Kishanganj (Bihar): History & Tourist Places in Hindi
किशनगंज (Kishanganj) भारत के बिहार राज्य के किशनगंज ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।
Kishanganj: History, Facts & Tourist Places | wiKi
राज्य | बिहार |
जिला | किशनगंज |
क्षेत्रफल | 1884 वर्ग किमी |
भाषा | भोजपुरी, हिंदी, इंग्लिश |
दर्शनीय स्थल | खगरा मेला, नेहरु शांति पार्क, चुर्ली किला आदि। |
कब जाएं | अक्टूबर से मार्च। |
बिहार की राजधानी पटना से 425 किमी. उत्तर-पूर्व में स्थित यह जगह पहले कृष्णाकुंज के नाम से जाना जाता था। बंगाल, नेपाल और बंगलादेश की सीमा से सटा किशनगंज पहले पुर्णिया जिले का अनुमंडल था।
बिहार सरकार ने 14 जनवरी 1990 को इसे पूर्ण रुप से जिला घोषित कर दिया। पर्यटन की दृष्टि से यहां पर पर्यटक खगरा मेला, नेहरु शांति पार्क, चुर्ली किला जैसे जगह घूम सकते है। यहां से पानीघाट, गंगटोक, कलिंगपोंग, दाजर्लिंग जैसे पर्यटन स्थल भी कुछ ही दूरी पर स्थित है।
खगडा मेला (Khagra Mela, Kishanganj)
इस मेला की शुरुआत स्थानीय निवासी सैयद अट्टा हुसैन ने 1950 में की थी। हरेक साल जनवरी-फरवरी में लगने वाले इस मेले की शुरुआत एक कृषि प्रदर्शनी के तौर पर किया था। यह सोनपुर के बाद एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता था।
भारत ही नहीं बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यांमार, श्रीलंका, मलेशिया, अफगानिस्तान आदि देशों के व्यापारी यहां आते थे। मेले की भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 1950 में इस मेले में पशुओं की बिक्री से 80 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था।
लेकिन आगें चल कर यह प्रदर्शनी खगडा मेला मे तब्दील हो गया। दैनिक उपभोग की वस्तुओं के लिए प्रसिद्व इस मेले का उदघाटन हरेक साल यहां के जिलाघिकारी करते है।
नेहरु शांति पार्क (Nehru Shanti Park)
किशनगंज रेलवे स्टेशन से मात्र 1 किमी. की दूरी पर स्थित इस पार्क में फूलों के सैकड़ों किस्म के पौधे लगे हुए है। जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते है। इस पार्क मे बच्चों के मनोरंजन का खास ध्यान रखा गया है।
यहां पर भगवान बुद्व की एक प्रतिमा लगी हुई है जो इस पार्क की आर्कषण का केन्द्र बिन्दू है। आधा किमी. की दूरी पर कारगिल पार्क भी स्थित है जोकि कारगिल में शहीद हूए सैनिकों की याद में बनाया गया है।
शहीद अशफाकुल्लाह खान स्टेडियम (Shaheed Ashafakullah Khan Stadium)
शहीद अशफाकउल्लाह खां को समर्पित यह स्टेडियम खगडा रेलवे स्टेशन से 2 किमी. की दूरी पर है। यहां पर विभिन्न प्रकार के खेल जैसे क्रिकेट, फुटबाल, वालीबाल, कबड्डी का राज्य स्तरीय टूर्नामेन्ट का आयोजन किया जाता है।
इसके साथ ही अनेक सांस्कृतिक गतिविधि के अलावा यहां पर हरेक वर्ष स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस के दिन झंडा फहराए जाते है। इसके नजदीक ही एक इन्डोर स्टेडियम का निर्माण किया गया है जहां पर स्पोट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया का कार्यालय है।
चुर्ली स्टेट (Churli State)
अंग्रेजी हुकूमत के समय किशनगंज की शान रहे इस रियासत का नाम लेने वाला भी अब कोई नहीं रहा। कुंदन लाल सिंह इस रियासत के जमींदार हुआ करते थे। उनकी जमींदारी बंगाल से लेकर नेपाल तक फैली हुई थी। उनके हवेली को देखने दूर-दूर से लोग आया करते थे। लेकिन आज यह हवेली खण्डहर में तब्दील हो चुकी है। आज भी पर्यटक इस खण्डहर को देखने यहां आते है।
हरगौरी मंदिर (Hargauri Temple)
ठाकुरगंज प्रखण्ड में स्थित इस मंदिर को 100 साल पुराना माना जाता है। इसका निर्माण 1905 में राष्ट्रकवि रविद्र नाथ ठाकुर के जमीदारों द्वारा किया गया था। इस मंदिर के निर्माण के संबंध में एक कथा प्रचलित है कि यहां के जमींदार को एक ही पत्थर पर शिव और पार्वती की निर्मित मूर्ति मिली थी।
वह उसे बनारस ले गया लेकिन रात को ही जमींदार के सपने में भगवान शिव ने कहा कि इस प्रतिमा को वही स्थापित किया जाए जहां पर वह मिली है। वह दूसरे दिन ही वापस आ गया और बड़ी धूमधाम से इस मूर्ति की स्थापना की। शिवरात्रि के दिन इस मंदिर मे दूर-दूर से लोग शिवलिंग पर जल चढ़ाने आते हैं।
कच्चूदहझील, किशनगंज (Kachuudah Lake, Kishanganj)
किशनगंज से 40 किमी. की दूरी पर स्थित इस प्राकृतिक झील पर सैकड़ों की संख्या में अप्रवासी पक्षी प्रवास करने आते है। नववर्ष के मौके पर स्थानीय पर्यटकों की यहां भारी भीड़ रहती है। इसकी सुन्दरता और स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार की पर्यटन विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से इसका निर्माण कार्य आरंभ कर दिया है।
किशनगंज कैंसे पहुंचे (How to Reach kishanganj)
वायु मार्ग– यहां का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा बागडोगरा है जो यहां से 90 किमी की दूरी पर स्थित है।
रेल मार्ग– किशनगंज रेलवे स्टेशन यहां का मुख्य रेलवे स्टेशन है। यह हावड़ा-दिल्ली रेल लाईन द्वारा जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग– यहां से प्रतिदिन राजधानी पटना के लिए बसें खुलती है तथा बंगाल, सिक्किम के लिए भी यहां से बसें उपलब्ध है।
कहां ठहरें– किशनगंज के नजदीक कटिहार जिले में पर्यटकों के ठहरने के लिए अच्छे होटल उपलब्ध है। इसके अलावा पर्यटक राजधानी पटना में भी ठहर सकते है।