Satna (M.P): History & Tourist Places in Hindi
सतना (Satna) भारत के मध्य प्रदेश का एक प्रमुख शहर और जिला है। यह जिले का मुख्यालय भी है। इसकी सीमा उत्तर में उत्तर प्रदेश के बांदा जिला से लगी हुई है।
Satna: History, Facts & Tourist Places in Hindi | Wiki
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 7502 वर्ग.कि.मी. |
भाषा | हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | गोविन्दगढ़ किला, भारहट, मैहर शिव मंदिर, रामवन, बीरसिंहपुर आदि। |
सम्बंधित लेख | मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल |
कब जाएं | नवम्बर से मार्च। |
विन्ध्य के पठार पर स्थित मध्य प्रदेश का सतना जिला 7500 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैला है। वन और पहाड़ियों से घिर इस जिले में अनेक धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल हैं जिन्हें देखने हेतु सैलानियों का आवागमन लगा रहता है। चित्रकूट और मैहर सतना के लोकप्रिय दर्शनीय स्थल हैं।
बौद्ध संस्कृति के प्राचीन शहर भारहट को भी यहां देखा जा सकता है, जिसके अनेक अवशेषों को देश के अनेक संग्रहालयों में रखा गया है। राम वन के निकट तुलसी संग्रहालय में इस क्षेत्र से प्राप्त अनेक दुर्लभ वस्तुओं का संग्रह है। बीरसिंहपुर स्थित भगवान शिव का प्राचीन मंदिर भी यहां का चर्चित धार्मिक स्थल है।
सतना के प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Places To Visit Satna)
गोविन्दगढ़ किला- यह किला चित्रकूट के निकट एक विशाल झील के किनारे स्थित है। माना जाता है कि इसी किले में रीवा के महाराजा निवास करते थे। किले से झील और आसपास के क्षेत्र के मनोरम दृश्य देखे जा सकते हैं। चित्रकूट, प्रयागराज (इलाहाबाद) से 128 किमी. दूर है। प्रारंभ में इसका एक हिस्सा सतना जिले के अन्तर्गत आता था, लेकिन अब इसे स्वतंत्र जिला बना दिया गया है।
भारहट- यह सतना जिले का ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है। यहां से प्राप्त अनेक दुर्लभ वस्तुओं को अनेक संग्रहालयों में प्रदर्शित किया गया है। कोलकाता सग्रहालय में रखा भारहट स्तूप भी यहीं से प्राप्त हुआ है।
माना जाता है कि इस स्तूप को सम्राट अशोक के काल में बनवाया गया था। लोकप्रिय पुरातत्ववेत्ता एलेक्जेंडर कनिंघम ने 1873 में खुदाई करवाकर इसका पता लगाया था। ईंट से बने इस स्तूप का व्यास 68 फीट है।
तुलसी पुरातत्व संग्रहालय- इस संग्रहालय को 1977 में सतना के रामवन में स्थापित किया गया था। इस संग्रहालय में पत्थर, पक्की मिट्टी, सोने-चांदी और तांबे के सिक्के देखे जा सकते हैं। साथ ही विविध प्रकार की मूर्तियों और हस्तलिपियों को भी यहां देखा जा सकता है। सोमवार और सार्वजनिक अवकाश के अतिरिक्त यह संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
मैहर शिव मंदिर- इस प्राचीन शिव मंदिर का निर्माण 960 ई. में हुआ था। मंदिर का पंचरथ गर्भगृह, छोटा वरामदा और ऊंचा शिखर काफी सुंदर है। मंदिर में अनेक प्रकार की सुंदर प्रतिमांए स्थापित हैं। मैहर सतना से करीब 40 किमी. दूर है।
रामवन– यह लोकप्रिय दर्शनीय स्थल सतना से 14 किमी. दूर है। प्राचीन हनुमान मंदिर और रामवन संग्रहालय देखने के लिए यहां निरंतर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। संग्रहालय में तुलसीदास की हस्तलिपियों का विस्तृत संग्रह है। साथ ही गुप्त काल के अनेक तथ्यशिल्प देखे जा सकते हैं।
बीरसिंहपुर- यह प्राचीन नगर जिले का सतना से 30 किमी. दूर है। यहां का शिव मंदिर बहुत लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। जतवाड़ा और बीरसिंहपुर के आसपास बॉक्साइट की खानें देखी जा सकती हैं।
स्फटिक शिला– यह विशाल शिला चित्रकूट के दक्षिण में घने जंगली क्षेत्र में स्थित है। माना जाता है कि इस शिला में भगवान राम के पैरों के निशान मुद्रित हैं। मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित यह शिला जानकी कुंड से कुछ दूरी पर है। मान्यता है कि जब सीता इस शिला पर बैठीं थी, जब इन्द्र के पुत्र जयंत ने कौवे का वेश धर सीता को चोंच मारी थी।
जानकी कुंड– चित्रकूट में रामघाट से 2 किमी. की दूरी पर मंदाकिनी नदी के किनारे जानकी कुण्ड स्थित है। जनक पुत्री होने के कारण सीता को जानकी कहा जाता था। माना जाता है कि जानकी यहां स्नान करती थीं। जानकी कुण्ड के समीप ही राम जानकी रघुवीर मंदिर और संकट मोचन मंदिर है।
हनुमान धारा- चित्रकूट में पहाड़ी के शिखर पर स्थित हनुमान धारा में हनुमान की एक विशाल मूर्ति है। मूर्ति के सामने तालाब में झरने से पानी गिरता है। कहा जाता है कि यह धारा श्रीराम ने लंका दहन से आए हनुमान के आराम के लिए बनवाई थी। पहाड़ी के शिखर पर ही सीता रसोई है। यहां से चित्रकूट का सुन्दर नजारा देखा जा सकता है।
सतना कैंसे पहुंचे (How To Reach Satna, Madhya Pradesh)
वायु मार्ग- सतना का नजदीकी एयरपोर्ट खजुराहो में है। यह घरेलू एयरपोर्ट देश के अनेक शहरों से नियमित फ्लाइटों द्वारा जुड़ा है। खजुराहो सतना से लगभग 130 किमी. दूर है।
रेल मार्ग- सतना रेलवे स्टेशन मध्य रेल का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन देश के अनेक हिस्सों को सतना से जोड़ता है।
सड़क मार्ग- उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अनेक शहरों से सतना के लिए राज्य परिहवन निगम की नियमित बसें चलती रहती हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 7 सतना को शेष भारत से जोड़ता है।