Mannar (Kerala): History & Places To Visit in Hindi
मन्नार (Mannar) केरल का एक प्रमुख पर्वतीय स्थल है। प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक यहां आते हैं। जिंदगी की भागदौड़ और प्रदूषण से दूर यह जगह लोगों को अपनी ओर खींचता है।
Mannar: History, Facts & Tourist Places in Hindi | wiki
राज्य | केरल |
जिला | इडुक्की |
क्षेत्रफल | 8 km² |
भाषा | मलयालम |
दर्शनीय स्थल | माट्टुपेट्टी, अर्नाकुलम राष्ट्रीय उद्यान, चाय संग्रहालय और टी प्रोसेसिंग, अथुकड फॉल्स आदि। |
संबंधित लेख | केरल के प्रमुख पर्यटन स्थल |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
12000 हेक्टेयर में फैले चाय के खूबसूरत बागान यहां की खासियत है। दक्षिण भारत की अधिकतर जायकेदार चाय इन्हीं बागानों से आती हैं। चाय के उत्पादन के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए चाय संग्रहालय है जहां इससे संबधित सभी तस्वीरें और सूचनाएं मिलती हैं।
इसके अतिरिक्त यहां वन्य जीवन को करीब से देखा जा सकता है। अर्नाकुलम राष्ट्रीय उद्यान में दुर्लभ नीलगिरी बकरों को देखा जा सकता है। अगर आप प्रकृति के बीच अपनी छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो मन्नार जरुर जाएं।
माट्टुपेट्टी (Mattupetty)
माट्टुपेट्टी समुद्र तल से 1700 मी. ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर बनी माट्टुपेट्टी झील और बांध पर पर्यटक पिकनिक मनाने आते हैं। यहां से चाय के बागानों का मनमोहक दृश्य नजर आता हैं। यहां पर पर्यटक बोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं। माट्टुपेट्टी अपने उच्च विशिष्टीकृत डेयरी फार्म के लिए प्रसिद्ध है।
माट्टुपेट्टी के अंदर व आसपास के शोला वन ट्रैकिंग करने की सुविधा उपलब्ध कराता हैं। ये जंगल विभिन्न प्रकार के पक्षियों का घर भी है। यहां एक छोटी सी नदी और पानी का सोता भी है जो यहां के आकर्षण को और भी बढ़ा देता है। समय: सुबह 9-11 बजे तक, दोपहर 2-3.30 बजे तक।
अर्नाकुलम राष्ट्रीय उद्यान (Eravikulam National Park)
यह उद्यान मन्नार से 15 किमी. दूर है। यह स्थान देवीकुलम तालुक में पड़ता है। उद्यान के दक्षिणी क्षेत्र में अनामुडी चोटी है। मूल रूप से इस पार्क का निर्माण नीलगिरी जंगली बकरों की रक्षा करने के लिए किया गया था। 1975 में इसे अभ्यारण्य घोषित किया गया था।
वनस्पति और जंतु के पर्यावरण जगत में इसके महत्व को देखते हुए 1978 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया। 97 वर्ग किमी में फैला यह उद्यान प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है। यहां दुर्लभ नीलगिरी बकरों को देखा जा सकता है। साथ ही यहां ट्रैकिंग की भी सुविधा उपलब्ध है।
चाय संग्रहालय और टी प्रोसेसिंग (Tea Museum and Tea Processing)
यह संग्रहालय टाटा टी द्वारा संचालित है। इस संग्रहालय में 1880 में मन्नार में चाय उत्पादन की शुरुआत से जुड़ी निशानियां रखी गई हैं। यहां कई ऐतिहासिक तस्वीरें भी लगी हुई हैं। इसके पास ही स्थित टी प्रोसेसिंग ईकाई में चाय बनने की पूरी प्रक्रिया को करीब से देखा व समझा जा सकता है। समय: सुबह 10 से दोपहर 4बजे तक, सोमवार को बंद।
अथुकड फॉल्स (Attukad Waterfalls)
गहरी घाटी में स्थित यह झरना मन्नार से 8 किमी. दूर कोच्चि रोड पर स्थित है। अथुकड फॉल्य मन्नार का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। मानसून के दिनों में (जुलाई-अगस्त) इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है। इस झरने के अलावा भी इस रास्ते में दो और झरने भी हैं-चीयापरा फॉल्स और वलार फॉल्स।
मन्नार के आसपास दर्शनीय स्थल Attractions Near Mannar)
चिन्नार वन्यजीव अभ्यारण्य (60 किमी.) मरयूर से 20 किमी आगे चिन्नार वन्यजीव अभ्यारण्य केरल-तमिलनाडु बॉर्डर पर स्थित है। राजमला-उदुमलपेट रोड इस अभ्यारण्य के बीच से होकर जाती है जहां से पर्यटक हाथी, जंगली सुअर, धब्बेदार हिरन, सांभर, गौर और मोर को देख सकते हैं।
अगर आप भाग्यशाली रहे तो आपको मंजमपट्टी का सफेद भैंसा दिखाई दे जाएगा। शेर और चीते भी यहां दिखाई दे जाते हैं। वन विभाग पर्यटकों के लिए ट्रैकिंग, चिन्नार सफारी और वॉटर फॉल ट्रैकिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराता है। मरयूर से मुन्नार का रास्ता 2 घंटे का है। समय: सुबह 7 बजे-शाम 5बजे तक।
कोल्लुकुमल्ले चाय बागान (38 किमी.) यह चाय बागान भारत में सबसे ऊंचाई पर स्थित चाय बागान है। कहा जाता है कि यहां भारत की सबसे जायकेदार चाय का उत्पादन होता है। चाय के अलावा यहां की एक और खासियत यहां के खूबसूरत नजारे हैं। यहां से तमिलनाडु के मैदानी इलाकों के खूबसूरत दृश्य दिखाई देते हैं। यहां केवल जीप से ही पहुंचा जा सकता है।
मन्नार कैंसे पहुंचें (How To Reach Mannar)
वायु मार्ग: नजदीकी हवाई अड्डा कोचीन अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट।
रेल मार्ग: मुख्य रेलवे जंक्शन एर्नाकुलम (127किमी)
सड़क मार्ग: राष्ट्रीय राजमार्ग 49 कोच्चि और मन्नार को आपस में जोड़ता है। मन्नार तमिलनाडु में कोयंबटूर से पोल्लची और उदुमलाईपेट्टई के रास्ते जुड़ा है। केएसआरटीसी की बसें और निजी बसें भी मन्नार को आसपास के राज्यों से जोड़ती हैं।
खानपान: मन्नार में खाने-पीने की अनेक छोटी दुकानें हैं जो दिखने में अधिक आकर्षक नहीं हैं लेकिन यहां सस्ता और अच्छा भोजन मिलता है। राप्सी रेस्टोरेंट और होटल अजारिका की खासियत यहां मिलने वाली चिकन और मटन बिरयानी है। शुद्ध और असली केरलाई खाने के लिए एसएन लॉज सबसे सही जगह है। एमजी रोड पर स्थित सरवन भवन का शाकाहारी भोजन बहुत मशहूर है। इसके अलावा शाकाहारी खाने के लिए आर्य भवन ओर एसएन एनेक्स भी अच्छे विकल्प हैं। अंग्रेजी खाने के शौकीनों के लिए हाई रेंज क्लब सबसे बेहतर जगह है।