Guna (M.P): History & Tourist Places in Hindi
गुना (Guna) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के गुना ज़िले में स्थित एक नगर है। यह गुना ज़िले का मुख्यालय भी है।
Guna: History, Facts & Tourist Places | wiki
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 6485 वर्ग किमी |
भाषा | हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | बजरंगढ़ किला, चंदेरी किला, बादल महल द्वार, कोशक महल आदि। |
सम्बंधित लेख | मध्य प्रदेश के प्रमुख दर्शनीय स्थल |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च |
मध्य प्रदेश के गुना जिले को मालवा और चंबल का प्रवेश द्वार कहा जाता है। राज्य के उत्तरी हिस्से में मालवा के पठार पर पर्बती नदी के किनारे पर यह जिला स्थित है। 6485 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैला गुना पश्चिम में राजस्थान और पूर्व में उत्तर प्रदेश से घिरा है। यह जिला चंदेरी साड़ियों, बजरंनगढ़, ईसागढ़, कदवाया और अनंतपुर आदि लोकप्रिय स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।
गुना के प्रमुख दर्शनीय स्थल (Best Places To Visit Guna)
बजरंगढ़ किला- प्रारंभ में झरखोन नाम से लोकप्रिय बजरंगढ़ किला गुना जिले के बजरंगढ़ में स्थित है। यह गुना से 8 किमी. दूर गूना-अरोन रोड पर है। किले को 1775 ई. में मराठों ने बनवाया था। किले में मोती महल, रंग महल और एक गनरी देखी जा सकती है। गनरी के साथ ही एक सीढ़ीनुमा तालाब है जिसमें घोड़े पानी पिया करते थे। किल में एक मंदिर भी देखा जा सकता है।
चंदेरी किला– यह किला गुना जिले के चंदेरी में एक पहाड़ी पर स्थित है। तीर दरवाजों से किले में प्रवेश किया जा सकता है। सबसे ऊपरी द्वार को हवा पौर और निचले द्वार को खूनी दरवाजा कहा जाता है। खूनी दरवाजे के निकट अपराधियों को फांसी दी जाती थी, इसी कारण इसे खूनी दरवाजा कहा जाता है। किले के भीतर हवा और नौ खंड महल के अवशेष देखे जा सकते हैं। किले के रेस्ट हाउस से नगर के विहंगम दृश्य देखे जा सकते हैं।
बादल महल द्वार– जामा मस्जिद के निकट स्थित बादल महल द्वार बिना महल का द्वार है। 15वीं शताब्दी में बनी इस संरचना का निर्माण मालवा के राजा सुल्तान महमूद शाह खिलजी ने अपनी विजय के उपलक्ष्य में करवाया था। 100 फीट ऊंचे इस द्वार में सुन्दर नक्कासी की गई है। प्रारंभ में इसे 12 महल दरवाजा के नाम से जाना जाता है।
कोशक महल– यह प्राचीन महल चंदेरी से 4 किमी. दूर है। इस महल को 1445 ई. में मालवा के महमूद खिलजी ने बनवाया था। माना जाता है कि खिलजी इसे सात मंजिल का बनवाना चाहता लेकिन अपनी मृत्यु से पूर्व मात्र दो मंजिल का ही इसे बनवा पाया। चार बराबर भागों में बंटा यह महल मांडू के समकक्ष है।
बिस्भूजी मंदिर– यह छोटी पर स्थित यह देवी दुर्गा का प्राचीन मंदिर है। दीपस्तंभ से यह मंदिर बेहद आकर्षक प्रतीत होता है। मंदिर में 20 भुजाओं वाली देवी दुर्गा की सुंदर प्रतिमा स्थापित है। दुर्गा अष्टमी के मौके पर यहां नौ दिन तक चलने वाला विशाल मेला लगता है।
इंदौर शिव मंदिर– भगवान शिव का यह प्राचीन वर्गाकार मंदिर 12 शाखाओं के गर्भगृह से युक्त है। मंदिर को सुंदर नक्कासियों से सजाया गया है। भगवान गणेश, कार्तिकेय और उमा सहित यहां अनेक देवी-देवताओं की मूर्तियां देखी जा सकती हैं।
जैन मंदिर– श्री थुओनाजी तीर्थ, श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र, श्री पार्श्वनाथ जिनालय और चंदेरी का बड़ा जैन मंदिर गुना के लोकप्रिय जैन तीर्थस्थल हैं। थुयोनाजी तीर्थ श्री आदिश्वर भगवान को समर्पित है और यहां 30 फीट ऊंची श्री आदिश्वर भगवान की खडगासन मुद्रा में प्रतिमा स्थापित है।
श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र में 25 खूबसूरत मंदिर देखे जा सकते हैं। मुख्य मंदिर में भगवान आदिनाथ की 8 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। चंदेरी के श्री पार्श्वनाथ जिनालय में 26 जैन मंदिरों का समूह है।
सिहंपुर महल- इस महल को 1711 ई. में चंदेरी के बुंदेला सरदार ने बनवाया था। होशंगाबाद गौरी ने महल में 1433 ई. में एक तालाब बनवाया था। इस तालाब में कमल पुष्प खिले रहते हैं।
खानदारगिरी– यह पहाड़ी स्थल चंदेरी से 1 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस स्थान में 6 मानव निर्मित गुफाएं देखी जा सकती हैं जिनमें 13वीं से 16वीं शताब्दी की मूर्तियां स्थापित हैं। यहां की पहाड़ियां विन्ध्याचल की पहाड़ियों का एक हिस्सा हैं। यह स्थान चारों ओर से घने जंगलों से घिरा है।
गुना कैंसे पहुंचे (How To Reach Guna, Madhya Pradesh)
वायु मार्ग- भोपाल में गुना जिले का निकटतम एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट दिल्ली, मुंबई, इंदौर आदि शहरों से नियमित फ्लाइटों द्वारा जुड़ा है। गुना भोपाल से करीब 158 किमी. दूर है।
रेल मार्ग- अशोकनगर रेलवे स्टेशन गुना का नजदीकी रेलवे स्टेशन है, जो गुना से 30 किमी. दूर है। यह रेलवे स्टेशन अशोकनगर को देश के अनेक हिस्सों से जोड़ता है।
सड़क मार्ग– गुना मध्य प्रदेश और अनेक पड़ोसी राज्यों के शहरों से गुना सड़क मार्ग से जुड़ा है। अनेक शहरों से यहां के लिए नियमित बसें चलती हैं।
कहां ठहरें– गुना में ठहरने के लिए होटलों का अभाव है। इसके नजदीकी एयरपोर्ट भोपाल में ठहरने के लिए होटलों की उत्तम व्यवस्था है