Brihadeeswara Temple: बृहदीश्वर मन्दिर, तंजावुरी (तमिलनाडु)
बृहदीश्वर मन्दिर या राजराजेश्वरम मंदिर हमारे देश के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर विश्व में अपनी तरह का पहला और एकमात्र मंदिर है जो ग्रेनाइट का बना हुआ है।
धर्म | हिंदू धर्म |
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देवता | शिव |
त्यौहार | महाशिवरात्रि |
अवस्थिति | तंजावुर |
राज्य | तमिलनाडु |
देश | भारत |
बृहदीश्वर मन्दिर का इतिहास (History of Brihadeeswara Temple)
बृहदीश्वर मन्दिर या राजराजेश्वरम् तमिलनाडु के तंजौर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। इसे पेरुवुटैयार कोविल भी कहते हैं। यह मंदिर पूरी तरह से ग्रेनाइट निर्मित है। विश्व में यह अपनी तरह का पहला और एकमात्र मंदिर है जो कि ग्रेनाइट का बना हुआ है।
बृहदीश्वर मन्दिर का निर्माण 1003-1010 ई. के बीच चोल शासक प्रथम राजराज चोल ने करवाया था। इसलिए इस मंदिर को राजराजेश्वर मन्दिर नाम से भी जाना जाता है। यह अपने समय के विश्व के विशालतम संरचनाओं में गिना जाता था। इसके तेरह (13) मंजिलें भवन (सभी हिंदू अधिस्थापनाओं में मंजिलो की संख्या विषम होती है।) की ऊँचाई लगभग 66 मीटर है।
यह मंदिर उत्कीर्ण संस्कृत व तमिल पुरालेख सुलेखों का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस मंदिर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है। इस मंदिर के निर्माण कला की एक विशेषता यह भी है कि इसके गुंबद की छाया पृथ्वी पर नहीं पड़ती हैं।
मंदिर परिसर (Temple Complex)
बृहदेश्वर मंदिर दक्षिण भारत में प्राचीन वास्तुकला का एक नायाब नमूना है। मंदिर अपनी भव्यता, वास्तुशिल्प और बीचों बीच बने विशालकाय गुम्बद से लोगों को आकर्षित करता है।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर में स्थापित विशाल, भव्य शिवलिंग को देखने पर उनका वृहदेश्वर नाम सर्वथा उपयुक्त प्रतीत होता है। और पढें: शिव पूजन में ध्यान रखने योग्य बातें
मंदिर के शिखर पर स्वर्णकलश स्थित है। जिस पाषाण पर यह कलश स्थित है, अनुमानत: उसका भार 80 टन है और यह एक ही पाषाण से बना है।
मंदिर परिसर में गोपुरम् के भीतर एक चौकोर मंडप है। वहां चबूतरे पर नन्दी जी की विशाल प्रतिमा विराजमान हैं। नन्दी जी की यह प्रतिमा 6 मीटर लंबी, 2.6 मीटर चौड़ी तथा 3.7 मीटर ऊंची है। एक ही पत्थर से निर्मित नन्दी जी की यह दूसरी सर्वाधिक विशाल प्रतिमा है।
बृहदीश्वर मन्दिर से जुड़े रोचक तथ्य (Intresting Facts about Brihadeeswara Temple)
- बृहदीश्वर मन्दिर या राजराजेश्वरम् तमिलनाडु के तंजौर में स्थित एक हिंदू मंदिर है।
- बृहदीश्वर मन्दिर का निर्माण 1003-1010 ई. के बीच चोल शासक प्रथम राजराज चोल ने करवाया था।
- इस मंदिर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है।
- यह मंदिर पूरी तरह से ग्रेनाइट निर्मित है।
- मंदिर परिसर में स्थापित, एक ही पत्थर से निर्मित नन्दी जी की प्रतिमा नंदी की दूसरी सर्वाधिक विशाल प्रतिमा है।
- नन्दी जी की यह प्रतिमा 6 मीटर लंबी, 2.6 मीटर चौड़ी तथा 3.7 मीटर ऊंची है।