Dimapur (Nagaland): History & Tourist Places in Hindi
दीमापुर (Dimapur) भारत के नागालैण्ड राज्य में स्थित एक शहर है। यह ज़िले का मुख्यालय और राज्य का सर्वाधिक आबादी वाला शहर भी है। यह असम की राज्य सीमा के पास, धनसीरी नदी के किनारे बसा हुआ है।
राज्य | नागालैंड |
क्षेत्रफल | 927 Sq.km |
ग्लोब में स्थिति | 25 डिग्री 54 इंच से 93 डिग्री 44 इंच पू |
भाषा | सुमी, हिंदी, इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | कचारी साम्राज्य, रंगापहाड़ रिजर्व, सेतीकीमा झरना आदि। |
प्राचीन कचारी साम्राज्य को आज नागालैंड के दीमापुर के नाम से जाना जाता है। यह तीन शब्दों दी, मा और पुर से मिलकर बना है। कचारी भाषा के अनुसार दी का अर्थ होता है नदी, मा का अर्थ होता है महान और पुर का अर्थ होता है शहर। दीमापुर प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत होने के साथ एक ऐतिहासिक शहर भी है।
यहां पर कचारी शासनकाल में बने मन्दिर, तालाब और किले देखे जा सकते हैं। इनमें राजपुखूरी, पदमपुखूरी, बामुन पुखूरी और जोरपुखूरी आदि प्रमुख हैं। इनके अलावा यहां पर सेतीकीमा झरना और रंगापहाड़ रिजर्व घूमने भी जाया जा सकता है इनकी गिनती दीमापुर के प्रमुख पर्यटक स्थलों में की जाती है।
कचारी साम्राज्य: प्राचीन समय में दीमापुर में कचारी आदिवासियों का राज था। उन्होंने अपने शासनकाल में अनेक मन्दिरों, किलों और महलों का निर्माण कराया था। इनके अवशेष आज भी यहां पर देखे जा सकते हैं। यह बहुत ही खूबसूरत हैं और पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता हैं।
दीज्फे हस्तशिल्प गांव: दीमापुर से 13 कि.मी. की दूरी पर स्थित दीज्फे गांव को हस्तशिल्प का गढ़ माना जाता है। इस गांव के निवासियों को बांस की सुन्दर टोकरियां बनाने, उच्च गुणवत्ता का कपड़ा बनाने और लकड़ी की शानदार कलाकृतियां बनाने में महारत हासिल है।
नागालैंड सरकार के सहयोग से इनका व्यापार काफी फल-फूल रहा है। दीमापुर आने वाले पर्यटकों को यह गांव और स्थानीय निवासियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां बहुत पसंद आती है। वह इन कलाकृतियों को स्मृतिकाओं के रूप में खरीद कर भी ले जाते हैं।
रंगापहाड़ रिजर्व: कचारी साम्राज्य के अवशेष और दीज्फे गांव देखने के बाद पर्यटक रंगापहाड़ रिजर्व घूमने जा सकते हैं। इस रिजर्व को प्रकृति-प्रेमियों का स्वर्ग माना जाता है। वह यहां पर खूबसूरत पेड़-पौधों और वन्य जीवों की आकर्षक छटा देख सकते हैं जो उन्हें मंत्र-मुग्ध कर देती है। वन्य जीवों के अलावा यहां पर खूबसूरत पक्षियों को भी देखा जा सकता है जो इस रिजर्व की सुन्दरता को कई गुणा बढ़ा देते हैं।
सेतीकीमा झरना: वनों और उसमें रहने वाले जीवों के मनोहारी दृश्य देखने के बाद सेतीकीमा झरने के पास ट्रैकिंग का आनंद लिया जा सकता है। ट्रैकिंग के अलावा पिकनिक मनाने के लिए भी सेतीकीमा झरना आदर्श स्थल है। सेतीकीमा झरना लगभग 300 फीट की ऊंचाई से तीन धाराओं में गिरता है। अपनी ऊंचाई के कारण यह बहुत सुन्दर दिखाई देता है और पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।
दीमापुर कैसे पहुंचे (How To Reach Dimapur)
वायु मार्ग: दीमापुर में हवाई अड्डे का निर्माण किया गया है। राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय वायु सेवाओं से आसानी से यहां तक पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग: हवाई अड्डे के साथ-साथ दीमापुर में रेलवे स्टेशन का निर्माण भी किया गया है। इस रेलवे स्टेशन से होकर कई प्रमुख रेलगाड़ियां गुजरती हैं।
सड़क मार्ग: राष्ट्रीय राजमार्ग 39 से बसों और निजी वाहनों द्वारा आसानी से दीमापुर तक पहुंचा जा सकता है।