Anuradha Nakshatra: अनुराधा नक्षत्र की सम्पूर्ण जानकारी
Anuradha Nakshatra: अनुराधा की राशिपथ में 213.20 अंश से 226.40 अंश तक स्थिति माना जाता हैं। इसक चार तारे है। चरणाक्षर न, नी, नू, ने हैं।
अनुराधा नक्षत्र का अर्थ: अनुराधा का अर्थ है राधा और राधा या एक के बाद पुनः राधा, अर्थात् लगातार ‘सफलता’।
- प्रथम चरण के स्वामी सूर्य
- द्वितीया चरण के बुध
- तृतीय चरण के शुक्र
- चतुर्थ पद के स्वामी मंगल है।
अनुराधा नक्षत्र (पौराणिक मान्यता)
इसके देवता मित्र और स्वामी ग्रह शनि है। मित्र, माता अदिति और कश्यप के पुत्र है। 12 आदित्यो मे मित्र तीसरे आदित्य है। ऋग्वेद अनुसार वैदिक मित्र अनुबंध और सम्मेलन के देवता तथा वरुण देव के संरक्षक है। वरुण और मित्र दोनो शपथ के देवता है।
विशेषताएँ
अनुराधा मे उत्पन्न जातक तर्कशील, अंक, ज्योतिष, सांख्यकी और मनोगत मे रुचि रखते है। जातक नेता, विदेश यात्रा, विदेश मामले निपुण होता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले कुछ प्रमुख व्यक्ति निम्न है..
- नरेन्द्र मोदी (प्रधान मंत्री, भारत)
- कपिल देव (प्रसिद्ध क्रिक्रेटर)
प्रस्तुत फल जन्म नक्षत्र के आधार पर है। कुंडली में ग्रह स्थिति अनुसार फल में अंतर संभव है। अतः किसी भी ठोस निर्णय में पहुंचने के लिए सम्पूर्ण कुंडली अध्यन आवश्यक है।