Patan (Gujarat): History & Places To Visit in Hindi
पाटण (Patan) भारत के गुजरात राज्य के पाटण ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। पाटन पटोला साड़ियों, जैन मंदिरों और नक्कासीदार लकड़ी के घरों के लिए प्रसिद्ध है।
Patan: History & Tourist Places in Hindi
राज्य | गुजरात |
क्षेत्रफल | 5740 वर्ग किमी |
भाषा | गुजराती, हिन्दी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | श्री मेतराना तीर्थ, श्री शंखेश्वर तीर्थ, श्री गंभू तीर्थ, शिव मंदिर, आदिया, मुंजपुर आदि। |
प्रसिद्धि | पटोला साड़ियों, जैन मंदिरों और नक्कासीदार लकड़ी के घरों के लिए प्रसिद्ध |
कब जाएं | नवम्बर से मार्च। |
सरस्वती नदी के किनारे बसा गुजरात के पाटन जिले का प्रारंभ में अनहिल-वड-पाटन के नाम से जाना जाता था। 6484 वर्ग किमी. में फैला यह जिला पटोला साड़ियों के लिए बेहद लोकप्रिय है। यह प्राचीन नगर जैन मंदिरों और नक्कासीदार लकड़ी के घरों के लिए भी प्रसिद्ध है। सोलंकी शासकों के काल में यह नगर खूब फला-फूला।
पाटन अहमदाबाद से 130 किमी. और मेहसाना से करीब 50 किमी. की दूरी पर है। रानकी वव, सहस्रलिंग तालाव और शामला आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं। पाटल जिले में लगभग 100 जैन मंदिर देखे जा सकते हैं। पंचसर पार्श्वनाथ का मंदिर इन जैन मंदिरों में सबसे बड़ा और आकर्षक है।
श्री मेतराना तीर्थ (Shri Metrana Teerth Patan Gujarat)
पाटन जिले का यह लोकप्रिय जन तीर्थस्थल जनियों के प्रथम र्तीथकर भगवान आदिनाथ के मंदिर के लिए लोकप्रिय है। तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए यहां उचित व्यवस्था है। हर साल इस तीर्थस्थल में भगवान आदिनाथ के दर्शन हेतु हजारों श्रद्धालुओं का आगमन होता है।
श्री गंभू तीर्थ (108 Gambhira Parshvnath Jain Tirth)
यह तीर्थ श्री गंभू श्वेतांबर मूर्तिपूजक जन संघ द्वारा संचालित किया जाता है। श्री गंभीरा पाश्र्वनाथ भगवान यहां के प्रमुख देव हैं। यहां 15 कमरों वाली एक धर्मशाला और एक भोजनशाला भी है।
श्री शंखेश्वर तीर्थ (Shree Shankheshvar Parshvanath Jinalaya)
शंखेश्वर गांव में स्थित यह लोकप्रिय जैन तीर्थस्थल श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान को समर्पित है। श्री सेठ जीवनदास गोडीदासनी पेठी और श्री 108 पार्श्वनाथ भक्ित विहार जैन ट्रस्ट इसकी देखभाल और संचालन करता है। चैत्र पूर्णिमा, कार्तिक पूर्णिमा और पौश वदी दसमी के अवसर पर यहां मेला लगता है। यहां धर्मशाला और भोजनशाला की सुविधा भी उपलब्ध है।
शिव मंदिर (Shiv Temple Patan)
12वीं शताब्दी के मध्य में बना सिद्धपुर का यह मंदिर गुजरात के सबसे बड़े और सुसज्जित मंदिरों में एक है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में उनके 11 रूद्रावतारों की झलक देखी जा सकती है। मंदिर में खूबसूरत नक्कासी की गई है। अहमदाबाद और मेहसाना से यहां के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। सिद्धपुर को गुजरात ही नहीं भारत के लोकप्रिय तीर्थस्थलों में शुमार किया जाता है।
आदिया (Adiya)
पाटन का आदिया 14वीं शताब्दी के जैन मंदिर, श्री चनाश्मा तीर्थ के लिए लोकप्रिय है। हरीज का श्री अगम तीर्थस्थल और पाटन नगर आदिया से कुछ दूरी पर स्थित हैं।
मुंजपुर (Munjpur)
यह स्थान श्री जोतिंगड पार्श्वनाथ तीर्थ के लिए चर्चित है। मुंजपुर के निकट ही श्री शंखेश्वर तीर्थ, श्री पंचासर जैन मंदिर और श्री मोधेरा तीर्थ को भी देखा जा सकता है। मोधेरा का 11वीं शताब्दी में बना सूर्य मंदिर अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है।
कंबोई (Kamboi)
चनाश्मा ताल्लुक में स्थित कंबोई एक छोटा-सा गांव है जो प्राचीन जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। माना जाता है कि इस गांव को 11वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था। श्री कंबोई तीर्थ यहां का प्रमुख आकर्षण है।
यहां के जैन मंदिर में श्री पार्श्वनाथ भगवान की सुंदर प्रतिमा स्थापित है। हर साल फाल्गुन शुक्ल के दूसरे दिन यहां एक धार्मिक पर्व लगता है जो दूर-दराज से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
पाटन कैंसे पहुंचे (How to Reach Patan)
वायु मार्ग– अहमदाबाद का सरदार वल्लभ भाई पटेल एयरपोर्ट यहां का नजदीकी एयरपोर्ट है जो देश-विदेश के अनेक शहरों से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग– पाटन रेलवे स्टेशन गुजरात के लगभग सभी प्रमुख शहरों से रेलमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। सिद्धपुर और हरी रेलवे स्टेशन जिले के अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं।
सड़क मार्ग– पाटन गुजरात और पड़ोसी राज्यों के बहुत से शहरों से सड़क मार्ग के माध्यम से जुड़ा हुआ है। राज्य परिवहन की नियमित बसें पाटन के लिए चलती रहती हैं।
कहां ठहरें– पाटन में ठहरने के लिए अच्छे होटलों को अभाव है, लेकिन इसके करीबी सिटी अहमदाबाद में होटलों की उत्तम व्यवस्था है।