Vashikaran Mantra: वशीकरण मंत्र संग्रह और प्रयोग
Vashikaran Mantra Sangrah: वशीकरण मंत्र प्राचीन भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उपयोग सकारात्मक ऊर्जा, प्रेम, और आकर्षण को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
यह मंत्र न केवल रिश्तों में सामंजस्य स्थापित करने में सहायक होता है, बल्कि टूटे हुए संबंधों को जोड़ने और आपसी समझ को गहरा करने का माध्यम भी है। आजके इस लेख में हम वशीकरण मंत्रों की विधियों, उनके महत्व, और इन्हें सही तरीके से उपयोग करने के नियमों को समझेंगे।
वशीकरण क्या होता है ?
vashikaran meaning: वशीकरण का मतलब है किसी व्यक्ति को अपने वश में करना। इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति को मानसिक या शारीरिक रूप से नियंत्रित करना होता है। इसे आमतौर पर व्यक्ति की इच्छा, भावनाओं या व्यवहारों पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
पुष्प वशीकरण मन्त्र (Flower Vashirkan Mantra)
पुष्प वशीकरण, में फूलों के जरिए किसी व्यक्ति को अपने वश में किया जाता है। अधिकांश मामले में यह मंत्र प्रेमी प्रेमिका के ऊपर प्रयोग किया जाता है। इससे उनके भीतर प्रेम जाग जाता है।
ॐ नमो आदेश गुरु का एक फूल फूल भर दोना चौंसठ योगिनी ने मिल किया टोना फूल फूल वह फल न जानी हनुमन्त वीर घेर घेर दे आनी जो सूंघे इस फूल की बास उसका जी प्राण हमारे पास सोती होय तो जगाय लाव बैठी होय तो उठाय लाव और देखे जरे बरै, मोहि देखि मोरे पायन परे मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा वाचा वाची से टरे तो कुम्भी नरक में परे।
विधि: किसी भी शनिवार से शुरू करके लगातार इक्कीस दिनों तक रात में शुद्ध होकर बैठें। फिर दीपक प्रज्वलित करें और लोबान की धूप चढ़ाकर, दिए गए मंत्र का 144 बार जाप करें। इस प्रकार मंत्र सिद्ध हो जाएगा। इसके बाद, किसी भी सोमवार को एक पुष्प लें और उस पर मंत्र का उच्चारण करते हुए इक्कीस बार फूंक दें। वह पुष्प जिसे भी सुंघाया जाएगा, वह सम्मोहित हो जाएगा।
ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
विधि: इस मंत्र को किसी शुभ मुहूर्त में अपनी क्षमता अनुसार जप करके सिद्ध कर लें। इसके बाद, प्रयोग के समय शुक्रवार को एक पुष्प लें और मंत्र का सात बार उच्चारण करके उसे अभिमंत्रित करें। जिस स्त्री पर यह फूल डाला जाएगा, वह मंत्र के प्रभाव से मोहित हो जाएगी।
कामरूदेस कामाख्या देवी जहाँ बसे इस्माइल जोगी इस्माइल जोगी ने दिया पान का बीड़ा, पहला बीड़ा आती जाती, दूजा बीड़ा दिखावें छाती, तीजा बीड़ा अंग लिपटाई, फलानी खाय पास चली आई, दुहाई श्री गुरू गोरखनाथ की।
विधि-दीपावली की रात को इस मंत्र का 144 बार जाप करने से यह सिद्ध हो जाता है। इसके बाद, जब आवश्यकता हो, बिना कटे हुए पान के बीड़े को इस मंत्र से 7 अभिमंत्रित करें। फिर इसे जिस स्त्री को खिला दिया जाएगा, वह वशीभूत हो जाएगी। मंत्र में जहाँ ‘फलानी’ शब्द लिखा है, वहाँ इच्छित स्त्री का नाम लेना आवश्यक है।
ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
विधि: इस मंत्र को किसी शुभ मुहूर्त में अपनी क्षमता अनुसार जप कर सिद्ध कर लें। इसके बाद, प्रयोग के समय शुक्रवार को एक पुष्प लें और मंत्र का सात बार जाप करके उसे अभिमंत्रित करें। फिर उस पुष्प को जिस भी स्त्री पर फेंका जाएगा, वह मंत्र के प्रभाव से मोहित हो जाएगी।
खाने पीने की चीज से वशीकरण
जिस व्यक्ति को वशीभूत करना हो, उसके लिए किसी खाने-पीने की वस्तु (मिठाई, पानी या अन्य खाद्य सामग्री) का चयन करें। मंत्र का 7, 11, या 21 बार (जैसा निर्देश हो) जाप करते हुए खाने-पीने की वस्तु पर फूंक मारें। जिस व्यक्ति को यह चीज खिलाई जाएगी, वह आपके वश में हो जाएगा।
मिठाई वशीकरण मंत्र
हाथ पसारूं मुख मलूं, काची मछली खाऊं। आठ पहर चौसठ घड़ी, जग मोह घर जाऊं।।
विधि: शनिवार की रात्रि में इस मन्त्र का एक सौ एक जप करें। मन्त्रजप के समय घी का दीपक जलता रहे। गुग्गुल की धूनी दें तथा पुष्प और मिठाई प्रसाद के रूप में चढ़ाएं। फिर उस मिठाई को मन्त्र से अभिषिक्त करके जिसे भी खिला देंगे, वह वशीभूत होकर कहना मानने पर बाध्य हो जाएगा।
बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।
विधिः कृष्ण पक्ष के शनिवार से इकतीस दिन तक नित्य रात के समय एक माला जप उपर्युक्त मन्त्र का करें। इस कृत्य से मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय यही मन्त्र ग्यारह बार पढ़कर एक-दो बताशे /मिठाई अभिमन्त्रित कर जिस स्त्री को खिला देंगे, वह वशीभूत हो जायेगी। मन्त्र में अमुकी के स्थान पर स्त्री का और अमुक के स्थान पर अपना नाम बोलना चाहिए।
गुड़ वशीकरण मन्त्र
ॐ नमो गुड़, गुड़ रे तूं गुड़, गुड़ तामड़ा मसान केलिकरंताजा, उसका देग उमा सब हर्ष हमारी आस खसम को देखे जलै बसे। हमको देवै साकि रुचलै चालि चालि रे कालिका के पूत जोगी संगम और अवधूत सोती होय जगाय लाव, न लावै तो माता कालिका की शय्या पर पांव घरै। शब्द सांचा पिण्ड कांचा, फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
विधि: शनिवार की रात को भैरव देव की पूजा करके उक्त मन्त्र से गुड़ को इक्कीस बार अभिमन्त्रित कर जिसे भी खिलाया जायेगा, वही साधक के वश में हो जायेगा।
लौंग मोहन मन्त्र
ॐ नमो आकाश की योगिनी पातालनाग, उठि हनुमंत जी ‘फलानी’ को लाग, परै न निद्रा बैठे न सुख, जोबो देखे न मेरो मुख, तब तक नहिं परै हिये में सुख, लाऊ जो वाकू पियो, मोहि दीखै ठण्डी हो जाय, आवत न काहू दिखाय, आउ आउ मेरे आगे लाउ, न लावै तो गुरु गौरखनाथ की आन।
विधि: पहले यह मन्त्र ग्यारह सौ बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर जब आँधी चल रही हो तब एक लौंग मुँह में रखकर खुली जगह पर खड़ा होकर इस मन्त्र को एक ही सांस में सात बार जप कर हाथ फैलाकर आँधी की मिट्टी को मुट्ठी में भर लें। फिर इस मिट्टी में मुख में रखी लौग को निकालकर पीस लें और मन्त्र से सात बार अभिमन्त्रित करके जिस भी स्त्री के सिर पर डाला जायेगा, वह जीवनभर के लिए साधक के प्रति मोहित हो जायेगी। फलानी के स्थान पर साध्य स्त्री का नाम लेना चाहिये।
ॐ जल की योगिनी पालै कलका नामा। जिस पै भेजूं तिस पै लाग। सोते सुख ना बैठे सुख। फिर फिर देखो हमारा मुख। मेरी बांधी जो छूटे। तो बाबा नाहर सिंह की जटा टूटे।
विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।
ॐ नमो आदेश गुरु का। कामरु देश कामाख्या देवी। जहाँ बसे इस्माईल जोगी ने दीन्हीं लौंग। एक लौंग राती माती। दूजी लौंग दिखावे राती। तीजी लौंग रहे ठहराया। चौथी लौंग भिलावे आया नहीं आवे तो कुआं बावड़ी घाट फिरे। रंडी कुआं बावड़ी पर छिटक मरे। ॐ नमो आदेश गुरु का। मेरी भक्ति गुरु की शक्ति। फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
विधि: मंत्र सिद्धि के लिए, किसी भी ग्रहणकाल के दौरान एक मिट्टी का चौमुखा दीपक और चार लौंग लेकर किसी पवित्र स्थान पर बैठें। दीपक में चमेली का तेल डालें और चार बत्तियों को तेल में भिगोकर जलाएं। दीपक को इस प्रकार रखें कि प्रत्येक बत्ती का मुँह अलग-अलग चार दिशाओं की ओर हो। प्रत्येक बत्ती के पास एक लौंग रखें। ग्रहण के आरंभ से लेकर उसके समाप्त होने तक मंत्र का निरंतर जाप करें।
ग्रहण समाप्त होने पर उन चारों लौंग को निकालकर ताबीज में भर लें। जब इस प्रयोग की आवश्यकता हो, तो चार लौंग को मंत्र से सात बार अभिमंत्रित करें और ताबीज से स्पर्श कराएं। इसके बाद, जिसे भी यह लौंग खिलाई जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।
मिठाई मोहनी मंत्र (mohini vashikaran mantra for girlfriend)
ॐ नमो भगवते मदन मोह मये पंच भूत मोहिनी। चतुर्विध जीव गलनु मोहिसु मोहिसु। तन्नो नो उदकेण तुरित व्यतलिन्नकाणा कालुकै। प्याऽदे कल बहु दिवोडि वरील वार विर्दरे। महा मायाणे काल भैरव-गणे ब्रह्मा- विष्णु, महेश्वरणे श्रीराम ईतनाणे। क्लीं मोहिनी मोहिसु मोहिसु। निगेगे निन्त्राणे मोहिसु ॐ गुरु प्रसादं।
विधि: कोई भी मीठी वस्तु उपर्युक्त मन्त्र द्वारा 108 बार अभिमन्त्रित करके इच्छित व्यक्ति को खिलाने से उसका वशीकरण हो जाता है।
पान वशीकरण मंत्र
श्री राम नाम खेली अकनक बीरी। सुनिये नारी बात हमारी। एक पान संग मंगाय। एक पान सेज सौं लावे। एक पान मुख बुलावै। हमको छोड़ और को देखे। तो तेरा कलेजा, मुहम्मद वीर चक्खे।
साधक तीन पान का बीड़ा लेकर तीनों को इक्कीस इक्कीस बार अभिमन्त्रित करे और एक-एक करके जिस भी स्त्री को खिलायेगा, पहला पान खाकर वह स्त्री मित्रता करेगी। दूसरा पान शारीरिक सम्बन्ध बनायेगी और तीसरा पान खा लेने के बाद साधक के अलावा कभी किसी के बारे में सपने में भी नहीं सोचेगी। यह अति प्रबल वशीकरण प्रयोग है।
इलायची वशीकरण
ॐ नमो काला कलबा काली रात जिसकी पुतली मांझा राख काला कलवा घाट बाट सोती को जगाई लाव, बैठी को उठाई लाव खड़ी को चला लाव, बेगी धर्या लाव मोहनी जोहनी चल राज की टांड ‘अमुकी’ हजार जाप करे।
विधिः एक छोटी इलायची पर इस मन्त्र का दल माला जप करें और इस अभिमन्त्रित इलायची को अभीष्ट स्त्री को खिला दें। इससे उसका वशीकरण हो जाएगा। फिर वह आपकी हरेक बात मानने को बाध्य होगी। मन्त्र में अमुकी की जगह उस स्त्री का नाम बोलना आवश्यक है।
नमक वशीकरण
ॐ भगवती भग भागदायिनी ‘देवदत्ती’ मम मोहय कुरु कुरु स्वाहा।
विधि: इस मन्त्र को किसी शुभ मुहूर्त में दस हजार बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोग करते समय बृहस्पतिवार को प्रसन्न होकर थोड़ा-सा नमक लेकर उसे सात बार मन्त्र से अभिमन्त्रित करके जिस स्त्री को मोहित करना हो, उसके खाने-पीने की वस्तु में वह नमक मिला दें। वह स्वी साधक पर तन-मन-धन से मोहित हो जायेगी। देवदत्ती के स्थान पर साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करें।
पति-पत्नी वशीकरण मंत्र (Husband Wife Vashirkarn Mantra)
पति-पत्नी के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ाने के लिए वशीकरण मंत्रों का उपयोग प्राचीन परंपराओं में सुझाया गया है। ये मंत्र सकारात्मक ऊर्जा और आपसी समझ बढ़ाने के लिए होते हैं।
पति वशीकरण मंत्र
या भुज ते महिषासुर मारि और शुम्भ निशुम्भ दोऊ दल थम्बा आरत हेतु पुकारत हौं, जाइ कहां बैठी जगदम्बा खड्ग टूटो कि खप्पर फूटो कि सिंह थको तुमरो जगदम्बा आज तोहे माता भक्त शपथ बिनु शान्ति दिए जानि सोवहु अम्बा।
विधि: पति को वश में करने का यह मन्त्र सवा लाख बार जप करने पर सिद्ध हो जाता है। प्रयोग के समय इसका एक सौ आठ बार जप करें। किसी वस्तु को मंत्राभिषिक्त कर पति को खिला दें। वह सदा आज्ञाकारी बना रहेगा।
पत्नी-वशीकरण मन्त्र
पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।
विधि: उपर्युक्त मन्त्र को एक सौ आठ बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोगकाल में इस मन्त्र द्वारा पान को ग्यारह बार अभिमन्त्रित करके पत्नी को खिला दें। वह तुरन्त वश में हो जाएगी और आज्ञा मानने को बाध्य रहेगी। यदि वह पान न खाती हो तो मिठाई अभिमन्त्रित करके खिलाएं।
मोहन मंत्र (Hypnotism Mantra)
मोहन मंत्र वह मंत्र है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति /समुदाय को अपने प्रति आकर्षित करने या प्रभावित करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग इंटरव्यू आदि में किया जाता है। इस मंत्र का प्रभाव साधक जब तक सामने रहता है तब तक ही होता है।
तिलक मोहन मंत्र
ॐ नमो आदेश गुरु को राजा मोहूं प्रजा मोहूं मोहूं ब्राह्मण बनियां हनुमंत रूप में जगत मोहूं तो रामचन्द्र परमानियां गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
शनिवार के दिन हनुमानजी को सिन्दूर का चोला चढ़ाकर विधिपूर्वक पूजा करके प्रतिदिन एक माला के क्रम से इक्कीस दिन तक मन्त्र जपें। फिर प्रयोग करने के लिए मन्त्रजप करते हुए चौराहे की मिट्टी का ललाट पर तिलक लगाकर जिस भी व्यत्तिः के सामने जायेगा, वह उसकी आज्ञा का पालन अवश्य करेगा।
काजल मोहन मन्त्र
ॐ नमो पद्मिनी अंजन मेरा नाम इस नगरी में जाय मोहूं। सर्वग्राम मोहूं राज करंता रामो हूं। फर्श में बैठाय मोहूं पनिघट पनिहारिनी मोहूं। इस नगरी के छत्तीस पवनिया मोहूं। जो कोई मार मार करतं आवे उसे नरसिंह वीरणामपद अंगूठा तर धरे और घेर लावे। मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
विधि: किसी भी शनिवार या रविवार के दिन रात में नरसिंह भगवान का पूजन गूगल जलाकर घृत, शक्कर, पान-सुपारी अर्पित कर एक हजार आठ बार मन्त्र जप कर जप का दशांश होम करें। मन्त्र सिद्ध हो जाने पर रूई में चंदन और अपामार्ग को मिलाकर बत्ती बनाकर काजल तैयार करें। उस काजल को सात बार अभिमन्त्रित कर आँखों में लगाने से सभी लोग साधक पर मोहित होते हैं।
ध्यान द्वारा वशीकरण मन्त्र
ॐ ताल तुम्बरी दह दह दरै झाल झाल आं आं आं हूं हूं हूं हैं हैं हैं काल कमानी कोटा कमरिया ॐ ठः ठः।
राजहंस का स्वतः गिरा हुआ पंख, कोचनी का पुष्प एवं सफेद गाय का दूध- इन सबको मिलाकर खीर बनाएं। फिर उपर्युक्त मन्त्र द्वारा खीर की एक सौ आठ आहुतियाँ दें। इससे मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय नित्य ग्यारह दिनों तक इसी मन्त्र का एक सौ जप करके इच्छित स्त्री या पुरुष का ध्यान करें। जिसका भी ध्यान किया जाएगा, वह वश में हो जाएगा।
हनुमान वशीकरण मंत्र
माता अंजनी का हनुमान। मैं मनाऊं तू कहना मान। पूजा दें, सिन्दूर चढ़ाऊं ‘अमुक’ को रिझाऊं और उसको पाऊँ। यह टीका तेरी शान का। वह आवे, मैं जब लगाऊं। नहीं आवे तो राजा राम की दुहाई। मेरा काम कर नहीं आवे तो अंजनी की सेज पड़।
विधि: मंगलवार के दिन सबेरे हनुमान मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें। फिर उपर्युक्त मन्त्र को सवा लाख जपकर सिद्ध करें। इसके पश्चात् मस्तक पर चन्दन का तिलक लगाकर वहाँ से इसी मन्त्र का जप करते हुए इच्छित स्त्री या पुरुष के पास जाएं। इस क्रिया से वह आपके वश में हो जाएगा/हो जाएगी। अमुक के स्थान पर उसका नाम अवश्य लें। (और पढ़ें; हनुमान सिद्ध शाबर मंत्र
कृष्ण सर्वजन सम्मोहन मन्त्र
ॐ नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो भवामि यश्च मम सुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा।
इस मन्त्र को एक हजार बार जप कर सिद्ध कर लेने के बाद जब प्रयोग करना हो तो निम्नांकित प्रयोग करें-
- तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं।
2. गोरोचन, कुंकुम तथा सिन्दूर को धात्री के रस के सहयोग से पीस उपरोक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर तिलक लगाने से जगत् के समस्त प्राणी मोहित हो जाते है।
भैरव वशीकरण मंत्र
ॐ नमो काल भैरव काली रात काला आया आधी रात चलै कतार बांधू तू बावन वीर पर नारी सो राखै सीर छाती घरिके वाको लाओ सोती होय जगा के लाओ बैठी होय उठा के लाओ शब्द सांचा पिण्ड काचा फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा सत्य नाम आदेश गुरु का।
होली या दीपावली जब रविवार के दिन हो, तो एरण्ड के पौधे को उपर्युक्त मन्त्र का उच्चारण करते हुए बाँयें हाथ द्वारा एक झटके से उखाड़कर ले आएं। फिर इसके छोटे-छोटे टुकड़े करके मन्त्र से इक्कीस बार अभिमन्त्रित कर जिस स्त्री से स्पर्श करा देंगे, वह तत्काल वशीभूत हो जाएगी।
कामदेव आकृषण मंत्र
कामदेव, जो प्रेम और आकर्षण के देवता माने जाते हैं, उनकी शक्ति को साधना के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। यह मंत्र आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा और आकर्षण को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
ऊं नमो भगवते कामदेवाय, यस्य यस्य दृश्यो भवामि, यश्च यश्च मम मुखम पछ्यति तत मोहयतु स्वाहा”
विधि: रोज सुबह उठकर और शाम को इस मंत्र का 108 बार जाप करने पर मंत्र सिद्ध हो जाता है। ऐसा 21 दिन तक करने से आकर्षण शक्ति बढ़ती है
काला कलुवा मंत्र
काला कलुवा चौंसठ वीर ताल भागी तोर जहां को भेजूं वहीं को जाये मांस मज्जा को शब्द बन जाये अपना मारा, आप दिखावे चलत बाण मारूं उलट मूंठ मारूं मार मार कलुवा तेरी आस चार चौमुखा दीया मार बादी की छाती इतना काम मेरा न करे तो तुझे माता का दूध पिया हराम।
विधि: जिस स्त्री का वशीकरण करना हो, उसके बाँयें पैर के नीचे की मिट्टी लेकर उसे इस मन्त्र द्वारा सात बात अभिमन्त्रित करके उसके सिर पर डाल दें। वह स्त्री वशीभूत हो जाएगी।
मुस्लिम वशीकरण प्रयोग (islami Vashirkan Mantra)
लाइलाह इल्लिल्लाह धरती से आसमान तक लाइलाह इल्लल्लाह अर्श से कुर्सी तक लाइलाह इल्लिल्लाह लोह से कलम तक लाइलाह इल्लिल्लाह मुहम्मद रसूलिल्लाह फलानी बेटे के बेटे को फलाने को मेरे बस में कर।
विधि: वशीकरण के लिए सर्वप्रथम निम्नलिखित मन्त्र का २१ दिनों तक नित्य 144 बार जप करें। मन्त्र जप से पूर्व एक बार पूरी ‘बिस्मिल्लाह’ तथा अन्त में 7 बार ‘दरूद’ पढ़ना आवश्यक है। उक्त मन्त्र में जहाँ ‘फलानी’ के बेटे ‘फलाने’ शब्द आया है, वहाँ जिस व्यक्ति को वशीभूत करना हो, उसकी माँ के नाम के साथ नाम का उच्चारण करना चाहिए। तत्पश्चात इसी मन्त्र द्वारा 21 बार अभिमन्त्रित पानी या मिठाई को जिस अभिलाषित व्यक्ति को खिला देने से अभीष्ट भक्ति वशीभूत हो जायेगा।
जैन मोहन मन्त्र
ॐ नमो अरिहताणं। अरे अरिणी मोहिनी। ‘अमुकी’ मोहय मोहय स्वाहा।
इस मन्त्र को किसी शुभ मुहूर्त में सवा लाख जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोग करते समय फूल को एक सौ आठ बार अभिमन्त्रित कर जिस स्त्री के सिर पर डाला जायेगा, वह साधक पर पूरी तरह से मोहित हो जाती है। अमुकीं के स्थान पर साध्य स्त्री का नाम लें।
शैतान वशीकरण मंत्र (Vashirkan From Black Magic)
शैतान को राक्षसों और असुरों की बुरी शक्तियों के रूप में चित्रित किया जाता है। जो विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में अलग-अलग रूपों में पाई जाती है। इस्लाम में शैतान को इब्लीस या शैतान कहा जाता है। यह एक जिन्न है जिसने अल्लाह के आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया था।
आत्वैना शैतान वशीकरण मंत्र
ईन्ना आत्वैना शैताना मेरी शिकल बन फलानी के पास जाना, उसे मेरे पास लाना, न लावे तो तेरी बहन भानजी पर तीन सौ तलक।
अजाजील शैतान वशीकरण मंत्र
बड़ पीपल की थान, जहाँ बैठा अजाजील शैतान मेरी शबीह मेरी सूरत बन फलानी को जा रान, जो राने तो धोबी की नाद चमार की खाल कुलाल की माटी पड़े तो राजा चाहे राजा का, मैं चाहूँ अपने काज को, मेरा काम को, मेरा काम न होगा तो आनसी मैं तेरा दामनगीर रहूँगा।
अलहादीन शैतान वशीकरण मंत्र
अलफ गुरु गुफ्तार रहमान, जाग जाग रे अलहादीन शैतान सात वार फलानी को जा रान, न राने तो तेरी माँ की तलाक, बहिन की तीन तलाक।
विधि-एक चारपाई के पाँयते नंगे खड़े होकर, हाथों में गुड़ की डली लेकर, उस डली पर उक्त मन्त्र को 121 बार पढ़कर फूंकें, तत्पश्चात् उस गुड़ की डली को खाट के नीचे रखकर सो जायें। प्रातःकाल वह गुड़ बालकों को बाँट दें। इस प्रकार 7 दिन तक यह अमल करें तो साध्य-स्त्री वशीभूत होकर पास आ जाती है। उक्त मन्त्र में जहाँ ‘फलानी’ शब्द आया है, वहाँ साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करना चाहिये।
वशीकरण से संबंधित सवाल-जवाब
वशीकरण कितने दिन में होता है?
वशीकरण कितने दिन में होगा, यह प्रयोग पर निर्भर करता है। उग्र वशीकरण का असर 24 घंटे के भीतर दिखाई देता है। साधारणतः इसका असर 7 से 15 दिन में दिखाई देता है।
वशीकरण कितने प्रकार के होते हैं?
वशीकरण कई प्रकार के होते है। जैसे; पति पत्नी, प्रेमी प्रेमिका, शत्रु वशीकरण, राज वशीकरण, देवी देवता वशीकरण, प्रेत वशीकरण इत्यादि।
जिसे आप प्यार करते हैं उसे वापस कैसे जीतें?
आप पाने व्यवहार से किसी को भी अपना बना सकते है। जहां व्यवहार कार्य नहीं करता वहां तंत्र कार्य कर सकता है।
चेतावनी: किसी भी मंत्र का उपयोग केवल सकारात्मक और नैतिक उद्देश्यों के लिए करें। इसे किसी की स्वतंत्र इच्छा को बाधित करने, छल करने, या अनैतिक लाभ के लिए प्रयोग न करें, क्योंकि इससे नकारात्मक परिणाम और दुष्प्रभाव हो सकते हैं। मंत्र जाप में पवित्रता, श्रद्धा, और सच्ची भावना आवश्यक है। इसे मनोरंजन या खेल के रूप में न लें। यदि अनुभव न हो, तो किसी योग्य गुरु या विशेषज्ञ का मार्गदर्शन लें।