Shivpuri (M.P): History & Tourist Places in Hindi
शिवपुरी (Shivpuri) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी ज़िले में स्थित एक नगर व नगर पंचायत है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। शिवपुरी उत्तर में मुरैना, ग्वालियर और दतिया जिलों द्वारा, पूर्व में यूपी के झांसी जिले द्वारा, पश्चिम में राजस्थान के कोटा जिले और दक्षिण में गुना जिले से घिरा हैं।
Shivpuri: History, Facts & Tourist Places | wiki
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 10,666 वर्ग कि.मी. |
भाषा | हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | माधव विलास महल, माधव नेशनल पार्क, जॉर्ज कैसल, छतरियां आदि। |
सम्बंधित लेख | मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
मध्य प्रदेश के शिवपुरी में पर्यटकों को लुभाने के लिए बहुत कुछ है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने के लिए लोग अनायास ही खिंचे चले आते हैं। एक जमाने में यह स्थान ग्वालियर के सिंधिया वंश की समर कैपिटल थी। वे यहां गर्मियों के दिनों में आराम फरमाने के लिए आया करते थे।
यहां के घने जंगलों में मुगल सम्राट शिकार खेलने आते थे। अकबर ने यहीं से हाथियों के विशाल झुंड और शेरों को पकड़ा था। अब इस जंगल को अभ्यारण्य में तब्दील कर दिया गया है, जहां अनेक दुर्लभ पशु-पक्षियों और वनस्पतियों को देखा जा सकता है। शिवपुरी में बने कुछ महल और झीलें यहां आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहती हैं।
शिवपुरी के पर्यटन स्थल (How To Reach Shivpur)
माधव विलास महल– गर्मियों के दौरान सिंधिया शासक इसी महल में ठहरते थे। गुलाब के फूल सा प्रतीत होता गुलाबी और लाल रंग का यह किला लोगों को काफी आकर्षित करता है। माधव विलास महल के बरामदे से शिवपुरी नगर का सुंदर नजारा देखा जा सकता है। महल में गणेश की एक प्रतिमा स्थापित है जिसे गणपति मंडप कहा जाता है। संगमरमर से सजे इस महल को अब भारत सरकार के इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रशिक्षण केन्द्र में तब्दील कर दिया गया है।
माधव नेशनल पार्क– माधव नेशनल पार्क आगरा-मुम्बई रोड और झांसी-शिवपुरी रोड़ के बीच में पड़ता है। 157.58 वर्ग किमी. में फैले नेशनल पार्क में अनेक वन्य जीवों को देखकर पर्यटक रोमांच से भर उठते हैं।
पूरे साल खुले रहने वाले इस पार्क में चिंकारा, चीतल जसे पशुओं को खुले में विचरण करते देखा जा सकता है। इसके अलावा नीयगाय, चौसिंहा, सांभर, ब्लैकबक, तेंदुआ, स्लोथबीयर, लंगूर आदि भी यहां दिखाई देते हैं।
जॉर्ज कैसल– माधव नेशनल पार्क में बने जॉर्ज कैसल को जिवाजी राव सिंधिया ने बनवाया था। जॉर्ज कैसल माधव नेशनल पार्क का सबसे ऊंचा प्वाइंट है। शाम के समय इस किले की सुंदरता और बढ़ जाती है। शिवपुरी आने वाले सैलानी जॉर्ज किले को देखना नहीं भूलते।
इस किले का निर्माण जॉर्ज पंचम के ठहरने के लिए किया गया था। इसीलिए यह किला जॉर्ज कैसल कहलाता है। उन्हें 1911 में भारत यात्रा के दौरान यहां आना था। किले सामने की साख्य सागर झील है जो इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देती है। किले के आसपास अनेक पशुओं को घूमते देखा जा सकता है।
साख्य सागर झील और बोट क्लब– साख्या सागर और माधव सागर झील को 1918 में मेनियर नदी पर बनाया गया था। इस झील का पानी पीने के लिए माधव नेशनल पार्क में रहने वाले वाले अनेक पशु यहां आते रहते हैं। झील में मगरमच्छ जैसे अनेक सरीसृपों को देखा जा सकता है। झील के किनारे ही बोट क्लब है, जहां से इस विशाल का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
छतरियां– शिवपुरी ग्वालियर की सिंधिया राजकुमारियों द्वारा बनवाईं गई सुंदर और आकर्षक छतरियों के लिए भी जाना जाता है। संगमरमर से बनी इन छतरियों पर बेहद सुंदर सजावट की गई हैं। मुगल गार्डन में बनी माधव राव सिंधिया और महारानी साख्या राजे सिंधिया की छतरियां काफी आकर्षक हैं। शिखर शैली में बनी इन छतरियों पर हिन्दुओं और मुगलों का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है।
शिवपुरी कैंसे पहुंचे (How To Reach Shivpur)
वायु मार्ग– शिवपुरी का निकटतम एयरपोर्ट ग्वालियर में है। यह एयरपोर्ट शिवपुरी से लगभग 117 किमी. की दूरी पर है।
रेल मार्ग- झांसी और ग्वालियर शिवपुरी के नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं। बस या टैक्सी के माध्यम से इन रेलवे स्टेशनों से आसानी से शिवपुरी पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग– शिवपुरी आसपास के अनेक शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा है। आगरा, ग्वालियर, झांसी, भोपाल, इंदौर, उज्जैन आदि शहरों से यहां के लिए नियमित रूप से बसें चलती रहती है।