Khandwa (M.P): History & Tourist Places in Hindi
खंडवा (Khandwa) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के खंडवा ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।
Khandwa: History, Facts & Tourist Places in Hindi | wiki
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 6200 वर्ग किमी. |
ऊंचाई | 900 मीटर |
भाषा | हिन्दी, निमारी, कोरकू, भीली |
संबंधित लेख | मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
समुद्र तल से 900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मध्य प्रदेश के खंडवा जिले को दक्षिण भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है। यह जिला नर्मदा और ताप्ती नदी घाटी के मध्य बसा है। 6200 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैले खंडवा की सीमाएं बेतूल, होशंगाबाद, बुरहानपुर, खरगोन और देवस से मिलती हैं।
ओम्कारेश्वर यहां का लोकप्रिय और पवित्र दर्शनीय स्थल है। इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिगों में शुमार किया जाता है। इसके अलावा घंटाघर, दादा धुनीवाले दरबार, हरसुद, सिद्धनाथ मंदिर और वीरखाला रूक यहां के अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं।
गौरी कुंज, खंडवा (Gouri Kunj Auditorium, Khandwa, Madhya Pradesh)
यह ऑडिटोरियम संगीत का सांस्कृतिक हॉल है, जो खंडवा रेलवे स्टेशन से 1 किमी. की दूरी पर है। यह ऑडिटोरियम जाने माने गायक किशोर कुमार गांगुली की याद में बनवाया गया था। शहर के प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम यहीं आयोजित किए जाते हैं। देवी नव चंडी धाम और तुरजा भवानी माता मंदिर रेलवे स्टेशन के निकट ही स्थित हैं।
नगचुन बांध (Nagchoon Dam)
नगचुन गांव में बना यह बांध यहां का जाना माना पिकनिक स्थल है। बांध खंडवा से लगभग 7 किमी. दूर है। यह बांध खंडवा की सिचाईं का प्रमुख स्रोत है। इसके चारों ओर की हरियाली बांध को और आकर्षक बना देती है।
ओम्कारेश्वर मनधाता हिल (Omkareshwar, Mandhata Hill)
यह पवित्र पहाड़ी नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। यह पहाड़ी धार्मिक दृष्टि से जिले का महत्वपूर्ण स्थल है। 12 शिव ज्योतिर्लिगों में एक यहीं स्थित है। ओमकारेश्वर और अमरेश्वर यहां के प्रमुख मंदिर हैं। पहाड़ी के चारों ओर से बहती हुई नर्मदा नदी इसे ओम के आकार का बनाती है। यह पहाड़ी खंडवा से करीब 75 किमी. दूर है।
ओमकारेश्वर का गुरूद्वारा (Gurudwara Omkareshwar Sahib)
इस गुरूद्वारे को नानकदेव के ओमकारेश्वर आने के पश्चात् बनवाया गया था। नानकदेव के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए बना यह गुरूद्वारा सिक्ख और हिन्दू धर्म के अनुयायियों से भरा रहता है। ओमकारेश्वर रेलवे स्टेशन यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन है।
भगवान संभवनाथ मंदिर (Bhgwan Sambhavanatha Temple)
सिद्धवरकूट स्थित भगवान संभवनाथ का यह मंदिर बारा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि जैन धर्म के तीसरे र्तींथकर का यह मंदिर भूमि को खोदकर निकाला गया था। मुख्य मंदिर के अलावा यहां चार अन्य मंदिर भी देखे जा सकते हैं जिसमें भगवान चन्द्रप्रभु, अजीतनाथ, पार्श्वनाथ और संभवनाथ की मूर्तियां स्थापित हैं।
घंटाघर (Ghanata ghar)
मुंबई-दिल्ली मध्य रेल मार्ग पर स्थित घंटाघर एक पवित्र स्थल है। सूरजकुंड, पद्मकुंड, भीमाकुंड और रामेश्वर यहां के चार पवित्र कुंड हैं। दादा धुनी वाले की समाधि, तुरजा भवानी मंदिर और नव चंडी देवी घाम भी यहां के लोकप्रिय पवित्र स्थल हैं।
काजल रानी गुफा (Kajal Rani cave)
ओमकारेश्वर से लगभग 9 किमी. दूर यह एक खूबसूरत पिकनिक स्थल है। यहां से आसपास के क्षेत्र का सुंदर नजारा देखा जा सकता हैं। काजल रानी गुफा के निकट ही सतमत्रिका गुफा स्थित है। जुलाई से मार्च की अवधि यहां आने के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
खंडवा कैंसे पहुंचे (How To Reach Khandwa)
वायु मार्ग– इंदौर खंडवा का निकटतम एयरपोर्ट है, जो यहां से करीब 113 किमी. दूर है। इंदौर देश के अनेक शहरों से नियमित फ्लाइट्स के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग– खंडवा रेलवे स्टेशन दिल्ली-मुंबई रूट का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन विभिन्न ट्रेनों के माध्यम से देश के अनेक शहरों से जुड़ा है।
सड़क मार्ग– खंडवा सड़क मार्ग द्वारा राज्य और पड़ोसी राज्यों से द्वारा जुड़ा है। राज्य के अधिकांश जिलों से यहां के लिए नियमित बसों की व्यवस्था है।