शाहजहांपुर (Shahjahanpur)
शाहजहाँपुर (Shahjahanpur) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक शहर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है। शाहजहाँपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर बरेली और लखनऊ के बीच बसा है।
उत्तर प्रदेश में स्थित, शाहजहांपुर प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और काकोरी कांड में शामिल राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और रोशन सिंह का जन्मस्थान है। यहां दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा भी है।
शाहजहांपुर: धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध
राज्य | उत्तर प्रदेश |
क्षेत्रफल | 4575 वर्ग किलोमीटर |
भाषा | हिंदी और इंग्लिश |
पर्यटन स्थल | हनुमान धाम, काली बड़ी मंदिर, राम प्रसाद बिस्मिल स्मारक, झरनेश्वर मंदिर आदि। |
यात्रा समय | नवम्बर से फरवरी। |
शाहजहांपुर जिला 4575 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह कृषि प्रधान क्षेत्र माना जाता है। इस जिले की भौगोलिक स्थिति रोहिलखंड डिविजन के दक्षिण पूर्व और 27.54 उत्तर अक्षांश और 79.57 पूर्व अक्षांश है।
शाहजहांपुर का इतिहास (History of Shahjahanpur in Hindi)
शाहजहांपुर की स्थापना वर्ष 1813 ई. में दिलेर खान और बहादुर खान द्वारा की गई थी, जो दरिया खान के पुत्र थें (मुगल शासक जहांगीर की सेना का एक सैनिक)। शाहजहां के शासनकाल में दोनों भाईयों ने एक सम्मानजनक स्थान प्राप्त किया था। शाहजहां ने दिलेर खान को उसके समर्पण और दिलेरी कामों के लिए 14 गांव का तोहफा दिया था। इस जगह को खनकारखेदी के नाम से जाना जाता है।
शाहजहांपुर को पहचान शाहजहां के समय में मिली थी। इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता से मुग्ध होकर शाहजहां और उनकी फौज ने इसी जगह पर रूकने का निर्णय किया था। जिसका परिणाम यह हुआ कि शाहजहां इस जगह के सम्राट बन गए। उन्हीं के नाम पर इस जगह पर “शाहजहांपुर” रखा गया।
इस जगह से कई प्रसिद्ध लोग जैसे असफउल्लाह, रामप्रसाद बिसमिल, ठाकुर रोशन सिंह और श्री रामचन्द्र आदि का सम्बन्ध रहा है। शाहजहांपुर शहर को शहीदों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। गंगा और गोमती यहां की प्रमुख नदियां है। शाहजहांपुर कालीन उद्योग और आभूषणों के लिए काफी प्रसिद्ध है।
शाहजहांपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Places to visit in Shahjahanpur)
Shahajahanpur Tourist Places: शाहजहाँपुर (Shahajahanpur), लखीमपुर-खीरी, हरदोई, फरूखाबाद, बरेली, बादौन और पीलीभीत आदि से जुड़ा हुआ है।
झरनेश्वर शिव मंदिर, रूद्रेश्ववरी मंदिर, ओमकारेश्वर मंदिर, जामा मस्जिद, वारसी दरगाह, सोमेश्वर शिव मंदिर, मुरादपुर और दंसी हनुमान मंदिर, महादेव घाट शिव मंदिर और हनुमान मंदिर यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से है।
#1 हनुमंत धाम (Hanumat Dham visrat, Shahjahanpur)
खन्नौत नदी के बीचों बीच टापू पर बने हनुमत धाम की छटा ही निराली है। यहां 101 फुट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति की स्थापना की गई है। इसके बेस पर 21 फुट का चबूतरा भी बनाया गया है। जिससे इसकी ऊंचाई अब 122 फुट हो गई है।
इसके पहले देश में उड़ीसा के राउरकेला में 75 फुट नौ इंच, शुक्रताल में 74 फुट, शिमला में 81 फुट और दिल्ली के छतरपुर में 65 फुट ऊंची प्रतिमाएं हैं। इस लिहाज से यह देश की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा है।
#2 काली बडी मंदिर (kalibari Mandir khirni bagh)
जिले में कई देवी मंदिर ऐसे हैं, जहां श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है। इन्हीं में एक है शहर का खिरनीबाग मुहल्ला स्थित कालीबाड़ी मंदिर।
जिस जगह पर यह मंदिर है वहां पर खिरनी के पेड़ों का बाग हुआ करता था। करीब डेढ़ सौ साल से भी ज्यादा पुराने इस मंदिर में देवी काली की मूर्ति की स्थापना ओसीएफ में लेखाकार के पद पर कार्यरत पंडित राधिका प्रसाद ने रिटायर होने के बाद सन् 1923 में करायी थी। यह प्रतिमा कोलकाता स्थित दक्षिणेश्वर काली की मूर्ति का प्रतिरूप है।
यहां की मान्यता है, कि माता काली के दरबार से आज तक कोई खाली हाथ नहीं गया। अगर कोई व्यक्ति यहां 40 दिन तक संकल्प लेकर नियम से दीपक जलाएं तो उसके माता बड़े से बड़ा संकट हर लेती हैं।
#3 राम प्रसाद बिस्मिल स्मारक (Pt. Ram Prasad Bismil Smarak)
प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की याद में शहीद स्मारक समिति द्वारा शाहजहाँपुर के खिरनी बाग में “अमर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल स्मारक ” रखा गया है। महान क्रांतिकारी बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 के दिन ही शाहजहांपुर में ही हुआ था।
इस स्मारक में राम प्रसाद बिस्मिल की सफ़ेद संगमरमर के पत्थर से निर्मित प्रतिमा स्थापित है। यह स्थल अति सुंदर एवं दर्शनीय है। अगर आप शाहजहांपुर घूमने जा रहे है तो आपको यहां अवश्य जाना चाहिए।
#4 झरनेश्वर शिव मंदिर (Jhaneshwar Shiva Temple)
बाबा झरनेश्वर महादेव मंदिर सिरोलिया गांव के अमर कुंज में स्थित है। मंदिर के समीप ही एक झरना भी है। मक्सी से सिरोलिया पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। झरने को अब कुंड में बदल दिया गया है। झरने के समीप होने के कारण इस मंदिर को “झरनेश्वर मंदिर” के नाम से जाना जाता है।
शिवरात्रि के अवसर पर यहां मेले का आयोजन किया जाता है। मेले के दौरान आसपास के सैकड़ों गांवों से हजारों लोग बाबा झरनेश्वर के दर्शन करने आते हैं।
5. गोला गोकर्णनाथ (छोटा विश्वनाथ मंदिर)
गोला गोकर्णनाथ (Gola Gokaran Nath) उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से 62.9 कि.मी. दूर और लखीमपुर खीरी से लगभग 35.2 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। गोला गोकर्ण नाथ मंदिर एक प्राचीन हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर को “छोटी काशी” नाम से भी जाना जाता है।
इस मंदिर की कथा वैद्यनाथ मंदिर से मिलती जुलती है। माना जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रावण ने इस जगह पर तपस्या की थी। प्रत्येक वर्ष चैत्र माह (अप्रैल) माह में यहां एक माह के मेले का आयोजन किया जाता है।
6. रूद्रेश्वरी मंदिर (Rudrashvari Temple)
रूद्रेश्वरी मंदिर शाहजहांपुर के आगरा-मुम्बई मार्ग में स्थित है। मंदिर में देवी की मूर्ति स्थापित है। चैत्र और अश्विन माह में यहां नवदुर्गा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। काफी संख्या में लोग इस मेले में यहां आते हैं।
7. ओमकारेश्वर मंदिर (Omkareshvar Temple)
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। प्रत्येक वर्ष काफी संख्या में भक्त मंदिर में भगवान शिव के दर्शनों के लिए आते हैं। कहा जाता है कि मंदिर में स्थित शिवलिंग भक्तों को गंगा नदी से प्राप्त हुई थी।
8. सोमेश्वर शिव मंदिर (Someshwar Temple)
सोमेश्वर शिव मंदिर सोमवरिया-वजीरपुर मार्ग पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में शीतला देवी भी स्थित है। सप्तमी के अवसर पर महिलाएं मंदिर में पूजा करने के लिए आती है।
मुरादपुर और दंसी हनुमान मंदिर: मंदिर स्थित मूर्तियों की स्थापना शाह फकीर ने की थी। माना जाता है कि यह मूर्तियां लगभग 75 वर्ष पुरानी है। कहा जाता है कि इन मंदिरों के निर्माण के लिए शाह ने आठ बिसा भूमि दान दी थी। मंगलवार और शनिवार के दिन मंदिरों में काफी भीड़ रहती है।
महादेव घाट शिव मंदिर: महादेव घाट शिव मंदिर चिल्लर नदी के तट पर स्थित है। कहा जाता है कि कुछ समय के लिए पांडव इस जगह पर ठहरें थे।
9. हनुमान मंदिर गिरवार (Girvar Hanuman Mandir)
हनुमान मंदिर गिरवार गांव में स्थित है। मंदिर में स्थित मूर्ति लगभग पांचवी शताब्दी की है। इसके अतिरिक्त मंदिर के उत्तरी दिशा में राम मंदिर भी स्थित है।
10. मस्जिद और दरगाह (Mosque and Dargah)
जामा मस्जिद (Jama masjid): जामा मस्जिद चिल्लर नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण हैदर अली तेग ने करवाया था। यह मस्जिद बादशाही ब्रिज के समीप स्थित है।
वारसी दरगाह (Vaarsi Dargah): वारसी दरगाह शाहजहांपुर में है। यह दरगाह संत सैयद हाजी हजरत शाह की दरगाह के नाम से जानी जाती है। रंगपंचमी के अवसर पर यहां उर्स और मेले का आयोजन किया जाता है।
शाहजहांपुर कैंसे पहुंचे (How To Reach Shahjahanpur)
वायु मार्ग:यहां का सबसे निकटतम हवाई अड्डा अमौसी, लखनऊ है। शाहजहांपुर, लखनऊ से लगभग 180 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेल मार्ग: शाहजहांपुर रेलमार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा है। सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन सहारनपुर जंक्शन है।
सड़क मार्ग: भारत के कई प्रमुख शहरों से शाहजहांपुर सड़कमार्ग द्वारा जुड़ा है। राष्ट्रीय राजमार्ग नम्बर 24 से शाहजहांपुर पहुंचा जा सकता है।