Sidhi (M.P): History & Tourist Places in Hindi
सीधी (Sidhi) भरर के राज्य मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्व छोर पर स्थित जिला है। सीधी जिले का प्राकृतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है। सोन इस जिले की महत्वपूर्ण नदी है। यह नदी प्राकृतिक संपदा से भरपूर है।
Sidhi: History, Facts & Tourist Places in Hindi | Wiki
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 10526 वर्ग किमी |
भाषा | हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | संजय डुबरी वन्यजीव अभ्यारण्य, मारा गुफांए और गोविन्दगढ़ आदि। |
सम्बंधित लेख | मध्य प्रदेश कर पर्यटन स्थल |
कब जाएं | नवम्बर से फरवरी। |
सीधी जबलपुर से 140 किमी. उत्तर पूर्व में है। सीधी जिले को राज्य के नार्थ ईस्टर्न फ्रंटियर के नाम से जाना जाता है। प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण यह जिला 10526 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैला है। सोन और गोपड यहां से बहने वाली मुख्य नदियां हैं। सिंगरौली यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
सीधी के प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Places To visit in Sidhi)
Sidhi Tourist Places: संजय डुबरी वन्यजीव अभ्यारण्य, मारा गुफांए और गोविन्दगढ़ यहां के लोकप्रिय दर्शनीय स्थल हैं। इनके अलावा मजहोली, रामपुर, सिंगरौली, कुसमी, देवसर, सिंघावल और चित्रांगी यहां के अन्य लोकप्रिय स्थल हैं।
मारा गुफांए– सीधी जिले में स्थित यह गुफांए सिंगरौली से 22 किमी. दूर हैं। गुफाएं घने जंगलों के बीच में हैं। उत्तम निर्माण कला की प्रतीक यह गुफांए महाराष्ट्र की अजंता और एलोरा की गुफाओं से काफी मिलती हैं।
चन्द्रेही शिव मंदिर– शिखर शैली में निर्मित यह मंदिर दसवीं शताब्दी के मध्य में बना था। मंदिर एकल चबूतरे पर बना है और इसकी दीवारें सपाट हैं। मंदिर का शिखर जालीदार आकृति से सुसज्जित है।
विन्ध्याचल थर्मल पॉवर स्टेशन– यह थर्मल पॉवर प्लांट कोयले पर आधारित है। 1987 से यहां विद्युत का उत्पादन किया जा रहा है। हर वर्ष यहां से करीब 2260 मिलियन विद्युत की यूनिट का उत्पादन किया जाता है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली को यहां से विद्युत का आपूर्ति की जाती है।
बगदारा वन्यजीव अभ्यारण्य– सीधी जिले के इस अभ्यारण्य को 1978 में स्थापित किया गया था। 478 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैले इस अभ्यारण्य में भरपूर मिश्रित शुष्क वन पाए जाते हैं। टाईगर, पेंथर, चिंकारा, चीतल, सांभर हिरन, जंगली सूकर, काला बगुला, और पक्षियों की विविध प्रजातियां यहां पाई जाती हैं। नवंबर से जून का समय यहां आने के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है।
संजय राष्ट्रीय पार्क– 1938 वर्ग किमी. में फैला यह पार्क 1981 में स्थापित किया गया था। यह पार्क मध्य प्रदेश के सीधी और छत्तीसगढ़ के सरगूजा में फैला हुआ है। तेंदुए, भेड़िए, चिंकारा, सांभर, नीलगाय आदि पशु यहां पाए जाते हैं। नवंबर से जून की अवधि यहां आने के लिए उत्तम मानी जाती है।
सोन घडियाल अभ्यारण्य– घडियालों का संरक्षण प्रदान करने के लिए इस अभ्यारण्य को स्थापित किया गया था। 42 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैला यह अभ्यारण्य सोन नदी के किनारे स्थित है। इस अभ्यारण्य में घडियालों के अलावा कछुओं और प्रवासी पक्षियों को भी देखा जा सकता है।
जयंत– उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा के निकट स्थित जयंत सीधी से 76 किमी. की दूरी पर है। भगवान शिव का समर्पित रेणुकुट शिव मंदिर यहां का प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यह मंदिर गोविन्द वल्लभ पंत बांध और जयंत कोयले की खान से 12 किमी. दूर है।
सीधी कैंसे पहुंचे (How To Reach Sidhi)
वायु मार्ग– सीधी का नजदीकी एयरपोर्ट जबलपुर में है। यह एयरपोर्ट देश के कई शहरों से वायुमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग– सिंगरौली रेलवे स्टेशन सीधी का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। देश के अनेक हिस्सों से यह रेलवे स्टेशन जुड़ा है।
सड़क मार्ग– सीधी सड़क मार्ग से मध्य प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के कई शहरों से जुड़ा है। राज्य परिवहन निगम की नियमित बसें सीधी के लिए चलती रहती हैं।
कहां ठहरें– सीधी जिले में ठहरने के लिए होटलों का अभाव है। इसके नजदीकी एयरपोर्ट शहर जबलपुर में होटलों की समुचित व्यवस्था है।