफा को देखकर दंग रह जाते हैं कि कैसे 350 फीट ऊंची गुफा को काटकर बनाया गया होगा। यह गुफा चन्द्रपुर के नगबीड में स्थित है।
गणेश मंदिर (Ganesha Temple)
भगवान गणेश के इस मंदिर में पूरे साल श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। मंदिर की वास्तुकारी और मूर्तियां अपने आप में अद्वितीय हैं।
भरमगढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य (Bhamragarh Wildlife Sanctuary)
चन्द्रपुर जिले का यह वन्यजीव अभ्यारण्य 105 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला हुआ है। इस अभ्यारण्य में वन्यजीवों की विविध प्रजातियां पाई जाती हैं। तेंदुए, जंगली मुर्गा, वाइल्ड बोर, स्लोथ बीयर यहां मुख्यत: पाए जाते हैं।
साथ ही बार्किंग डीयर, नीलगाय, मोर, उडने वाली गिलहरी आदि पशु-पक्षियों को भी यहां देखा जा सकता है। हिमलकासी लोक बिरादरी प्रोजेक्ट इस अभ्यारण्य के अन्तर्गत आता है।
चपराला वन्यजीव अभ्यारण्य (Chaprala Wildlife Sanctuary)
शुष्क वनों से घिरा यह अभ्यारण्य 134 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह अभ्यारण्य मुख्यत: बड़ी गिलहरियों के लिए जाना जाता है। साथ ही अनेक दुर्लभ पशु जैसे टाईगर, तेंदुए, जंगली बिल्ली, स्लोथ बीयर, जंगली कुत्ता आदि भी यहां देखे जा सकते हैं। अजगर और गोह जैसे सरीसृप भी यहां दिखाई देते हैं। फरवरी से मई का समय यहां आने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
तरोबा राष्ट्रीय उद्यान (Tadoba-Andhari National Park)
तरोबा या ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान चन्द्रपुर से 45 किमी. की दूरी पर है। कान्हा राष्ट्रीय पार्क से दक्षिण पश्चिम में स्थित इस राष्ट्रीय पार्क को टाईगर, तेंदुए, सांभर हिरन, वाइल्ड बोर, भेड़िए, गोर, चीतल, नीलगाय, दलदली मगरमच्छ और अनेक जलपक्षियों का घर माना जाता है।
टीस और बांस के पेड़ इस पार्क की सुंदरता में वृद्धि करते हैं। नवंबर से जून का महीना यहां आने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। पार्क में ठहरने के लिए रेस्ट हाउस की उचित व्यवस्था है।
आनंदवन आश्रम (Anandwan Aasram)
वरोरा नगर स्थित यह आश्रम प्रसिद्ध समाजसेवी बाबा आमटे की कर्मभूमि रही है। बाबा आमटे का जीवन कुष्ठरोगियों के लिए समर्पित रहा है। इस आश्रम में उनके पुनर्वास और देखभाल की उचित व्यवस्था की गई है। विदेशों से आने वाले पर्यटक यहां नियमि रूप से आते रहते हैं।
चन्द्रपुर कैंसे पहुंचे (How to Reach Chandrapur)
वायु मार्ग- चन्द्रपुर का नजदीकी एयरपोर्ट नागपुर में डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर एयरपोर्ट है जो देश के अनेक शहरों से वायु मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग- मुंबई-वर्धा-चन्द्रपुर रेल लाइन से महाराष्ट्र का यह जिला जुड़ा है। महाराष्ट्र और पडोसी राज्यों के अनेक शहरों से यहां के लिए नियमित रेलगाड़ियां हैं।
सड़क मार्ग- मुंबई-नासिक-चन्द्रपुर सड़क मार्ग चन्द्रपुर को महाराष्ट्र और देश के अन्य शहरों से जोड़ता है। राज्य परिवहन के अलावा अनेक निजी बसें चन्द्रपुर के लिए चलती हैं।