Patna (Bihar): History & Tourist Places in Hindi
पटना (Patna) भारत के बिहार राज्य के पटना ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर और राज्य की राजधानी है। पवित्र नदी गंगा के किनारे बसा यह शहर बिहार का सबसे बड़ा नगर भी है। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र, पुष्पपुरी और कुसुमपुर था।
Patna: History, Facts & Tourist Places in Hindi | wiki

राज्य | बिहार |
क्षेत्रफल | 107.08 कि.मी. |
ऊंचाई | समुंद्रतल से 53 मीटर |
तापमान | अधिकतम 43 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 21 डिग्री सेल्सियस (गर्मी में), अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस (ठंड के मौसम में) |
भाषा | भोजपुरी, मैथली, हिन्दी और अंग्रेजी। |
दर्शनीय स्थल | गोलघर, हरमिंदर साहिब, कुम्हरार, अगम कुआं, पटना संग्रहालय आदि। |
विशेष | बिहार की राजधानी |
संबंधित लेख | बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल |
कब जाएं | नवम्बर से मार्च। |
Hostory of Patna: पटना का इतिहास काफी पुराना है। यह भारत के गौरवशाली शहरों में से एक है। इस शहर को ऐतिहासिक इमारतों के लिए भी जाना जाता है। पटना का इतिहास पाटलीपुत्र के नाम से 5वीं सदी में शुरू होता है। तीसरी सदी ईसा पूर्व में पटना मगध की राजधानी बनी जहां के शासक महान सम्राट अशोक हुए।
सम्राट अशोक के शासनकाल को भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। चूंकि पटना से वैशाली, राजगीर, नालंदा, बोधगया और पावापुरी के लिए मार्ग जाता है, इसलिए यह शहर बौद्ध और जैन धर्मावलंबियों के लिए ”गेटवे’ के रूप में भी जाना जाता है। आजादी मिलने के बाद पटना बिहार राज्य की राजधानी बनी।
पटना एक ओर जहां शक्तिशाली राजवंशों के लिए जाना जाता है। वहीं दूसरी ओर ज्ञान और अध्यात्म के कारण भी यह काफी लोकप्रिय रहा है। यह शहर कई प्रबुद्ध यात्रियों जैसे फाह्यान, ह्वेनसांग के आगमन का भी साक्षी है। कई इतिहासविद यह भी मानते हैं कि महानतम कूटनीतिज्ञ कौटिल्य ने यहीं पर अर्थशास्त्र की रचना की थी।
पटना के प्रमुख दर्शनीय स्थल (Best Places to visit in Patna)
Patna Tourist Places: पटना पर्यटन के लिहाज से एक प्रमुख स्थान है। यह वाणिज्यिक रूप से भी बिहार का एक प्रमुख शहर है। यहां के गोलघर, हरमंदिर, कुम्हरार आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।
1. गोलघर (Golghar, Patna)
कई पर्यटक पटना को गोलघर के कारण जानते हैं। यह मुख्य रूप से एक गोदाम है। 1770 में आए भयानक अकाल के बाद अनाज के भंडारण के लिए इसका निर्माण करवाया गया था। इसके शिखर तक जाने के लिए सीढि़यां भी बनाई गयी है।
इसके ऊपर से पटना शहर और गंगा के विहंगम दृश्य को देखने का अनूठा अनुभव लिया जा सकता है। एक समय था जब गोलघर पटना की सबसे ऊंची इमारत थी। पटना पर्यटन के प्रमुख आकर्षणों में से यह सर्वोi
2. हरमिंदर साहिब, पटना (Harmandir Sahib Ji Patna)
पटना सिख के 10वें गुरू गुरू गोविंद सिंह जी के जन्म स्थान के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है। इसकी बनावट गुंबदनुमा है। यहां गुरू गोविंद सिंह से संबंधित अनेक प्रमाणिक वस्तुएं रखी हुई है। यह स्थान सिख धर्मावलंबियों के लिए बहुत पवित्र है। प्रकाशोत्सव के अवसर पर यहां पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है।
3. कुम्हरार (Kumhrar)
पटना स्थित कुम्हरार मौर्य कालीन राजवंश के महत्वपुर्ण स्थानों में से एक है। यहां की खुदाई के उपरांत मौर्य काल के 80 स्तंभ युक्त एक विशाल हॉल के होने का साक्ष्य प्राप्त हुआ है। ऐतिहासिक पर्यटन के दृष्टिकोण से यह स्थान काफी महत्वपूर्ण है।
4. अगम कुआं (Agam Kuan)
यह कुआं पटना आनेवाले पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसकी गहराई को आज तक मापा नहीं जा सका है। बिहार पर्यटन में इसको महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।
5. पटना संग्रहालय (Patna Museum)
पटना का संग्रहालय ऐतिहासिक रूप से काफी धनी है। बिहार के पुरातत्वविदों के द्वारा किए गए अनुसंधान और खोजों को समग्र रूप से इस संग्रहालय में रखा गया है। इसमें मौर्य और गुप्त काल की मूर्तियां (पत्थर और लोहे की बनी हुई) टेराकोटा, महात्मा बुद्ध का राख आदि संरक्षित है।
इसके अलावा खुदाबक्श ओरिएंटल पुस्तकालय (राजपुत और मुगलकालीन पेंटिंग्स, कुरान, अरबिन और पर्सियन पांडुलिपी), पत्थर की मस्जिद आदि भी देखने लायक जगह है।
6. सभ्यता द्वार (Sabhyata Dwar)
इसमें बिहार राज्य तथा पाटलिपुत्र की परम्पराओं और प्राचीन संस्कृति की महिमा दिखाने के उद्देश्य से बनाया गया है। यहाँ प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क है। यहां शाम को काफी पर्यटक आते हैं।
7. पटना तारामंडल (Patna Taramandal)
पटना के इंदिरा गांधी विज्ञान परिसर में स्थित है। इसका नाम वरिष्ठ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नेता और भारत के पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया है। तारामंडल में खगोल विज्ञान से संबंधित विषयों पर नियमित फिल्म शो हैं। इसमें प्रदर्शनी भी होती है, जो बहुत से आगंतुकों को आकर्षित करती है।
8. महावीर मन्दिर (Mahavir Temple)
संकटमोचन रामभक्त हनुमान मन्दिर पटना जंक्शन के ठीक बाहर बना है। यह देश के सर्वोत्तम और प्राचीन हनुमान मन्दिरों में से एक है। मन्दिर में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। न्यू मार्किट में बने मस्जिद के साथ खड़ा यह मन्दिर हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक भी है। (और पढ़ें: हनुमान का रहस्य
9. गांधी मैदान (Gandhi Maidan)
गांधी मैदान बिहार की राजधानी पटना में स्थित एक प्रख्यात और एतिहासिक मैदान हैं। यहाँ पर महात्मा गांधी का विश्व भर में सबसे लम्बी प्रतिमा स्थापित हैं। वर्तमान में जनसभाओं, सम्मेलनों तथा राजनीतिक रैलियों के अतिरिक्त यह मैदान पुस्तक मेला तथा दैनिक व्यायाम का भी केन्द्र है।
10. सदाक़त आश्रम (Sadaquat Ashram)
इसकी स्थापना महात्मा गांधी ने 1921 में की थी। यह भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के आवासों में से एक था। वह सेवानिवृत्ति के बाद वहां रहे और अपने जीवन के अंतिम दिन वहीं बिताए। स्वतंत्रता के बाद, जयप्रकाश नारायण ने 1970 के दशक के दौरान सदाकत आश्रम से अपना ऐतिहासिक आंदोलन शुरू किया।
11. श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र (Shrikrishna Science Centre)
गाँधी मैदान के पश्चिम भाग में बना विज्ञान परिसर स्कूली शिक्षा में लगे बालकों के लिए ज्ञानवर्धक केंद्र है। यह देश का पहला और इसके साथ-साथ बिहार का एकमात्र क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र है। इसे वर्ष 1978 में स्थापित किया गया था और इसका नाम बिहार के पहले मुख्यमंत्री के नाम पर रखा गया।
12. ख़ुदाबख़्श लाईब्रेरी (Khuda Bakhsh Oriental Library)
खुदाबक़्श ओरियेन्टल लाइब्रेरी भारत के सबसे प्राचीन पुस्तकालयों में से एक है। अशोक राजपथ पर स्थित यह राष्ट्रीय पुस्तकालय 1891 में स्थापित हुआ था। यहाँ कुछ अतिदुर्लभ मुगल कालीन पांडुलपियां हैं।
13. दरभंगा हाउस (Darbhanga House)
इसे नवलखा भवन भी कहते हैं। इसका निर्माण दरभंगा के महाराज कामेश्वर सिंह ने करवाया था। गंगा के तट पर अवस्थित इस प्रासाद में पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागों का कार्यालय है। इसके परिसर में एक काली मन्दिर भी है जहां राजा खुद अर्चना किया करते थे।
पटना कैंसे पहुंचे (How to Reach Patna)
हवाई मार्ग– पटना से भारत के प्रमुख शहरों के लिए नियमित रूप से फ्लाईटें जाती हैं। पटना दिल्ली, मुंबई, कोलकाता के अलावा अन्य शहरों से हवाई मार्ग के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग– पटना पूर्वी रेलवे मंडल का एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। यहां से अनेक राज्य सीधी रेल सेवा से जुड़े हुए हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम आदि राज्यों के लिए यहां से सीधी ट्रेनें हैं।
सड़क मार्ग– बिहार की राजधानी होने के कारण पटना से विभिन्न शहरों के लिए बसें जाती है। जैसे बोधगया, राजगीर, रांची, सिलीगुड़ी आदि।