Samastipur (Bihar): History & Tourist Places in Hindi
समस्तीपुर (Samastipur) भारत गणराज्य के बिहार राज्य में दरभंगा प्रमंडल स्थित एक शहर एवं जिला है। समस्तीपुर को मिथिला का ‘प्रवेशद्वार’ भी कहा जाता है।
राज्य | बिहार |
क्षेत्रफल | 2905 वर्ग किलोमीटर |
भाषा | भोजपुरी, हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | विद्यापतिनगर, मालीनगर, मंगलगढ़, पूसा, मुसरीघरारी, हसनपुर मार्ग आदि। |
सम्बन्धित लेख | बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल |
कब जाए | नवम्बर से फरवरी। |
यह जिला बागमती नदी के उत्तर, वैशाली और मुजफ्फरपुर जिले के कुछ भाग के पश्चिम, गंगा नदी के दक्षिण और बेगुसराय तथा खगरिया जिले के कुछ हिस्से के पूर्व से घिरा हुआ है। इसका जिला मुख्यालय समस्तीपुर शहर है। समस्तीपुर इस का संबंध विद्यापति और देवकी नन्दन खत्री से रहा है।
समस्तीपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल (How To Reach Samastipur)
Tourust Places in Samastipur: विद्यापतिनगर, मालीनगर, मंगलगढ़, जगेश्वर स्थान, पूसा, मुसरीघरारी, हसनपुर मार्ग और थानेश्वर मंदिर आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से है। इस जिले का संबंध प्रसिद्ध मैथिली कवि विद्यापति और प्रसिद्ध उपन्यासकार देवकी नन्दन खत्री से रहा है।
विद्यापतिनगर (Vidyapati Nagar)
इस जगह का नाम प्रसिद्ध मैथिली कवि विद्यापति के नाम पर रखा गया है। यह जगह गंगा नदी के तट के समीप स्थित दलसिंहसराय ब्लॉक में स्थित है। माना जाता है कि भगवान शिव की खोज में विद्यापति जी ने अपनी अन्तिम सांस इसी जगह पर ली थी। यहां यह विद्यापति नाम से एक काफी प्राचीन मंदिर भी है।
कथा अनुसार, भगवान शिव लम्बे समय तक उगना नामक सेवक बनकर विद्यापति जी के साथ रहे थे। कहा जाता है कि विद्यापति जी अपनी अन्तिम सांस गंगा नदी के तट पर लेना चाहते थे इसलिए वह यात्रा पर निकल पड़े। लेकिन यात्रा के दौरान उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और वह गंगा नदी के तट तक नहीं पहुंच पाए। इसी वजह से गंगा नदी अपनी दिशा बदल कर उनके पास पहुंच गई। यहां पर एक विशाल शिव मंदिर है। इस मंदिर को विद्यापति धाम के नाम से जाना जाता है।
मालीनगर (Malinagar)
यह गांव दरभंगा जिले स्थित लहरियासराय के दक्षिण-पश्चिम से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पर एक प्राचीन शिव मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 1844 ई. में करवाया गया था।
प्रत्येक वर्ष रामनवमी के अवसर पर यहां मेले का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही मालीनगर प्रसिद्ध उपन्यासकार बाबू देवकी नन्दन खत्री और उच्च शिक्षाविद् एवं विद्वान डॉ. राम सूरत ठाकुर की जन्म भूमि है।
मंगलगढ़ (Mandalgarh)
यह जगह दुधपुर के समीप स्थित समस्तीपुर के हसनपुर ब्लॉक से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दूधपुर प्राचीन बौद्धापुर का उपनाम है। यह नाम भगवान बुद्ध के नाम पर रखा गया था।
भगवान बुद्ध जब पूरे देश में बौद्ध प्रवचन देने के लिए यात्रा पर निकले थे तो कुछ समय के लिए वह इस जगह पर भी ठहरें थे। राजा मंगलदेव के अनुरोध करने पर ही भगवान बुद्ध यहां पर कुछ समय के लिए ठहरें थे। उन्हीं की याद में यहां एक किले का निर्माण भी करवाया गया था।
पूसा (Pusa)
यह जगह पूरे विश्व में राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय के लिए जानी जाती है। इस जगह का नाम यू.एस.ए. के मिस्टर हैनरी फिप्पस के नाम पर रखा गया था। उन्होने कृषि अनुसंधान संस्थान की स्थापना के लिए अनुदान प्रदान किया था। इसके अलावा पूसा में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और शुगर केन इंस्टीट्यूट भी है।
मुसरीघरारी (Musrigharari)
राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर स्थित समस्तीपुर शहर से मुसरीघरारी लगभग आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह यहां मनाए जाने वाल मोहर्रम और दुर्गा पूजा के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। काफी संख्या में लोग इस अवसर पर एकत्रित होते हैं।
हसनपुर मार्ग (Hasanpur Marg)
हसनपुर मार्ग समस्तीपुर से 42 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पर एक शुगर फैक्टरी है जिसकी स्थापना 1942 ई. में बिरला द्वारा करवाई गई थी। यह कारखाना यहां के लोगों की आमदनी का प्रमुख स्रोत है।
थानेश्वर मंदिर (Thaneshwar Temple)
यह मंदिर शहर के मध्य में स्थित है। थानेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। काफी संख्या में लोग मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं।
समस्तीपुर कैंसे पहुंचे (How to Reach Samastipur)
वायु मार्ग: यहां का सबसे निकटतम हवाई अड्डा पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
रेल मार्ग: समस्तीपुर रेलमार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से पहुंचा जा सकता है। पटना, कलकत्ता, दिल्ली, जमशेदपुर और अन्य जगहों से रेलमार्ग द्वारा सीधे समस्तीपुर पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग: राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 से होते हुए समस्तीपुर जिला पहुंचा जा सकता है। भारत के कई प्रमुख शहरों से समस्तीपुर सड़कमार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
कहां ठहरें: समस्तीपुर में ठहरने के लिए होटलों का अभाव है। इसलिए यहां आने वाले पर्यटक इसके नजदीकी शहर पटना में ठहरते हैं।