Vidisha (M.P): History & Tourist Places in Hindi
विदिशा (Vidisha) भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख शहर है। ऐतिहासिक व पुरातात्विक दृष्टिकोण से यह क्षेत्र मध्यभारत का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र माना जा सकता है।
Vidisha: History, Facts & Tourist Places in Hindi | Wiki
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्रफल | 7371 वर्ग किमी |
भाषा | हिंदी, स्थानीय भाषा औऱ इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | दशावतार मंदिर, बीजामंडल मस्जिद, विष्णु मंदिर, उदयगिरी आदि। |
संबंधित लेख | मध्य प्रदेश के दर्शनीय स्थल |
कब जाए | अक्टूबर से फरवरी। |
बेतवा और व्यास नदी के तट पर बसा विदिशा प्राचीन काल में व्यापार का प्रमुख केन्द्र था। एक जमाने में यह शहर शुंग, गुप्त, नाग, सातवाहन और उत्तर गुप्त साम्राज्य का जीवंत और लोकप्रिय नगर था।
कालिदास की रचना मेघदूत में सम्राट अशोक को यहां का गवर्नर बताया गया है। मौर्य और मुगल संस्कृति का प्रतीक यह नगर बेसनगर नाम से भी जाता है।
विदिशा के प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Places to visit in vidisha)
Tourist Places of Vidisha: 7371 वर्ग किमी. में फैले इस जिले में अनेक दर्शनीय स्थल हैं। उदयगिरी की गुफाएं, हेलियोडोरस स्तंभ, बीजामंडल मस्जिद, मालादेवी मंदिर, हिंडोला तोरण, बाजरामठ मंदिर, शालभंजिका और उदयेश्वर मंदिर आदि यहां के लोकप्रिय दर्शनीय स्थल हैं।
बिजामण्डल मस्जिद (Bijamandal Mosque Monument)
वास्तव में इस मस्जिद के स्थान पर पहले दुर्गा देवी का मंदिर था। मुगल शासक औरंगजेब के काल में मंदिर को तुड़वाकर मस्जिद का निर्माण करवाया गया। यह मस्जिद आलमगीर मस्जिद नाम से लोकप्रिय है। वर्तमान में यह मस्जिद क्षतिग्रस्थ अवस्था में है।
दशावतार मंदिर (Dashavtar Temple)
यह वैष्णव मंदिर यहां की एक स्थानीय झील के उत्तर में है। माना जाता है कि इन मंदिरों का निर्माण 8वीं और 10वीं शताब्दी के बीच हुआ था। मंदिर के विशाल खुले हॉल को अनेक स्तंभों ने सहारा दे रखा है। (और पढ़ें: भगवान विष्णु के दशावतार
सोला खंबी मंदिर (Khamba Baba/Heliodorus Pillar)
यह प्राचीन मंदिर बदोह में एक झील के निकट स्थित है। बदोह विदिशा से करीब 84 किमी. की दूरी पर स्थित है। दो मीटर ऊंचे चबूतरे पर स्थित यह मंदिर आठ वर्ग किमी. में फैला हुआ है।
इस मंदिर की वास्तुकारी गुप्त काल से मिलती है। मंदिर की छत सपाट है और इसमें 16 स्तंभ है। इसी कारण इसे सोला खंबी मंदिर कहा जाता है।
ग्यारसपुर मालादेवी मंदिर (Mala Devi Temple, Gyaraspur)
प्रतिहार शैली में बना यह मंदिर पत्थरों को काटकर बनाया गया है। मंदिर की चित्रकारी और संरचना से ज्ञात होता है कि यह 9वीं शताब्दी के आसपास बना था। मंदिर में वरामदा, हॉल और गर्भगृह देखा जा सकता है। मंदिर का गर्भगृह नौ टॉवर वाले पंचरथ शिखर से सुसज्जित है।
विष्णु मंदिर (Vishnu Temple)
भगवान को समर्पित इस मंदिर में उनकी प्रतिमा शयन मुद्रा में स्थापित है। मंदिर की संरचना दूसरी शताब्दी के ब्राह्मी शैली से मिलती है। यह भारत का प्रथम मंदिर है जिसके निर्माण में सबसे पहले चूना मसाला या सीमेंट इस्तेमाल किया गया था।
लोहांगी पर्वत (Lohangi Mountain)
विदिशा रेलवे स्टेशन के निकट स्थित यह रॉक ऐतिहासिक दृष्टि से लोकप्रिय दर्शनीय स्थल है। बलुआ पत्थर की इस रॉक की ऊंचाई 7 मीटर और इसका व्यास करीब 10 मीटर है। शेख जलाल चिश्ती के नाम पर इस रॉक का नाम रखा गया था। रॉक के निकट ही एक मस्जिद है जिसमें फारसी लिपि में अभिलेख खुदे हुए हैं।
धरमपुर (Dharampur)
विदिशा जिले से करीब 90 किमी. सिरोंज के निकट स्थित यह एक छोटा-सा गांव है। यह गांव राज्य के जैन तीर्थस्थल का प्रमुख केन्द्र है। साथ पुरातात्विक दृष्टि से भी इस स्थान का विशेष महत्व है। जैन धर्म के 8वें तीर्थंकर चन्द्रनाथ की मूर्ति यहां का मुख्य आकर्षण है।
इस विशाल मूर्ति में खुदे अभिलेख 155 ईसवीं के माने जाते हैं। चन्द्रनाथ की यह मूर्ति 2 मीटर ऊंची और 1 मीटर चौड़ी है। भगवान महावीर की एक क्षतिग्रस्त प्रतिमा भी यहां से प्राप्त हुई है।
उदयगिरी (Udaigiri)
यह प्राचीन गांव विदिशा से करीब 6 किमी. दूर पर स्थित है। इस गांव की ख्याति यहां के प्राचीन मंदिर और बौद्ध अवशेषों से है। गुप्त काल के 20 गुफा मंदिर यहां के मुख्य आकर्षण हैं। यह मंदिर 320 ईसवीं से 600 ईसवीं पूर्व के माने जाते हैं। विदिशा से यहां के लिए नियमित बसों की व्यवस्था है।
आनंदपुर (Anandpur)
विदिशा जिले का यह छोटा-सा नगर गुना की सीमा के निकट स्थित है। श्री अवदत आनंदजी का आश्रम यहीं स्थित है। यहां से गिरधारी मंदिर, महामाया मंदिर और धरमपुर आसानी से पहुंचा जा सकता है। आनंदपुर और विदिशा के बीच नियमित बसें चलती रहती हैं।
विदिशा कैंसे पहुंचे (How To Reach Vidisha)
वायु मार्ग- मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विदिशा का नजदीकी एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट देश के अनेक बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। भोपाल विदिशा से करीब 53 किमी. दूर है।
रेल मार्ग– विदिशा रेलवे स्टेशन मध्य रेलवे का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन विदिशा को राज्य और पड़ोसी राज्यों के अनेक शहरों से जोड़ता है।
सड़क मार्ग– विदिशा मध्य प्रदेश और अनेक पड़ोसी राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। राज्य परिवहन निगम की नियमित बसें यहां के लिए चलती रहती हैं।
कहां ठहरें– विदिशा में ठहरने के लिए होटलों को अभाव है। यहां के निकटतम एयरपोर्ट भोपाल में होटलों की उत्तम व्यवस्था है।