Pisces zodiac Sign: जानिए, मीन राशि का फलादेश
Pisces zodiac Sign: मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति जी माने जाते है. यह राशि जल तत्व प्रधान तथा सत्यगुणी है इसका स्वरूप द्विस्वभाव तथा उत्तर दिशा का स्वामी है। इस राशि के लोग मध्यम कद के गौर वर्ण, गोल चेहरा, बाल घुंघराले नाक ऊंची, इनके दांत छोटे तथा आँखे तीखी चमकदार होती है। कुल मिला कर व्यक्तित्व आकर्षक होता है।
इस राशि के लोग कूटनीति, रणनीति व पडयंत्रकारी मामलों में रूचि नहीं लेते है। इनका प्राकृतिक स्वभाव दयालु और दानशीलता का होता है। यह स्वस्थ्य और दर्शनीय होते है. सोम्यता इनके चेहरे पर विद्यमान रहती है विद्वान और बुद्धिमान होते है। नवीन कार्यों में रूचि रखते है। इनके विचारों से लोग प्रभावित होते है। भौतिक सुख साधनों का उपयोग करने की प्रवृति होती है।
यह लोग चिंताओं से दूर रहते है. इंसानियत इनमें कूट कूट के भरी होती है। आवश्यकता से अधिक उदार होने पर नुकसान भी उठाते हे, माता पिता के प्रति श्रद्धावान व सेवा करने में तत्पर रहते है। बाल्यावस्था में संघर्ष करना पड़ता है, परन्तु युवावस्था में सुख ऐश्वर्य एवं धन वैभव तथा भौतिक सुखों को प्राप्त करते है।
धर्म के प्रति आस्थावान व ईश्वरभक्त धर्मावलम्बी सामाजिक रूढ़ियों को मानने वाले धार्मिक क्रिया कलापों को विधिपूर्वक करके आत्मिक शांति प्राप्त करते है। मित्र वर्ग में प्रिय व आदरणीय होते है। यदि कोई दुर्व्यवहार भी करें तो तुरंत क्षमा भी करने वाले होते है।
इस राशि के लोग कोई भी व्यापार / व्यवसाय करे तो सफलता पा जाते है. लेकिन अपने व्यवसाय को बदलते भी रहते है। यदि यह तरल पदार्थ से बनी वस्तुओं का व्यापार करते है तो अधिक सफल हो जाते है।
आप जल से निकली हुई वस्तुओं नमक, हीरे, जवाहरात, आयात निर्यात, समुद्र पार से सम्बन्धित कार्यों से धन लाभ करते हैं और उच्च सफलता हासिल कर सकते है, इस राशि में शुक्र उच्च का होता है। यह सफल अभिनेता, संगीतकार, मंत्री, वैद्य चिकित्सक, कला विज्ञान व साहित्य में रह कर जीवन को आगे बढा सकते है।
इसके अतिरिक्त नई वस्तुओं का उत्पादन आदि में भी रुचि रखते है। इन कार्यों से आप धन सुख समृद्धि पा सकते है.इस राशि के लोगों को छाती से सम्बन्धित रोग, टी.बी, छुआछूत, दमा, कफ, सर्टी आदि रोग लगे रहते है। आपका वैवाहिक जीवन तभी सुखी होता है जब आपका जीवन साथी आपके अस्थिर स्वभाव से समझौता कर ले। कभी कभी आपके दो विवाह का योग भी बन जाता है।
- भाग्य उदय वर्ष: 32वें वर्ष में शुरू हो जाता है आपके जीवन के 41, 45, 48, 58, 65, 85वें वर्ष शुभफलदायक होते है.
- मित्र राशियां: कर्क, वृश्चिक
- शत्रु राशियां मेष, सिंह, धनु
- अनुकूल रत्न:- पुखराज.
- अनुकूल रंग: पीला, लाल, सफेद
- शुभ दिन- बृहस्पतिवार
- अनुकूल देवता:- भगवान विष्णु जी.
- अनुकूल अंक:- 3
- अनुकूल तारीख:- 3, 12, 21, 30.
- व्यक्तित्व: भावुक, अध्ययनशील, आध्यात्मिक
- सकारात्मक तथ्य:- विनवता, सज्जनशीलता.
- नकारात्मक तथ्य:- लापरवाह
- नाम अक्षर- दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची
इस राशि के लोग पुखराज धारण करके जीवन शांतिप्रिय व सुखमय बना सकते है।