Ukhrul (Manipur): History & Places To Visit in Hindi
उखरुल (Ulharul) भारत के मणिपुर राज्य के उखरुल ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है।
Ukhrul: History, Facts & Tourist Places | wiki
राज्य | मणिपुर |
क्षेत्रफल | 4544 वर्ग किमी |
ऊंचाई | समुंद्रतल से 6000 फीट |
भाषा | मणिपुरी |
दर्शनीय स्थल | शिरूई कशुंग, खानखई गुफा, हुंदुंग मंगला गुफा, डिलिली झरना आदि। |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
समुद्र तल से 6000 फीट की ऊंचाई पर बसा उखरूल मणिपुर की राजधानी इंफाल से 83 किमी. उत्तर पूर्व में है। मणिपुर का सबसे ऊंचा हिल स्टेशन उखरूल तंगखुल नागा आदिवासियों की रंगीन भूमि के रूप में जानी जाती है।
उखरूल पूर्व में म्यांमार, दक्षिण में चंदेल, पश्चिम में सेनापति और इंफाल ईस्ट तथा उत्तर में नागालैंड राज्य से घिरा हुआ है। 4544 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैला यह जिला मणिपुर में ईसाइयत और पश्चिमी शिक्षा की जन्मस्थली माना जाता है।
उखरूल के प्रमुख दर्शनीय स्थल (Best Places To Visit Ukhrul)
Ukhrul Tourist Places: शिरूई कशुंग, खानखई गुफा, हुंदुंग मंगला गुफा, डिलिली जल प्रपात और अजोआ जेनेफ्यू मागी झील जिले के प्रमुख और लोकप्रिय दर्शनीय स्थल हैं।
शिरूई कशुंग– शिरूई गांव में स्थित यह चोटी उखरूल से 11 किमी. पूर्व दिशा में है। इस चोटी में मणिपुर का आधिकारिक पुष्प शिरूई लिली बहुतायत मात्रा में उगता है, जो यहां की खूबसूरती को और बढ़ा देता है। यह चोटी 2500 मीटर की ऊंचाई पर है। इसके आसपास के इलाकों में अनेक प्रकार के दुर्लभ वन्य जीवों को देखा जा सकता है।
अजोआ मागी झील– कचौफंग के निकट स्थित यह झील खायंग जल प्रताप से 7 किमी. दक्षिण पूर्व दिशा में है। अछुआ मागी पहाड़ियों में स्थित यह झील 9 एकड़ में फैली हुई है। चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरी इस झील के जल का स्रोत निली नदी है, जो इसके निकट से बहती है। मानसून के दिनों में झील का जलस्तर काफी बढ़ जाता है। सामान्य कार्प और स्थानीय रंगीन मछलियां यहां बड़ी संख्या में पाई जाती हैं।
हुंडुंग– यह खूबसूरत और शांत गांव प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। यह गांव मिट्टी के बर्तनों का प्रमुख केन्द्र है। प्राचीन गुफाएं भी यहां देखी जा सकती हैं। लूईरा और डरव इस गांव में मनाए जाने वाले प्रमुख पर्व हैं। यह गांव खंगखुई गुफा के निकट है जो उखरूल से लगभग 11 किमी. की दूरी पर है।
नुंगबी– इंफाल से 120 किमी. दूर स्थित यह गांव उत्तर पूर्व का एकमात्र गांव है, जहां काली मिट्टी के बर्तनों को बनाया जाता है। इस गांव में मुख्यत: तंगखुल आदिवासी रहती है। यह आदिवासी जाति आज भी अपनी परंपराओं का पालन करते हुए अपनी जीविका चलाती है। उखरूल यहां से करीब 40 किमी. की दूरी पर है।
उखरूल कैंसे पहुंचे (How To Reach Ukhrul)
वायु मार्ग– इंफाल एयरपोर्ट यहां का करीबी एयरपोर्ट है, जो गुवाहाटी, दिल्ली, कोलकाता से इंडियन एयरलाइन्स की नियमित फ्लाइटों के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग– दीमापुर यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन है। यहां से बस या टैक्सी द्वारा उखरूल पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग– राष्ट्रीय राजमार्ग 39 और 53 मणिपुर को शेष भारत से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ते हैं।
कहां ठहरें: मणिपुर की राजधानी इंफाल में ठहरने के लिए होटलों की उचित व्यवस्था है। प्रमुख होटलों के विषय में यहां जानकारी दी जा रही है-