Shajapur (M.P): History & Tourist Places in Hindi
शाजापुर (Shajapur) भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।
Shajapur: History, Facts & Tourist Places in Hindi | wiki
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 6196 |
ऊंचाई | समुन्द्र तल से 453 मीटर |
औसत वर्षा | 938.3 मिमी. |
भाषा | हिंदी और इंग्लिश |
तापमान | अधिकतम 45 डिग्री न्यूनतम 3 डिग्री |
दर्शनीय स्थल | रोदेश्वरी माता मंदिर, दसी हनुमान मंदिर, माता बगुलामुखी मंदिर, भेरूगढ़ टेकरी आदि। |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
मध्य प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्से में स्थित शाजापुर 6196 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैला है। 1640 ई. में मुगल सम्राट शाहजहां यहां ठहरे थे, इसी कारण इसका नाम शाजापुर रखा गया। इसका मूल नाम शाहजहांपुर था, जो आगे चलकर शाजापुर के नाम से प्रचलित हो गया।
इंदौर से लगभग 80 किमी. दूर शाजापुर पश्चिम में बहने वाली लकुण्डा नदी के तट पर बसा है। रोदेश्वरी माता मंदिर, दसी हनुमान मंदिर, माता बगुलामुखी मंदिर और भेरूगढ़ टेकरी यहां के लोकप्रिय तीर्थस्थल हैं। पर्बती, नवज, काली सिंध, आहू और लखुन्दर यहां से बहने वाली प्रमुख नदियां हैं।
बैजनाथ महादेव मंदिर (Shree Baijnath Mahadev Temple)
भगवान शिव का समर्पित यह खूबसूरत मंदिर शाजापुर के अगर में स्थित है। ब्रिटिश सेना के गोरखा रेजिमेंट के सेनापति मार्टिन से इस मंदिर का संबंध माना जाता है।
कहा जाता है कि जब एक बार वह युद्ध में गए तो उनकी पत्नी ने उनके कुशलतापूर्वक लौटने की यहां कामना की थी। सेनापति के कुशलता पूर्वक लौटने पर यह शिव मंदिर का निर्माण करवाया गया। अगर शाजापुर से करीब 80 किमी. दूर उत्तर पश्चिम में स्थित है।
नलखेड़ा (Nalkheda)
नलखेड़ा शाजापुर जिले का प्रमुख तीर्थस्थल है। यह इंदौर से लगभग 80 किमी. उत्तर पूर्व में स्थित है। माता बगुलामुखी माता मंदिर यहां जाना माना प्राचीन मंदिर है। दूर दराज से यहां माता के दर्शन के लिए लोगों का आना जाना लगा रहता है।
शुजलपुर (Shajapur)
इसकी स्थापना एक जैन व्यापारी ने की थी। इसे प्रारंभ में राय करनपुर नाम से जाना जाता था। 16वीं शताब्दी में इस पर शेरशाह सूरी के दाएं हाथ माने जाने वाले शुज्जत खान ने अधिकार कर लिया। तब से यह नगर शुजलपुर नाम से चर्चित है। प्राचीन जटाशंकर मंदिर और रानोगंज छतरी शुजलपुर और आसपास के लोकप्रिय दर्शनीय हैं।
अकोदिया (Akodia)
शाजापुर का यह छोटा-सा नगर काली सिंध नदी के तट पर स्थित है। अकोदिया पूर्वी शाजापुर से 26 और पश्चिमी शाजापुर से करीब 13 किमी. की दूरी पर है। नरसिंहगढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य, नरसिंहगढ़ किला, जटाशंकर मंदिर और रानोगंज छतरी इसके नजदीकी और लोकप्रिय दर्शनीय स्थल हैं।
बरोद (Barod)
यह ताल्लुक मुख्यालय नगर शाजापुर से 90 किमी. और अगर से 20 किमी. की दूरी पर है। बरोद के पश्चिम में एक पहाड़ी क्षेत्र है, जहां अनेक पहाड़ियों का समूह है। समुद्र तल से इन पहाड़ियों की ऊंचाई 500 से 545 मीटर तक है। दुधालिय और कछोल नदियां इस नगर से होकर बहती हैं।
बेरछा (Berchha)
यह नगर जिला मुख्यालय से 14 किमी. और सीहोर से 46 किमी. की दूरी पर है। मकसी यहां का प्राचीन तीर्थस्थल है। साथ ही खियोनी वन्यजीव अभ्यारण्य, सीहोर गणेश मंदिर, टेकरी और जटाशंकर मंदिर के इस नगर के नजदीकी दर्शनीय स्थल हैं।
शाजापुर कैंसे पहुंचे (How to Reach Shajapur)
वायु मार्ग– इंदौर का देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट शाजापुर का नजदीकी एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट देश के अनेक शहरों से जुड़ा है।
रेल मार्ग– शाजापुर रेलवे स्टेशन उज्जन-गुना रेललाइन का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। इस रूट पर चलने वाली विविध ट्रेनें शाजापुर को भारत के अन्य शहरों से जोड़ती हैं।
सड़क मार्ग– राष्ट्रीय राजमार्ग 3 शाजापुर से होकर गुजरता है, जो इस जिले को अनेक शहरों से जोड़ता है। अनेक शहरों से राज्य परिवहन निगम की बसें शाजापुर के लिए चलती रहती हैं।
कहां ठहरें– शाजापुर में होटलों का अभाव है। यहां के निकटतम एयरपोर्ट इंदौर में ठहरने के लिए होटलों की उचित व्यवस्था है।