Sabarkantha (Gujarat): History & Places To Visit in Hindi
साबरकांठा ज़िला भारत के गुजरात राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय हिम्मतनगर है। धांतीवाडा, शामलाजी मंदिर, पंचयत्न मंदिर, शारनेश्वर महादेव मंदिर प्रमुख पर्यटन स्थल है।
Sabarkantha: History & Places To Visit in Hindi | Wiki
राज्य | गुजरात |
क्षेत्रफल | 5390 वर्ग किमी |
भाषा | गुजराती, हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | धांतीवाडा, शामलाजी मंदिर, पंचयत्न मंदिर, शारनेश्वर महादेव मंदिर आदि। |
प्रसिद्धि | पशुओं और डेरी उद्योग के लिए प्रसिद्ध |
कब जाएं | नवम्बर से फरवरी। |
साबरकांठा गुजरात के तीन उत्तर पूर्वी जिलों में एक है। पशुओं और डेरी उद्योग के लिए प्रसिद्ध यह जिला 7390 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। शामलाजी, इदार और खेदब्रह्म यहां के लोकप्रिय और चर्चित स्थल हैं। कपास और मूंगफली जिले में उगाई जाने वाली प्रमुख फसल हैं।
साबरकंठा के प्रमुख पर्यटन स्थल (Places to Visit in Sabarkantha)
हिम्मतनगर में स्थित साबर डेरी जिले की एक विशेष पहचान है। खेदब्रह्म को अंबाजी और ब्रह्मा मंदिर के लिए जाना जाता है। शामलाजी साबरकांठा का प्रमुख तीर्थस्थल है। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर यहां तीन दिन तक मेला लगता है। इदार को प्राचीन किले, मंदिर और खिलौनों के लिए जाना जाता है।
धांतीवाडा (Dantiwada)
यह स्थान बालाराम से 45 किमी. दूर पालनपुर के निकट स्थित है। बानस नदी पर बना यहां का विशाल जलकुंड एक आदर्श पिकनिक स्थल है। इसके निकट ही एक कृषि विश्वविद्यालय भी स्थित है। इस जलकुंड के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता में सर्दियों के मौसम में अनेक पक्षियों को कलरव करते देखा जा सकता है।
शामलाजी मंदिर, गढ्डा (Shree Shamlaji Vishnu Mandir, Gadhada)
यह खूबसूरत पिकनिक स्थल धारोई बांध के निकट स्थित है। पहाड़ियों से घिरा यह स्थान शहरी शोर-शराबे से दूर कुछ समय सुकून से गुजारने के लिए एक उत्तम स्थल है। भगवान विष्णु को समर्पित एक मंदिर भी यहां देखा जा सकता है। यह स्थान पोशीना से 45 किमी. दूर है।
पंचयत्न मंदिर (Panchayatan Shiv Temple)
यह मंदिर साबरकांठा जिले के पोलो जंगल के भीतर स्थित है। भगवान शिव को समर्पित यह प्राचीन मंदिर अपनी वास्तुशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर की दीवारों और स्तम्भों पर की गई नक्कासी दुर्लभ और बेहद खूबसूरत हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 8 द्वारा मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
शारनेश्वर महादेव मंदिर (Shri Sharneshwar Mahadev Temple)
पोलो जंगल के बाहर स्थित यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। अपनी अदभुत संरचना के लिए चर्चित यह मंदिर माउंट आबू के दिलवाडा मंदिरों से मिलता-जुलता है। मंदिर की पुरानी दीवार प्राचीन विरासत की कहानी कहती प्रतीत होती है।
खेदब्रह्मा मंदिर (Khedbrahma Temple)
यह प्राचीन जैन तीर्थस्थल खेदब्रह्मा से मात्र 1 किमी. की दूरी पर है। मंदिर में 3 फीट ऊंची भगवान महावीर की पदमासन मुद्रा में स्थापित प्रतिमा देखी जा सकती है।
मंदिर के निकट स्थित हटकेश्वर हनुमान मंदिर बड़ी संख्या में हिन्दू पर्यटकों को आकर्षित करने में सफल होता है। इस तीर्थस्थल में तीर्थ यात्रियों के ठहरने की उचित व्यवस्था है।
श्री मुहरी पाश्रवनाथ जैन तीर्थ, तिन्तोई (Shree Muhari Parswanath Tirth, Tintoi)
यह चर्चित जैन तीर्थस्थल साबरकांठा के तिन्तोई में स्थित है। यहां का मंदिर तीन शिखरों और दो देवकुलिकाओं से बेहद आकर्षक प्रतीत होता है। मंदिर में भगवान मुहारी पार्श्वनाथ की पदमासन मुद्रा में आकर्षक प्रतिमा स्थापित है। यह प्रतिमा करीब 84 सेमी. ऊंची है।
श्री वादाली तीर्थ (Badali Tirth)
श्री वादाली जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ द्वारा परिचालित इस तीर्थस्थल में अमीझारा पार्श्वनाथ भगवान की पदमासन मुद्रा में स्थापित आकर्षक प्रतिमा को देखा जा सकता है। इस प्रतिमा को आचार्य श्री सोमसुंदर सरीश्वरजी ने स्थापित किया था। यह तीर्थस्थल हिम्मतनगर से 40 किमी. की दूरी पर है।
इदार (Idar)
यह ऐतिहासिक नगर सतपुड़ा पहाड़ियों के दक्षिणी छोर पर स्थित है। एक जमाने में यह नगर राठौर राजपूत के इदार राज्य की राजधानी था। इल्वा दुर्ग नामक यहां के प्राचीन किले का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है।
चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी इसका वर्णन किया था। यहां के तीन मंजिल का घंटाघर नगर का मुख्य प्रवेश द्वार है। पर्यटक यहां प्राचीन महल के अवशेषों को भी देख सकते हैं। महल के निकट ही रानी तालाव नामक विशाल जलकुंड भी देखा जा सकता है।
साबरकांठा कैंसे पहुंचे (How to Reach Sabarkantha)
वायु मार्ग– अहमदाबाद में यहां का करीबी एयरपोर्ट है जो वायुमार्ग द्वारा अनेक शहरों से जुड़ा है।
रेल मार्ग– हिम्मतनगर और शामलाजी रेलवे स्टेशन यहां के नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं। यह रेलवे स्टेशन इसे देश और राज्य के अन्य हिस्सों से जोड़ते हैं।
सड़क मार्ग– राष्ट्रीय राजमार्ग 8 साबरकांठा को देश के अनेक हिस्सों से जोड़ता है। राज्य परिवहन निगम की नियमित बसें साबरकांठा के लिए चलती रहती हैं।
कहां ठहरें– साबरकांठा में ठहरने के लिए अच्छे होटलों का अभाव है लेकिन इसके करीबी एयरपोर्ट सिटी अहमदाबाद में अनेक होटलों की उत्तम व्यवस्था है।