Chhattisgarhi Shabar: छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र संग्रह
Chhattisgarhi shabar Mantra: भारत की आध्यात्मिक धरा पर अनेक विद्याएँ प्रचलित रही हैं, जिनमें से शाबर मंत्र एक अत्यंत रहस्यमयी और प्रभावशाली विद्या मानी जाती है।
छत्तीसगढ़, जो लोक संस्कृति, तंत्र साधना और जन-आस्था का केंद्र है, वहाँ की छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र परंपरा स्वयं सिद्ध और तेजोमय मानी जाती है। अगर आप छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र में रुचि रखते है तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। क्योंकि इस आर्टिकल में हम “छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र” के बारे में जानकारी दे रहे है।

Chhattisgarhi Shabar: स्वयं सिद्ध छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र
Chhattisgarhi shabar: छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र न केवल एक लोक परंपरा है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की तांत्रिक और आध्यात्मिक संपदा का प्रतीक भी है। यदि साधक इन मंत्रों को नियम और गुरु के मार्गदर्शन से प्रयोग करें, तो असंभव को संभव बना सकता है।
गुरु-स्थापना-मन्त्र
गुरू दिन गुरू बाती, गुरू सहे सारी राती । वासतीक दीवना बार के, गुरू के उतारौं आरती ।।
विधि: साधना प्रारम्भ के पहले दीपक जला कर निम्न मन्त्र को सात बार पढ़ें।
महादेव सुरक्षा मंत्र
शिव प्रिया माँ सती पार्वती मम रक्ष रक्ष कुरु कुरु स्वाहा
प्रयोग: प्रतिदिन -21 बार या 108 बार पाठ करने सिद्धि एवं शरीर की रक्षा होती है।
गुरु शक्तिपात मंत्र
ॐ बम्हा बिष्णु शिव भगवते गुरु देवाय परब्रम्ह गुरुवे नमो नमः।।
प्रयोग: नित्य 21 दिन 108 बार जाप करे, गुरुवार का व्रत रखे। शरीर में गुरु शक्तिपात होता है, समस्त पाप नाशक मंत्र है।
शरीर-रक्षा-मन्त्र
“ॐ नमो आदेश शुरू का । जय हनुमान, वीर महान । मै करथ हौं तोला प्रनाम, भूत-प्रेत-मरी मसान । भाग जाय, तोर सुन के नाम । मोर शरीर के रक्ष्या करिबे, नहीं तो सीता मैया के सय्या पर पग ला धरबे ! मोर फूकें । मोर गुरू के फूकें, गुरू कौन ? गौरा- महा-देव के फूकें । जा रे शरीर बँधा जा ।”
विधि – उक्त मन्त्र को ग्यारह बार पढ़कर, अपने चारों ओर एक गोल घेरा बना लें । इससे साधना में सभी विघ्नों से साधक की रक्षा होती है।
जादू टोना नाशक मंत्र
जल खिचे जलाजल खिचे काकर खिचे माता कुंती माता पांचो पाण्डो के खिचे सहस नाम कस्हा बाबा के खिचे मोर गुरु के खिचे गुरु महादेव पार्वती 21 सो बहनीया के खिचे जादू टोना सब आके भष्म हो जा।
विधि: रोगी के उपर से नींबू 7 बार उतार के अग्नि मे डाले तो टोना जादु नष्ट हो जाएगा।
कामख्या माता (कसर काटने का मंत्र)
कामरू देश कामाख्या दाई के आदेश नजर काटो बजर काटो मुहर्त में देकर पाय रक्षा करो जय दुर्गा माय नारसिंह ओना टोना बहाय अमुख के रोग सागर पार चले जाये आज्ञा महादेव पार्वती के हाड़ी दासी चण्डी माई के दुहाई।
विधि: 7 बार झारे शरीर से नींबू उतार काटकर जल मे बहावे तो शरीर निर्मल हो सब रोग ठीक हो जाता है।
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स्वयं सिद्ध छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र की विशेषताएँ
- लोक भाषा में सरलता: ये मंत्र छत्तीसगढ़ी भाषा में होते हैं, जिससे आम जनमानस आसानी से इन्हें उच्चारित कर सकता है।
- तुरंत असरकारी (Quick Results): ये मंत्र बार-बार सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं रखते। एक बार सही विधि से पढ़ने पर ही यह प्रभाव दिखाते हैं।
- गुप्त व प्रभावशाली: ये मंत्र अधिकतर गुरु-शिष्य परंपरा से ही मिलते हैं। इनकी गोपनीयता और शक्ति इन्हें विशेष बनाती है।
- सांसारिक समस्याओं का समाधान: छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र का उपयोग नजर दोष, टोना-टोटका, रोग, भय, व्यापारिक बाधाएं, कोर्ट-कचहरी, शत्रु बाधा आदि को दूर करने हेतु किया जाता है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र क्या होते हैं?
A: छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र तांत्रिक परंपरा में बोले जाने वाले ऐसे मंत्र हैं जो छत्तीसगढ़ की लोकभाषा में रचे गए होते हैं। इन मंत्रों में क्षेत्रीय देवी-देवताओं, ग्राम देवताओं, और विशेष लोकमान्य शक्तियों का आह्वान किया जाता है। ये मंत्र सीधे प्रयोगात्मक होते हैं, और इन्हें साधना की बजाय सीधे प्रयोग के लिए उपयोग किया जाता है।
Q2. क्या शाबर मंत्र संस्कृत में नहीं होते?
A. नहीं, ये आम बोलचाल की लोकभाषाओं में होते हैं, जिससे हर कोई प्रयोग कर सके।
Q3: क्या छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र केवल छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए हैं?
A: नहीं। ये मंत्र सार्वभौमिक हैं और कोई भी साधक श्रद्धा व नियमों के साथ इनका प्रयोग कर सकता है।
Q4: क्या शाबर मंत्रों को बिना दीक्षा के प्रयोग किया जा सकता है?
A: शाबर मंत्रों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये गुरु आज्ञा से अधिक तीव्र कार्य करते है। इनमें जटिल दीक्षा प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं होती।
Q5. क्या ये मंत्र बिना दीक्षा के काम करते हैं?
A. कुछ स्वयं सिद्ध मंत्र विशेष स्थिति में काम कर सकते हैं, लेकिन दीक्षा सर्वोत्तम मार्ग है।
Q6. क्या छत्तीसगढ़ में शाबर परंपरा अभी भी जीवित है?
A. हां, अनेक गुप्त साधक एवं गुरुजन आज भी इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं।
Q7: छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र किन कार्यों के लिए उपयोगी हैं?
A: ये मंत्र भूत-प्रेत बाधा, नज़र दोष, रोग उपचार, प्रेम वशीकरण, व्यापार वृद्धि, शत्रु नाश, वन्य प्राणी से रक्षा आदि में उपयोगी होते हैं।
Q8: क्या इन मंत्रों का प्रयोग किसी भी समय किया जा सकता है?
A: हाँ, अधिकांश शाबर मंत्रों में समय की विशेष बाध्यता नहीं होती। परंतु कुछ मंत्रों के लिए विशेष समय, दिन या नक्षत्र को मान्यता दी जाती है।
Q9: क्या आप वीडियो, ईबुक या क्लास के माध्यम से सिखाते हैं?
A: जी हाँ, हम ऑनलाइन ग्रुप के माध्यम से छत्तीसगढ़ी शाबर मंत्र सिखाते हैं।
Q10: क्या इन मंत्रों को सीखने के बाद तुरंत प्रयोग किया जा सकता है?
A: कुछ मंत्र स्वयं सिद्ध होते है। कुछ को एक दिन में ही जागृत किया जा सकता है। परंतु अधिक प्रभावी मंत्रों के लिए साधना और आवश्यक होता है, जो हम सिखाते हैं।
Q11: क्या मंत्र सीखने के लिए गुरु दक्षिणा देनी होती है?
A: हाँ, पारंपरिक रूप से पुष्प, नारियल और प्रतीकात्मक दक्षिणा (श्रद्धा अनुसार) देकर मंत्र लिया जाता है। यह श्रद्धा और गुरु परंपरा का सम्मान है।
Q12: क्या मंत्र सिखाने से पहले कोई परीक्षा या नियम होता है?
A: हाँ, कुछ विशिष्ट मंत्रों के लिए साधक की योग्यता, शुद्धता और पहले किए गए प्रयोगों की जानकारी ली जाती है। इसके बाद ही शक्तिशाली मंत्र दिए जाते हैं।
Disclaimer
प्रस्तुत लेख में दिए गए सभी मंत्र पुस्तकों और गुरुओं से प्राप्त है। यह जानकारी केवल शिक्षात्मक उद्देश्य से दी गई है। कृपया मंत्रों का प्रयोग किसी योग्य गुरु के निर्देशन में ही करें, अन्यथा किसी भी प्रकार के लाभ हानि के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे।