Parbhani (Maharashtra): History & Places To Visit in Hindi
परभणी (Parbhani) भारत के महाराष्ट्र राज्य में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। भारत के 1956 के राज्य पुनर्गठन से पहले यह (पूरे मराठवाड़ा के साथ) हैदराबाद प्रांत का भाग था।
Parbhani: History & Tourist Places in Hindi | wiki
राज्य | महराष्ट्र |
क्षेत्रफल | 6511 वर्ग किमी. |
औसत वर्षा | 95 सेमी. |
तापमान | अधिकतम 42 डिग्री से., न्यूनतम 10 डिग्री से. |
भाषा | मराठी, हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | जानाबाई मंदिर, जैन मंदिर, सैयद शाह तुराबुल हक बाबा दरगाह और श्री परदेश्वर मंदिर आदि। |
महाराष्ट्र के परभणी जिले को प्रारंभ में प्रभावतीनगर नाम से जाना जाता था। यह राज्य के मराठवाड क्षेत्र के सात जिलों में एक है। 6511 वर्ग किमी. में फैला यह क्षेत्र अपनी उपजाऊ भूमि के लिए प्रसिद्ध है। साथ ही पर्यटन की दृष्टि से आने वालों के लिए यहां कुछ पवित्र स्थल हैं।
परभणी के प्रमुख पर्यटन स्थल (Places To Visit in Parbhani)
Tourist Places: संत जानाबाई मंदिर, जैन मंदिर, सैयद शाह तुराबुल हक बाबा दरगाह और श्री परदेश्वर मंदिर यहां प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं। इसके अलावा शिरडी साईं बाबा के जन्मस्थान से संबंधित मंदिर भी यहां खासा लोकप्रिय है।
पथरी (Pathri)
पथरी परभणी जिले का एक ताल्लुक मुख्यालय है, जो परभणी से लगभग 40 किमी. पश्चिम में है। मुदगलेश्वर यहां का निकटतम पवित्र स्थल है। मनवथ रोड रेलवे स्टेशन से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
पूरना (Purna)
पूरना महाराष्ट्र जिले का एक छोटा-सा नगर है। इस नगर के आसपास अनेक प्राचीन मंदिर और मस्जिद देखी जा सकती हैं। पूरना जंक्शन रेलवे स्टेशन के माध्यम से महाराष्ट्र व अन्य शहरों से यहां पहुंचा जा सकता है।
जिन्तूर (Jintur)
प्राचीन काल में जैनपुर नाम से विख्यात जिन्तूर परभणी जिले का एक पवित्र गांव है। इस खूबसूरत पहाड़ी क्षेत्र में 6 गुफा मंदिरों समेत 14 प्राचीन मंदिर देखे जा सकते हैं। भगवान पार्श्वनाथ का मंदिर और 6 फीट 8 इंच ऊंची भगवान नेमिनाथ की प्रतिमा यहां का मुख्य आकर्षण है।
भगवान पार्श्वनाथ की मुख्य प्रतिमा एक छोटे पत्थर पर रखी है, जिसे अंतरिक्ष पार्श्वनाथ नाम से जाना जाता है। यहां से प्राचीन राजुलमाती मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। 1000 मूर्तियों वाले साहू जैन मंदिर भी यहां का मुख्य आकर्षण है।
उखलद (Ukhalad)
पूरना नदी तट पर बसे इस खूबसूरत गांव में लोग अक्सर पिकनिक का आनंद उठाने आते हैं। यह गांव जैन तीर्थ स्थल का प्रमुख केन्द्र है। यहां के जैन मंदिरों को श्री 1008 नेमिनाथ भगवान दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। उखलद से गुरूद्वारा शिखर, घाट साही और पारली वैजनाथ आसानी से पहुंचा जा सकता है।
भालचन्द्र गणेश मंदिर (Bhalchandra Ganesh Temple)
यह गणेश मंदिर गोदावरी नदी के तट पर बना है। परभणी जिले के सैलू से इस मंदिर की दूरी करीब 24 किमी. है। भगवान गणेश को यहां इष्टदेव के रूप में पूजा जाता है।
नेमगिरी (Nemgiri)
नेमगिरी जिन्तूर से लगभग 5 किमी. दूर है। नेमगिरी जैन मंदिर यहां के मुख्य आकर्षण हैं।
परभणी कैसे पहुंचे (How To Reach Parbhani)
वायु मार्ग– औरंगाबाद यहां का निकटतम एयरपोर्ट जो पूरना से करीब 198 किमी. की दूरी पर है। राज्य और देश के अनेक शहरों से यह वायु मार्ग से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग– परभणी जंक्शन रेलवे स्टेशन महाराष्ट्र और पडोसी राज्यों के अनेक शहरों से विविध रेलगाड़ियों द्वारा जुड़ा है।
सड़क मार्ग– यह जिला महाराष्ट्र और निकटवर्ती पड़ोसी राज्यों के अनेक शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा है। राज्य परिवहन निगम की बसें यहां के लिए चलती रहती हैं।