फलदीपिका : Phaldipika Book PDF [Hindi]
Phaldipika: फलदीपिका, मन्त्रेश्वर द्वार रचित भारतीय ज्योतिष शास्त्र की महत्वपूर्ण पुस्तकों में से एक है। वृहत्पाराशर, वृहज्जातक, जातकपारिजात, सर्वार्धचिन्तामणि आदि की भांति फलित ज्योतिष का यह अनुपम ग्रंथ है। इस पुस्तक के अध्ययन के बिना ज्योतिष ज्ञान अधूरा माना जाता है।
फलदीपिका ज्योतिष शास्त्र की सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकों में से एक है। यह ग्रंथ “मंत्रेश्वर” द्वारा रचित है। मंत्रेश्वर के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नही है। परंतु उनके द्वारा लिखा गया यह अनमोल ग्रंथ ज्योतिषियों के लिए मार्गदर्शक का कार्य करता रहा है। फलदीपिका मूलतः संस्कृत भाषा में लिखा गया था। इसके 28 अध्याय में कुल 865 श्लोक थे। जिसे बाद में अन्य भाषाओं में अनुवाद किया गया।
फलदीपिका पर अनेक पुस्तकें लिखी गई हैं। जिसमे पंडित गोपेश कुमार ओझा, डॉ सुरेश चंद्र मिश्र, हरी शंकर पाठक, सुनील अग्रवाल की हिन्दी अनुवाद और V. Subhramanym Shastri, U.K Jha, Dr. G.S Kapoor, S.S Sareen की इंग्लिश अनुवाद अच्छी मानी जाती है।
🥇 फलदीपिका: भावार्थबोधिनी, यह फलदीपिका पर लिखी सबसे अच्छी पुस्तक समझी जाती है। इस पुस्तक में पं. गोपेश कुमार ओझा ने मूल पाठ के अनुवाद के साथ व्याख्या भी प्रदान की है। ज्योतिष के नवीन विधार्थी को भी इसे समझने में जरा भी दिक्कत महसूस नही होती है। यह हिंदी और इंग्लिश दोनो भाषा में उपलब्ध है।
Phaldipika: A Unique Classic Book on Hindu Astrolohy
Name | फलदीपिका |
Author | श्री मंत्रेश्वर |
Language | Sanskrit & Hindi |
Translater | गोपेश कुमार ओझा |
Quality | Good |
Page | 684 |
Size | 30 MB |
Lable | Astrology |
Phaldipika Ebook Download in Hindi [PDF]
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