Surart (Gujarat): History & Places To Visit in Hindi
सूरत (Surat) भारत के गुजरात राज्य का एक प्रमुख शहर है। यह जिले सूरत जिले मुख्यालय भी है। सूरत मुख्यत: कपड़ा उद्योग और डायमंड कटिंग और पोलिशिंग के लिए प्रसिद्ध है, इसलिए इस शहर को सिल्क सिटी और डायमंड सिटी के नाम से भी जाना जाता है।
Surart: History & Tourist Places in Hindi
राज्य | गुजरात |
क्षेत्रफल | 7,757 वर्ग किमी |
भाषा | गुजराती, हिंदी और इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | सूरत का किला, उकई बांध, गोपीपुरा, अगम मंदिर, महिषासुरमर्दिनी मंदिर, श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर, ज्वॉय एन ज्वॉय अम्यूजमेंट पार्क आदि। |
प्रसिद्धि | जरी के काम और हीरों की कारीगरी के लिए लोकप्रिय। |
कब जाएं | नवम्बर से फरवरी। |
History of Surat: गुजरात का सूरत जिला राज्य का प्रमुख औद्योगिक नगर है। 7657 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैले इस जिले में ही ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1612 में प्रथम वेयरहाउस स्थापित किया था। अंग्रेज यहां मुख्यत: मसाला व्यापार करने के उद्देश्य से आए थे।
सुरत के प्रमुख पर्यटन स्थल (Places to visit in surat)
Tourist Places in Surat: बरदोली, दांडी, डूमा, हजीरा, उकई, उतरन और वेदछी यहां के लोकप्रिय एवं चर्चित स्थल हैं। मगडल्ला सूरत का महत्वपूर्ण बंदरगाह है। सूरत जरी के काम के लिए और हीरों की कारीगरी के लिए बहुत लोकप्रिय है। बरदोली और वेदछी में गांधी आश्रमों को भी देखा जा सकता है।
1. किला (Surat Fort)
ताप्ती नदी के तट पर स्थित इस किले को गुजरात के सुल्तान ने 1546 ई. में बनवाया था। किले में विभिन्न विभागों के कार्यालय बने हुए हैं। ताप्ती ब्रिज के निकट स्थित इस किले से शहर का और ताप्ती नदी का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है।
2. उकई बांध (Ukai Dam)
ताप्ती नदी पर बना यह बांध गुजरात का सबसे बड़ा बांध है। 1971 मे बने इस बांध को वल्लभ सागर के नाम से भी जाना जाता है।यह बांध विद्युत उत्पादन, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में प्रमुख भूमिका निभाता है।
बांध का पानी 52000 हेक्टेयर तक फैला रहता है और इसकी क्षमता भाखडा नांगल बांध के बराबर मानी जाती है। बांध सूरत से 94 किमी. की दूरी पर है।
3. गोपीपुरा (Gopipura surat)
इस पवित्र स्थल का नाम सूरत के संत गोपी के नाम पर पड़ा है। संत के बार में यह भी कहा जाता है कि वह एक धनी हिन्दु व्यापारी थे, जिन्होंने क्षेत्र में अनेक बड़ी इमारतों का निर्माण करवाया था। अगामा मंदिर और अन्य बहुत से जैन मंदिर और मठ यहां देखे जा सकते हैं।
4. अगम मंदिर (Shri Agam Mandir Surat Gujarat)
यह जैन मंदिर भगवान महावीर को समर्पित है। आदेश्वर भगवान और पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमाएं भी यहां देखी जा सकती हैं। इस मंदिर का निर्माण जैन संत आचार्य श्री आनंदसागर सुरीजी महाराज साहब की प्रेरणा से किया गया था। यह मंदिर अगम मंदिरों की श्रृंखला में सबसे विशाल और खूबसूरत है।
5. महिषासुरमर्दिनी मंदिर (Mahishasura Mardini Temple)
बरदोली में स्थित इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में किया गया था। मंदिर में एक घुमावदार मीनार और सुसज्जित कुआं है। देवी दुर्गा की मूर्ति यहां का मुख्य आकर्षण है। मंदिर के सामने के हिस्से में काफी सुंदर सजावट की गई है।
6. श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर (Shree sidhant Mahadev Temple)
यह प्राचीन मंदिर ओल्पड ताल्लुक के सरस गांव में स्थित है। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में उन्हें श्री सिद्धनाथ महादेव के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर का जिक्र स्कंद पुराण में भी मिलता है।
मंदिर के निकट एक विशाल कुंड बना हुआ है। माना जाता है कि रावण का वध करने के बाद भगवान राम ने अयोध्या लौटते समय अपने पापों से मुक्ति के लिए यहां भगवान शिव की पूजा की थी।
7. ज्वॉय एन ज्वॉय अम्यूजमेंट पार्क- (Joy En joy Amusement Parks Surat)
यह पार्क सूरत का सबसे बड़ा पार्क है जो 75 एकड के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां अनेक प्रकार की मनोरंजक गतिविधियां की जा सकती हैं। पार्क में एक रेस्तरां भी है जहां चाईनीज, पंजाबी, दक्षिण भारतीय आदि व्यंजनों को परोसा जाता है।
8. बारदोली (Bardoli)
बारदोली सूरत से 34 किमी. की दूरी पर है। महात्मा गांधी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल के नेतृत्व में 1921-22 में यहां बारदोली सत्याग्रह शुरू किया था। बारदोली का स्वराज आश्रम प्रमुख दर्शनीय स्थल है।
9. दांडी (Dandi)
समुद्र तट पर स्थित यह स्थान आजादी की लडाई से संबंधित है। 1930 में महात्मा गांधी ने अंग्रेजों का नमक कानून तोड़ने के लिए यहां दांडी मार्च नमक सत्याग्रह शुरू किया था। गांधीजी ने अपने 78 अनुयायियों के साथ 241 मील की दूरी तय करने के बाद यहां आकर अंग्रेजों का कठोर नमक कानून तोडा
सूरत कैंसे पहुंचे (How to Reach Surat, By Road, Train and Air)
वायु मार्ग– सूरत का घरेलू एयरपोर्ट मुंबई और भावनगर आदि शहरों से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग– सूरत मुंबई-दिल्ली-अहमदाबाद ब्रोड गैज रेल लाइन पर स्थित है। यह रेललाइन सूरत को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ती है।
सड़क मार्ग– सूरत गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान आदि के शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। इन शहरों से राज्य परिवहन निगम की बसें सूरत के लिए चलती रहती हैं।