Dhule (Maharashtra): History & Places To Visit in Hindi
धुले (Dhule) भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। यह भारत के गिने-चुने नगरों में से एक है जो सुनियोजित ढंग से बसाया गया है। इस नगर की योजना भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या द्वारा निर्मित की गयी थी।
Dhule: History & Tourists Places in Hindi | wiki
राज्य | महाराष्ट्र |
क्षेत्रफल | 8061 वर्ग किमी. |
भाषा | मराठी, हिंदी और इंग्लिश |
औसत वर्षा | 592 मिमी. |
तापमान | अधिकतम 45 डिग्री से., न्यूनतम 6 डिग्री तक। |
दर्शनीय स्थल | तोरणमल, लालिंग किला, कपिलेश्वर मंदिर, अनेर डेम वन्यजीव अभ्यारण्य, सारंगखेडा, बलसाने आदि। |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
महाराष्ट्र के उत्तरी सिरे पर स्थित धुले पंजारा नदी के तट पर बसा है। इस जिले का डिजाइन सर विश्वश्रैया ने तैयार किया था। धुले अपने स्तरीय शैक्षिक संस्थानों के लिए काफी लोकप्रिय है। यह जिला पश्चिम में गुजरात, उत्तर में मध्य प्रदेश, पूर्व और दक्षिण में जलगांव एवं नासिक जिलों से घिरा हुआ है।
धुले के प्रमुख पर्यटन स्थल (Best places to visit in dhule, Maharashtra)
Dhule tourist Places: यहां स्थित एकविरा मंदिर, स्वामीनारायण मंदिर, गुरूद्वारा, चर्च और मस्जिद आदि धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से उपयुक्त स्थल हैं। इसके अतिरिक्त लालिंग किला, तिरूपति की प्रतिकृति, बालाजी मंदिर, नानक टैंक, कन्हैयालाल महाराज मंदिर, राजवाडे संशोधन मंडल संग्रहालय भी घूमने योग्य है।
तोरणमल (Toranmal)
धुले सिटी से लगभग 144 किमी. दूर स्थित तोरणमल महाराष्ट्र का प्रमुख हिल स्टेशन है। गर्मियों के दिनों में भी यहां का मौसम लुभावना रहता है। तोरणमल सतपुड़ा की सबसे ऊंची पहाड़ियों में है, जो समुद्र तल से 1036.32 मीटर की ऊंचाई पर है।
प्राकृतिक रूप से बनी खुशवंत झील इस स्थान की खूबसूरती में बढोतरी करती है। तोरणमल में अनेक खूबसूरत और दर्शनीय स्थल हैं। यहां अक्सर पर्यटकों का जमावड़ा देखा जा सकता है।
लालिंग किला (Laling Fort)
यह किला दक्षिणी धुले से 6 मील की दूरी पर है। यह प्राचीन किला 14वीं शताब्दी में फारूखी प्रथमके शासनकाल में बनवाया गया था। वर्तमान में यह किला क्षतिग्रस्त अवस्था में है। हेमदपंथी शैली में बने दो प्राचीन मंदिर भी यहां देखे जा सकते हैं।
जैन मंदिर धुले (Jain Temple Dhule)
धुले जिला का यह लोकप्रिय जैन तीर्थस्थल है। यहां के मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की 50 सेमी. ऊंची प्रतिमा देखी जा सकती है। काले रंग की यह प्रतिमा पदमासन मुद्रा में स्थापित है। श्रीनेर तीर्थ का उल्लेख 908 पार्श्वनाथ छंद में भी मिलता है। मंदिर में स्थापित प्रतिमा करीब 500 साल पुरानी मानी जाती है।
कपिलेश्वर मंदिर (Kapileshwar Temple)
यह मंदिर तापी और पंजारा नदी के संगम पर बना है और भगवान शिव को समर्पित है। इसे सप्तसंगम नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि प्राचीन काल में इस स्थान पर धार्मिक क्रियाएं चलती थीं तो कपिल नामक एक गाय भी उसमें शरीक होती थी।
एक बार भगवान शिव इन क्रियाओं में शामिल होने धरती पर आए, तब से इस मंदिर को कपिलेश्वर मंदिर कहा जाने लगा। मंदिर में खुदे अभिलेख यह सिद्ध करते हैं कि 16वीं शताब्दी में अहिल्याबाई होल्कर ने इसका जीर्णोद्धार करवाया था।
अनेर डेम वन्यजीव अभ्यारण्य (Aner Dam Wildlife Sanctuary)
धुले की शिरपुर तहसील में सतपुड़ा पहाड़ियों के दक्षिण पश्चिमी हिस्से में यह अभ्यारण्य स्थित है। बार्किंग डीयर, चिंकारा, खरगोश, साही, जंगली बिल्ली इस अभ्यारण्य में सामान्यत: पाए जाते हैं। गोह यहां पाई जाने वाली मुख्य सरीसृत प्रजाति है। इनके अलावा पक्षियों की विविध प्रजातियां भी यहां देखी जा सकती हैं
सारंगखेडा (Sarangkheda)
धुले जिला का यह एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यह स्थान भगवान दत्तात्रेय के एकमुखी मंदिर के कारण लोकप्रिय है। माना जाता है कि उनकी यह प्रतिमा नांदेह जिले के मुहुरगढ़ से लाई गई थी। मंदिर के विशाल शिखर गांव का विहंगम नजारा प्रस्तुत करते हैं। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के अवसर पर यहां एक विशाल मेला लगता है। इस मेले में भगवान दत्तात्रेय का जन्मदिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
बलसाने (Balsana)
धुले की पूर्व दिशा में स्थित बलसाने सकरी ताल्लुक का एक छोटा-सा गांव है, तो जैन तीर्थस्थल के रूप में विख्यात है। हेमदपंथी और बहमनी शैली में बने मंदिर यहां देखे जा सकते हैं। मंदिरों के अलावा यहां एक गुफा भी देखी जा सकती है।
धुले कैंसे पहुँचे (How To Reach Dhule)
वायु मार्ग- शिरपुर का घरेलू एयरपोर्ट धुले का निकटतम एयरपोर्ट है जो मुंबई से जुड़ा हुआ है। मुंबई यहां का निकटतम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट है, जो 340 किमी. की दूरी पर है।
रेल मार्ग- धुले रेलवे स्टेशन मुंबई से नियतिम ट्रेनों द्वारा जुड़ा हुआ है। यह रेलवे स्टेशन मुंबई-जलगांव-धुले रेललाइन पर स्थित है।
सड़क मार्ग- राष्ट्रीय राजमार्ग 6, 3 और 211 इसे महाराष्ट्र और देश के अनेक हिस्सों से जोड़ते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 6 सूरत से धुले को जोड़ता है, 3 आगरा से और 211 सोलापुर से धुले जिले को जोड़ता है।