Kuber Dev: कुबेर देव का रहस्य
Kuber Dev: कुबेर देव, धन के देवता के रूप में जाने जाते हैं। कुबेर देव को आधिकारिक रूप से हिमालय पर्वत के यक्षों का राजा माना जाता है। व्यापारिक सफलता के प्रतीक के रूप में पूजे जाते हैं।
कुबेर देव कौन है?
कुबेर भगवान् साक्षात् धन के रक्षक हैं। अर्थात् भगवान इन्द्र के खचांजी है। जो भगवान् के आय और व्यय का विवरण रख कर हिसाब-किताब को व्यवस्थित रखते हैं।
कुबेर भगवान को साक्षात् पौराणिक कथाओं में यह भी कहा गया है कि जहाँ कुबेर भगवान् विराजमान होते हैं वहाँ धन के भण्डार भरे रहते हैं। जहाँ- जहाँ इनका पूजन होता है। वहाँ हमेशा धन- धान्य और विभिन्न प्रकार के भण्डार भरे रहते हैं।
शायद इसी को प्रतीक मनकर रिजर्व बैंक पार्लियामेंट के समीप देखेंगे कि बाहर दो प्राचीन प्रतिमाएं लगाई गयी होंगी, एक तरफ महानतम पुरुष कुबेर महाराज तथा दूसरी तरफ देवी लक्ष्मी जी की प्रतिमा। कुछ लोगों का मत है कि भगवान् कुबेर समस्त आय और व्यय का क्रम संभालते हैं, रक्षण करते हैं।
नाम | कुबेर |
अन्य नाम | धनेश्वर , वैश्रावण , भद्राकान्त , देववर्णिणीनन्दन , यक्षेश्वर धनदाय आदि |
पदवी | यक्ष, देवता, लोकपाल |
निवास | लंकापुरी, अलकापुरी |
मंत्र | ॐ श्री कुबेराय नमः |
अस्त्र | गदा |
पत्नी | भद्रा |
माता – पिता | ऋषि विश्रवा (पिता) देववर्णिणी (माता) |
सवारी | वराह (देशी सुअर), नकुल (नेवला) |
ज्योतिष शास्त्र में दरिद्रता को एक शाप माना गया है। पूर्व जन्म के कृत पापों के कारण मनुष्य को इस जन्म में अनेक कष्ट उठाने पड़ते हैं। हमारे धर्म शास्त्रों मैं दारिद्र्य रूपी इस पाप को दूर करने के अनेक उपाय बताये गये हैं। कई प्रकार की तपस्या साधनों द्वारा हम लक्ष्मीवान् बन सकते हैं। अतः कुबेर का संक्षिप्त परिचय भी यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है।
कुबेर देव जन्म कथा
वैवस्वत मन्वंतर में महर्षि पुलस्त्य के यहाँ विश्रवण नामक पुत्र हुआ। विश्रवण के अनेक रानियाँ थीं पर उनमें से केशनी एवं इडविडा दो पटरानियां थीं कैशनी के गर्भ से रावण, कुम्भकर्ण, विभीषण और सूर्पणखा चार संतानें हुई तथा इडिवड़ा के केवल एक पुत्र हुआ जिसका नाम था कुबेर इस प्रकार कुबेर व रावण सौतेले भाई थे।
कुबेरः शिव का अनन्य उपासक थे। उसका स्वभाव शांत व गम्भीर था। उसने विश्वकर्मा की सहायता से सुवर्णमयी लंका का निर्माण किया। इससे उसकी कीर्ति बढ़ी। उसके सौतेले भाई रावण को यह बात अखरी। उसने लंका प्राप्त करने हेतु कुबेर पर आक्रमण किया।