Protection Mantra: शाबर सुरक्षा मंत्र और प्रयोग
Shabar Suraksha Mantra: साधना, आध्यात्मिक उन्नति और आत्मज्ञान की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। लेकिन यह मार्ग नकारात्मक शक्तियों से भी प्रभावित हो सकती है। ऐसे में सुरक्षा मंत्र का प्रयोग साधक को हर प्रकार की बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से बचाने में सहायक होता है।
सुरक्षा मंत्र क्या है?
सुरक्षा मंत्र, साधक को नकारात्मक शक्तियों, अनिष्ट शक्तियों और बाहरी व्यवधानों से बचाते हैं। यह मंत्र उच्च ऊर्जा तरंगों का निर्माण करते है, जो साधक के चारों ओर एक सुरक्षा कवच का निर्माण करता है। जिसके भीतर साधक अथवा व्यक्ति सुरक्षित रहता है।
सुरक्षा मंत्र का प्रयोग कब करें? जब भय की अनुभूति हो, मन में अनजान शक्ति को लेकर डर लगे या साधना के दौरान नकारात्मक शक्ति परेशान ना करे इसके लिए सुरक्षा मंत्र का जाप किया जाता है।
Shabar Protection Mantra: शाबर सुरक्षा मंत्र और प्रयोग
शाबर मंत्र, तंत्र परंपरा से संबंधित है, जो सामान्यतः देसी भाषाओं और सरल शब्दों में होते हैं। शाबर मंत्रों का उपयोग अक्सर तांत्रिक साधना और लोक परंपराओं में किया जाता रहा है। यहाँ शाबर सुरक्षा मंत्र और उनके प्रयोग दिए गए है।
1. हनुमान सुरक्षा मंत्र (तांत्रिक हेतु)
ॐ नमः वज्र का कोठा
जिसमे पिण्ड हमारा पेठा
ईश्वर कुंजी
बर्ह्म का ताला
मेरे आठो याम का यति हनुमंत रखवाला |
विधि: यह हनुमान का सुप्रसिद्ध सुरक्षा मंत्र है। इस मन्त्र की जितना बखान की जाए कम है। तीन बार पढने से पूर्ण सुरक्षा होती है।
2. श्री राम जी का सुरक्षा मंत्र
रामकुंडली ब्रह्मचाक
तेतीस कोटि देवी देवा अमुक की बेड़ियाँ थाक
अमुकेर अंकेर बाण काटम
शर काटम
संधाम काटम
कुज्ञान काटम
कारवने काटे
राजा रामचंद्रेर आज्ञा
एई झंडी अमुकेर अंगे शीघ्र लागूगे
विधि: इस मंत्र का उच्चारण करके चारो और रेखा खींचने से रक्षा होती है |
3. सुरक्षा का माँ कालिका मंत्र
ॐ कलिका खडग खप्पड़ लिए ठाढ़ी
जोत तेरी है निराली
पीती भर भर रक्त पियाली कर भक्तो की रखवाली
न कर रक्षा तो महाबली भैरव की दुहाई
प्रयोग: इसके तीन बार उच्चारण करने के पश्चात छाती में फूंक मारने से सभी तरह से रक्षा होती है |
4. सांप, बिजली, बाघ और चोर से सुरक्षा का मंत्र
बाघ बिजुलि सर्प चोर
चारिउ बाँधौ एक थोड़
धरती माता
आकाश पिता
रक्ष रक्ष श्री परमेश्वरी कालिका
की वाचा
दुहाई महादेव की।
प्रयोग विधि: इस मंत्र को तीन बार पढ़कर तीन बार ताली बजाने से सांप, आसमानी बिजली ,बाघ तथा चोर से सुरक्षा होती है |
6. सुरक्षा घेरा मंत्र (रिंगन मंत्र)
झाड़ी झाड़ी कापडपिंडी
वीर मुष्टे बाँधीबाल
बुले एलाम मशाल भूम होते भैरव
कटार हाते
लोहार बाड़ी
बेम हाते चामदडी
आज्ञा दिल राजा चूड़म हाते
लोहार किला मुद्गर धिनी
विग्ली घुंडिकार आज्ञे राजा चूडंगर आज्ञे
विग्ली घुंडि
प्रयोग विधि: 7 पढ़कर अपने चारो और लोहे की वस्तु से रेखा खींचे।
7. गोरखनाथ रक्षा मंत्र
ॐ नमो धरती माता ,धरती पिता
धरती धरै न धीर
बाजै सिंगी
बाजै तरतरी
आया गोरखनाथ
मीन का पूत
मूँज का छड़ा
लोहे का कड़ा
हमारी पीठ पीछे हनुमान जति खड्या
शब्द साच्चा
फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा
प्रयोग विधि: तीन बार मंत्र पढ़कर अपनी देह को सर से पांव तक स्पर्श कर ले।
8. चौकी मंत्र (गणपति, हनुमान, भैरव, नरसिंह)
ॐ नमो आदेश गुरु को
वज्र वज्री वज्र किवाड़
वज्री से बांध दशोद्वार
जो घाट घाले
उलट वेद वही को खात
पहली चौंकि गणपति की
दूजी चौंकि हनुमत की
तीजी चौंकि भैरव की
चौथी चौंकि राम रक्षा करने को
श्री नरसिंह देव जी आये
शब्द साँचा
पिंड कांच फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा
सतनाम गुरु जी को आदेश
प्रयोग विधि: तीन बार पढ़कर देह पर फूंक मारने से रक्षा होती है |
9. सिद्धेश्वरी रक्षा मंत्र
ॐ अईकलि पुरु सिद्धेश्वरी अवतर अवतर स्वाहा
ॐ दशांगुली भिन्ड्ली
विरुड़ हारि भेरुंड विद्याराणी
रोल बंध ,मुष्टि बंध ,बाण बंध
कृत्य बंध, रूद्र बंध,नख बंध
ग्रह बंध ,प्रेत बंध,भूत बंध
यक्ष बंध ,कंकाल बंध ,बेताल बंध ,आकाश बंध
पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण सर्व दिशा बंध
ये और ये आछी कह
हस हस अवतर अवतर अवतर
दशाविप्रराणी दशांगुली शतास्त्र बंदिनी
बंदसि हूँ फट स्वाहा
प्रयोग विधि: साधना में सुरक्षा मंत्र का प्रयोग करते समय “लक्ष्मण रेखा” का उपयोग एक प्रभावी और शक्तिशाली तरीका माना जाता है। ये मंत्र पढ़ते पढ़ते लक्ष्मण रेखा की तरह अपने चारों और रेखा खीच ले ,सर्व प्रकार से सुरक्षा होगी।
10. शरीर कीलन मंत्र
सिल्ली सिद्धिर वजुर के ताला,
सात सौ देवी लूरे अकेला,
धर दे वीर, पटक दे वीर,पछाड़ दे वीर,
अरे-अरे विभीषण बल देखो तेरा,
शरीर बाँध दे मेरा,
मेरी भक्ति,गुरु की शक्ति,
फुरो मंत्र ,इश्वरो वाचा!
प्रयोग विधि: अन्य अनुसर।
साधना विधि
- मंत्र को पहले याद करे ले।
- सिद्ध मुहूर्त (दिवाली होली, ग्रहण इत्यादि) में किए गए जाप अधिक शक्तिशाली फल देते है।
- अन्यथा मंगलवार या शनिवार को इस मंत्र का सामर्थ्य अनुसार 1,11,21 जाप पुर्व की तरफ मुख करके रुद्राक्ष की माला से करे।
- साधना हेतु ब्रह्ममुहुर्त अथवा रात्रि 10 बजे के समय का चयन करे। सिद्ध मुहूर्त में की गई साधना मुहूर्त अनुसार करे। जैसे ग्रहण काल का जाप।
- जाप 11,21 दिनों तक किया जा सकता। सिद्ध मुहूर्त का जाप एक दिन ही पर्याप्त है।
- मंत्र जप के वक्त अगरबत्ती, पुष्प और कोई सी भी मिठाई रखें!
- गणेश, गुरु पूजन, इष्ट, मंत्र देवता का पूजन करे।
- फिर जाप प्रारंभ करें।
- तत्पश्चात मंत्र को प्रयोग में ले।
साधना में सुरक्षा मंत्र का महत्व अनमोल है। यह साधक के चारों ओर सुरक्षा कवच बनाकर उसे हर प्रकार की बाधा और नकारात्मकता से बचाता है। यदि आप भी साधना करते हैं, तो सुरक्षा मंत्र का अभ्यास अवश्य करें और अपनी साधना को प्रभावशाली बनाएं।
चेतावनी: यहाँ दी गयी जानकारी सिर्फ सूचनार्थ व् शिक्षा के लिए है। किसी अनुभवी साधक के सानिध्य में ही इसका इस्तमाल करे।