Varkala (Kerala): Places to Visit in Varkala
वर्कला (Varkala) भारत के केरल राज्य में स्थित तिरुवनंतपुरम जिले में एक तटीय शहर और नगर पालिका है। यह तिरुवनंतपुरम के उत्तर-पश्चिम में 51 किलोमीटर और कोल्लम के दक्षिण-पश्चिम में 37 किलोमीटर पर स्थित है।
Varkala: Things to Do & Tourist Guide in Hindi
राज्य | केरल |
जिला | तिरुवनंतपुरम |
क्षेत्रफल | 14.87 km² |
भाषा | मलयालम, हिंदी और इंग्लिश |
तापमान | 33 से 25 डिग्री। |
दर्शनीय स्थल | जनार्दन स्वामी मंदिर, वर्कला बीच, शिवगिरी मठ आदि। |
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कब जाएं | नवंबर से मार्च |
वर्कला तिरंवनंतपुरम से 45 किमी. दूर स्थित केरल का एक छोटा सा हिल स्टेशन है। अपने दो हजार साल पुराने मंदिर और पापनाशनम बीच के लिए प्रसिद्ध वर्कला में बैकवॉटर्स का भी आनंद उठाया जा सकता है।
12वीं शताब्दी से ही यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल रहा है। जो लोग रोजमर्रा की जिंदगी से थोड़े समय का विश्राम चाहते हैं, उनके लिए यह जगह बिल्कुल उपयुक्त है।
जनार्दन स्वामी मंदिर (Sant Janardan Swami Temple)
माना जाता है कि यह मंदिर 2000 साल पुराना है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। कहा जाता है तेज हवाओं के कारण मंदिर का मूल ढांचा ध्वस्त हो गया था। वर्तमान ढांचा 12वीं शताब्दी में बना था। कहा जाता है कि राजा के स्वप्न में भगवान ने दर्शन देकर उन्हें समुद्र में डूबी भगवान की मूर्ति के बारें में बताया था।
राजा ने एक मछुआरे की सहायता से उस प्रतिमा को पानी से निकालकर इस मंदिर में स्थापित किया। यहां के मुख्य गर्भगृह में किसी गैर हिन्दु का आना मना है। लेकिन गर्भगृह के आसपास घूम सकते हैं। समय: सुबह 4 बजे- दोपहर 12 बजे तक, शाम 5 बजे- रात 8 बजे तक। मुख्य समारोह: 10 दिन तक चलने वाला वर्कला उत्सव, 15 मार्च से शुरू।
पापनाशनम बीच (Varkala Beach)
यहां का पानी पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यहां डुबकी लगाने से व्यक्ति का शरीर और आत्मा दोनों शुद्ध हो जाते हैं। इस अर्धचंद्राकार बीच पर फैली चट्टानें इसकी सुंदरता को और भी बढ़ा देती हैं। पूर्णिमा के दिनों में यहां श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ रहती है। इसलिए उस दौरान यहां आने से बचें। चट्टानों पर चढ़कर ढलते हुए सूरज को देखना एक अलग ही अनुभव है।
शिवगिरी मठ (Shivgiri Math)
यह मठ 200 एकड़ में फैला है। यह केरल के सबसे बड़े धर्म प्रमुख और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु की अंतिम विश्राम स्थली थी। यहां उनके द्वारा पिछड़े वर्गो के उत्थान के लिए स्थापित संस्था एसएनडीपी का मुख्यालय है। गुरु जी की समाधि पहाड़ी के ऊपर स्थित है।
यहां से नीचे उतरने पर गुरुजी का घर दिखाई देता है। यहां उनसे जुड़ी हुई चीजें रखी गई हैं। बाईं ओर शारदा मंदिर है जो मां सरस्वती को समर्पित है। मठ में जैविक खेती भी की जाती है। यहां पेड़ों की कुछ दुर्लभ किस्में भी देखने को मिल जाएंगी। समय: सुबह 5.30 बजे- दोपहर 12 बजे तक, शाम 4.30 बजे- शाम 7 बजे तक।
वर्कला के आसपास दर्शनीय स्थलTourist Attractions near Varkala)
अंजेंगो किला (20 किमी.) अंजेंगो किला ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रमुख गढ़ में से एक था। 1690 ई. में अट्टींगल रानी ने अंग्रेजों को किला बनाने की इजाजत दी और 1695 में यह बनकर तैयार हो गया। यह इंग्लैंड से आने वाले जहाजों को सिग्नल देने का पहला केंद्र था।
यहां से मिर्च का निर्यात किया जाता था। यहां कब्र में लगे हुए अनेक नामपट्टी देखे जा सकते हैं जिसमें 1740 में बनी नामपट्टी भी शामिल है। वर्कला के दक्षिण में स्थित अंजेंगो पहुंचने के लिए कडक्कवुर होकर जाना होता है।
वर्कला कैंसे पहुंचे (How To Reach Varkala)
रेल मार्ग: रेलवे स्टेशन बीच से 3 किमी. दूर है।
सड़क मार्ग: वर्कला तिरुवनंतपुरम से 54 किमी. और कोल्लम से 37 किमी. दूर है। राष्ट्रीय राजमार्ग 47 यहां से केवल 11 किमी.दूर है।