Gondia (Maharashtra): History & Places To Visit in Hindi
गोंडिया (Gondia) भारतीय के महाराष्ट्र राज्य में स्थित एक शहर है। यह जिले का मुख्यालय भी है। इस क्षेत्र में चावल मिलों की प्रचुरता के कारण इसे ‘राइस सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है-
Gondia: History & Tourist Palaces in Hindi | wiki
राज्य | महाराष्ट्र |
क्षेत्रफल | 4900 वर्ग किमी. |
भाषा | मराठी, हिंदी और इंग्लिश |
औसत वर्षा | 1000 मिमी. |
तापमान | अधिकतम 44 डिग्री से., न्यूनतम 7 डिग्री |
दर्शनीय स्थल | इतियादोह बांध, डकरम सुकदी, कामता शिव मंदिर, नागरा शिव मंदिर, कचारगढ़, हाजरा झरना आदि। |
कब जाए | अक्टूबर से मार्च। |
महाराष्ट्र के उत्तर पूर्वी हिस्से में स्थित गोंडिया की सीमाएं महाराष्ट्र के चन्द्रपुर और भंडारा से, मध्य प्रदेश के बालाघाट और छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव से मिलती हैं।
4900 वर्ग किमी. में फैले महाराष्ट्र के इस जिले की दांडर, गोंडी नृत्य, भजन और कीर्तन प्रमुख लोककलाएं हैं। पर्यटन के लिहाज से भी इस जिले में अनेक मंदिर, ऐतिहासिक स्थल और राष्ट्रीय पार्क आदि देखे जा सकते हैं।
इतियादोह बांध (Itiadoh Dam)
यह बांध गोंडिया जिले से करीब 85 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह बांध गोंडिया जिले की ही नहीं बल्कि भंडारा और गढचिरौली जिले की फसलों की सिंचाई का मुख्य स्रोत है। यह बांध कतला मछली और झींगा मछली के लिए भी प्रसिद्ध है। इस बांध के निकट ही एक तिब्बत बस्ती है, जहां तिब्बती कॉरपेट की बुनाई की जाती है।
डकरम सुकदी (Dakram Sukadi)
डकरम सुकदी एक धार्मिक स्थल है, जो गोंडिया से करीब 40 किमी. दूर है। चक्रधर स्वामी मंदिर यहां का मुख्य आकर्षण है। यह मंदिर महानुभव संप्रदाय के प्रमुख मंदिरों में एक है। हर साल अप्रैल माह में यहां वार्षिक मेला लगता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है।
कामता शिव मंदिर (Kamta shiv Temple)
गोंडिया जिले के कामता में स्थित यह मंदिर स्थानीय संत लहरी बाबा द्वारा बनवाया गया था। मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। गुरू पूर्णिमा के अवसर पर यहां हजारों भक्तों का आना होता है। शिवरात्रि का पर्व यहां बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
नागरा शिव मंदिर (Nagra shiv Temple)
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर गोंडिया के नागरा में स्थित है। हेमदपंथी शैली में बने इस मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी में हुआ था। महाशिवरात्रि का पर्व यहां बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
कचारगढ़ (Kachargarh)
कचारगढ़ एक ऐतिहासिक स्थल है जो गोंडिया से 55 किमी. की दूरी पर है। पुराप्रस्तर युग की गुफाएं यहां का मुख्य आकर्षण हैं। यह गुफा एक पहाड़ी पर स्थित हैं। पत्थर के अनेक प्राचीन औजारों को यहां होने वाली खुदाई से प्राप्त किया गया है। कछरगढ़ घने जंगलों के बीच स्थित है और ट्रैकिंग के लिए एक बेहतरीन जगह माना जाता है।
हाजरा झरना (Hajra Fall)
यह खूबसूरत झरना गोंडिया से 50 किमी. दूर स्थित है। झरने के आसपास का नजारा बेहद मनोरम है। यहां का हरा-भरा वातावरण पिकनिक के लिए बेहतरीन जगह मानी जाती है। साथ की कैंपिंग के लिए यह उपयुक्त स्थान है।
नवेगांव राष्ट्रीय पार्क (Nawegaon Nagzira Tiger Reserve)
नवेगांव का यह राष्ट्रीय पार्क 135 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। पहाड़ियों के बीच बनी नवेगांव झील के निकट ही एक वाचटॉवर देखा जा सकता है। इस राष्ट्रीय पार्क में एक डीयर पार्क, एक दरबा और तीन खूबसूरत बगीचे शामिल हैं। टाईगर, पेंथर, बिसन, सांभर हिरन, नीलगाय, चीतल, वाइल्ड बोर, स्लोथ बीयर, जंगली कुत्ते आदि इस पार्क में देखे जा सकते हैं। अप्रैल से मई समय यहां आने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
पदमपुर (Padmapur)
ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह स्थान संस्कृत के महान विद्वान भवभूति का जन्मस्थान माना जाता है। उन्होंने मालती मानव, महावीर चरित, उत्तर राम चरित जैसे ग्रंथों की रचना की थी। प्राचीन काल की अनेक मूर्तियां यहां देखी जा सकती हैं।
गोंडिया कैंसे पहुंचे (How to Reach Gondia, Maharashtra)
वायु मार्ग- नागपुर का सोनेगांव एयरपोर्ट यहां का निकटतम एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट महाराष्ट्र और पड़ोसी राज्य के शहरों से वायुमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग- गोंडिया रेलवे स्टेशन गोंडिया को महाराष्ट्र और देश के अनेक शहरों से रेल मार्ग द्वारा जोड़ता है।सड़क मार्ग- गोंडिया महाराष्ट्र और पडोसी राज्यों से सड़क मार्ग के माध्यम से जुड़ा हुआ है। राज्य परिवहन निगम की अनेक बसें यहां के लिए नियमित रूप से चलती हैं।
कहां ठहरें- गोंडिया में ठहरने के लिए अच्छे होटलों का अभाव है। गोंडिया के निकटतम शहर नागपुर में होटलों की पर्याप्त व्यवस्था है।