सिद्ध शाबर मंत्र: Siddha Shabar Mantra by Yogiraj Yashpal | PDF & Review [Hindi]
Siddha Shabar Mantra: जन साधारण के लिए सरल एवं सुगम स्वयं सिद्ध मन्त्रों की शाबरी प्रक्रिया से युक्त इस पुस्तक में सम्मिलित विभिन्न कर्मों के प्रकरण से आप वांछित ‘कर्म’ से इष्ट मन्त्र चुनकर ‘इच्छित कार्य’ कर सकते हैं। पुस्तक में दिए गए लगभग दो सौ शाबर मन्त्रों से आप अपनी मनोकामना पूरी कर सकते हैं।
सिद्ध शाबर मंत्र: Siddha Shabar Mantra Online Book PDF
Title | सिद्ध शाबर मंत्र: Siddha Shabar Mantra |
Publisher | Randhir Prakashan, Haridwar |
Author | योगीराज यशपाल (Yogiraj Yashpal) |
Language | Hindi |
Edition | 2023 |
Pages | 264 |
Cover | Paperback |
Other Details | 18 cm x 12.5 cm |
Weight | 210 gm |
Available Soon |
भूमिका
अत्यन्त सरल भाषा में पाए जाने वाले सभी मंत्र शाबर मन्त्र कहलाते हैं। ये मन्त्र होते तो अत्यन्त सरल भाषा में हैं। यह भी नहीं कहा जा सकता कि शाबर मन्त्र केवल एक ही भाषा के अधिकार में आते हों क्योंकि यह सभी बोली जाने वाली भाषाओं में पाए जाते हैं।
भाषा की स्थिति तो ऐसी है कि गाँव- गाँव की गूढ़ शब्दावली में भी मन्त्र पाए जाते हैं। कोई-कोई मन्त्र तो ऐसा है कि उसमें एक से अधिक भाषाओं का प्रयोग किया गया है।
शास्त्रीय (संस्कृत) मन्त्रों का आयोजन अपने आप में एक अर्थ रखता है। कोई भी मन्त्र हो यदि उसका अर्थ स्पष्ट नहीं है तो वह शास्त्रीय मन्त्र नहीं है। बीज मन्त्रों का भी अपना अर्थ होता है परन्तु शाबर मन्त्र अर्थयुक्त तथा अर्थहीन, दोनों प्रकार के पाए जाते हैं।
भारत में अनेक विद्यायें पाई जाती हैं जो कि यथा समय अपने चमत्कार प्रस्तुत करती रहती हैं। इन्हीं चमत्कारी विद्याओं में एक विद्या है-सिद्ध शाबर मन्त्र। सिद्ध शाबर मन्त्र के प्रयोग कभी निष्फल नहीं जाते। इन मन्त्रों का प्रयोग करने के लिए किसी दीक्षा, गुरु तथा विद्वान की कोई आवश्यकता नहीं है। आप विद्वान हों या जनसाधारण हों सिद्ध शाबर मन्त्र के प्रभाव आप सबको स्पष्ट मिलेंगे।
अतः कहा जा सकता है यह पुस्तक सभी के लिए समान रूप से उपयोगी है।इस पुस्तक में कहे गए सभी प्रयोग बहुत ही शीघ्र प्रभाव दिखाने वाले तथा चमत्कारिक हैं। इनके प्रयोग अत्यन्त सुगमसाध्य तथा उपयोगी हैं किन्तु यह भी एक विडम्बना है इनका दुरुपयोग भी बहुत किया जाता है।
मैं आपसे स्पष्टतः कह देना चाहता हूँ कि आप चाहे उपकार करें या अपकार परन्तु शाबरी मन्त्र अपनी शक्ति कदापि नहीं खोते। अतः इस पुस्तक का तथा इसमें वर्णित समस्त प्रयोगों का उपयोग जनहित के लिए ही करें। दुरुपयोग करके मन्त्र विद्या की प्रतिष्ठा को हानि न पहुँचायें यही अंतिम निवेदन भी है।
अनुक्रमणिका
- सिद्धि कर्म (Siddhi Karma) – 11
- शांति कर्म (Shanti Karma) – 43
- विद्वेषण कर्म (Vidveshan Karma) – 107
- रोग नाशक कर्म (Rog Nashak Karma) – 111
- मारण कर्म (Maran Karma) – 159
- वशीकरण कर्म (Vashikaran Karma) – 173
- स्तम्भन कर्म (Stambhan Karma) – 209
- उच्चाटन कर्म (Uchchatan Karma) – 239
पुस्तक अंश
हनुमान प्रत्यक्षीकरण मंत्र
ॐ हनुमान पहलवान वर्ष बारहा का जवान । हाथ में लड्डू मुख में पान। आओ आओ बाबा हनुमान । न आओ तो दुहाई महादेव गौरा पार्वती की। शब्द साँचा। पिण्ड काँचा। फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
विधि: इस मन्त्र का अनुष्ठान मंगलवार या शनिवार से प्रारम्भ करें। हनुमानजी को सिन्दूर का चोला, जनेऊ, खड़ाऊँ, लंगोट, दो लड्डू और ध्वजा चढ़ावें। इसके बाद प्रत्येक मंगलवार को व्रत रखें। लाल वस्त्र धारण करें तथा लाल चन्दन की माला से जपादि कर्म करें। शनिवार को चने तथा गुड़ का वितरण करें। इस मन्त्र की दस मालायें प्रतिदिन जपें। यह कर्म तीन महीने तक करें। सदा पवित्र रहें। हनुमानजी दर्शन देंगे। उस समय जो चाहें माँग लें।
ताली द्वारा रक्षा
ॐ काली काली महाकाली। इन्द्र की बेटी, ब्रह्मा की साली। उड़ बैठी पीपल की डाली। दोनों हाथ बजावै ताली ।जहां जाये वज्र की ताली । वहां न आवे दुश्मन हाली । दुहाई कामरू कामाक्षा नैना योगिनी की। ईश्वर महादेव गौरा पार्वती की। दुहाई वीर मसान की।
विधि: इस मन्त्र का सात बार जाप करके तीन बार ताली बजाने से सब प्रकार से रक्षा होती है।
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