Sonpur (Bihar): History & Tourist Places in Hindi
सोनपुर (Sonpur) भारत के बिहार राज्य के सारण ज़िले में स्थित एक शहर है। यह गण्डकी नदी और गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है।
Sonpur: History, Facts & Tourist Places in Hindi | wiki
राज्य | बिहार |
जिला | सारण |
क्षेत्रफल | 8.27 वर्ग किमी |
भाषा | भोजपुरी, मैथिली, हिन्दी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | बाबा हरिहरनाथ मंदिर, सोनपुर का मेला |
प्रसिद्धि | एशिया के सबसे बड़े पशु मेले के लिए विश्व विख्यात |
कब जाएं | अक्टूबर से फरवरी। |
गंगा और गंडक नदी के संगम पर बसा हुआ सोनपुर एशिया के सबसे बड़े पशु मेले के लिए विश्व विख्यात है। इसके अलावा यह एशिया के सबसे बड़े पुल ”महात्मा गांधी सेतु पुल’ के लिए जाना जाता है। यह पुल हाजीपुर को पटना से जोड़ता है। सोनपुर बिहार के सारण जिले में स्थित है। बिहार की राजधानी पटना से यह 25 किलोमीटर की दूरी पर है।
सोनपुर का पशु मेला (Sonepur Cattle Fair)
सोनपुर मुख्य रुप से पशु मेले की लिए ही जाना जाता है। तीन सप्ताह तक चलने वाला यह मेला अक्टूबर से नंवबर महीने के बीच लगता है। यह मेला गंगा नदी के तट पर लगता है। इस मेले की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां आप हाथी से लेकर ऊंट तक खरीद सकते है।
यहां सभी प्रकार के चौपाए जानवर खरीदे और बेचे जाते हैं। जानवरों की खरीद-बिक्री के अलावा इस मेले में नाच, गाना, जादू, नौटंकी आदि का भी आनंद उठाया जा सकता है। इस मेले में भाग लेने के लिए विश्व के सभी भागों से लोग आते हैं।
सोनपुर पशु मेला क्यों मनाया जाता है
इस मेले को बुराई के ऊपर अच्छाई की जीत के रुप में भी देखा जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां हाथी और मगरमच्छ के बीच प्रसिद्ध युद्ध हुआ था। यह हाथी और कोई नहीं बल्कि गंधर्वों के राजा हुहु थे और मगरमच्छ दिवाला मुनि थे। ये दोनो शाप वश हाथी और मगरमच्छ बन गए थे। माना जाता है कि एक दिन हाथी स्नान करने के लिए गंगा नदी में गया तो मगरमच्छ ने उसका पैर पकड़ लिया।
इस पर दोनों में युद्ध शुरु हो गया। कहा जाता है कि यह युद्ध कई सौ वर्षो तक चलता रहा। अंत में हाथी कमजोर पड़ने लगा। तब उसने अपनी रक्षा के लिए भगवान विष्णु की प्रार्थना की। विष्णु जी ने उसकी प्रार्थना सुनी और अपने चक्र से मगरमच्छ का वध कर दिया। हाथी की मगरमच्छ पर विजय के उपलक्ष्य में ही यहां पशु मेला आयोजित किया जाता है।
बाबा हरिहरनाथ मंदिर (Baba Harihar Nath Temple)
कार्तिक पूर्णिमा के दिन हाजीपुर आने वाले पर्यटक गंगा नदी में स्नान करने के बाद हरिहरनाथ मंदिर जाना नहीं भूलते हैं। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
सोनपुर से क्या खरीदे (Sonpur is Famous for)
पर्यटक सोनपुर में हाथी, ऊंट तथा अन्य दूसरे पशु के अलावा भी बहुत कुछ खरीद सकते हैं। यहां से आभूषण, हथियार, फर्नीचर, खिलौना, कृषि उपकरण तथा कई प्रकार के हस्तशिल्पों की खरीददारी भी की जा सकती है।
सोनपुर कैंसे पहुंचे (How to Reach Sonpur By road, Train & Air)
वायु मार्ग: यहां का निकटतम हवाई अड्डा पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंर्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह हवाई अड्डा सोनपुर से 30 किलोमीटर की दूरी पर है।
रेल मार्ग: हाजीपुर रेलवे स्टेशन यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन है। पटना से कलकता जाने वाली सभी ट्रेने यहां से होकर जाती है।
सड़क मार्ग: यह बिहार के सभी शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। पटना से यहां के लिए बसें चलती हैं।
कहां ठहरें: यहां ठहरने के लिए होटलों का अभाव है। इसलिए यहां आने वाले पर्यटक इसके नजदीकी शहर पटना में ठहरते हैं। पटना के प्रमुख होटलों की सूची इस प्रकार है।